Dustbin scam exposed : वार्ड पार्षद कामेश्वर राज ने कहा अगर जिला पदाधिकारी भोजपुर के द्वारा इस मामले की जांच नहीं कराई जाती तो मै माननीय न्यायालय में साक्ष्य के साथ इस घोटाले का पर्दाफास करूंगा।
- हाइलाइट : Dustbin scam exposed
- लोक सूचना अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई सूचना में कार्यपालक द्वारा घोटाले को छुपाने का प्रयास
आरा/शाहपुर: स्वछता अभियान के तहत सरकार नगर निकायों को सीधे धन भेज रही है ताकि नगर साफ सुथरे रहें और बीमारियों से दूर रहें लेकिन स्वछता अभियान के तहत मिलने वाले धन का माननीय कैसे बंदरबांट कर रहे हैं इसकी पोल नगर पंचायत शाहपुर के पार्षद कामेश्वर राज ने खोलकर सबकुछ साफ कर दिया है। कहा की डस्टबिन खरीद में बड़ा घोटाला किया गया है।
डस्टबिन खरीद में एक करोड़ 20 लाख की हेरा-फेरी – पार्षद कामेश्वर राज
वार्ड पार्षद सदस्य कामेश्वर राज ने कहा की नौबतपुर नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा डस्टबिन खरीद में जिस प्रकार गबन किया है, ठीक ऐसे ही नगर पंचायत शाहपुर में एक करोड़ 20 लाख रुपयों की हेरा-फेरी के साथ गबन किया गया है। यहां भी डस्टबिन की खरीदारी में नियमों की अनदेखी की गई है। और यहां के कई माननीय को कमीशन देकर मुहँ बंद किया गया है। कहा की भोजपुर डीएम को जांच का आवेदन दिया गया है। जांच होने पर किसको कितना कमीशन मिला है? इसका पूरा खुलासा भोजपुर डीएम के समक्ष करूंगा।
लोक सूचना अधिकार अधिनियम – कार्यपालक द्वारा घोटाले को छुपाने का प्रयास
वार्ड पार्षद सदस्य कामेश्वर राज के द्वारा लोक सूचना अधिकार अधिनियम के तहत शाहपुर नगर पंचायत में खरीदे गए स्टील कुड़ादान एवं प्लास्टिक कुड़ादान का वाउचर स्लीप कैशमेमो या रशीद की सत्यापीत छायाप्रति की मांग की गई थी, परंतु नगर पंचायत शाहपुर के कार्यपालक पदाधिकारी निशांत आलम द्वारा इसका उतर सही-सही ना देकर इसको छुपा लिया गया है। पार्षद कामेश्वर राज ने कहा इससे साफ जाहीर होता है की नये कार्यपालक पदाधिकारी निशांत आलम द्वारा घोटाले को छुपाने का प्रयास किया जा रहा है। इसमें इनके संलिप्त होने से अब इनकार नहीं किया जा सकता।
स्वच्छता अभियान के नाम पर बड़ी लूट
इधर, वार्ड पार्षद कामेश्वर राज ने कहा की शाहपुर नगर पंचायत में स्वछता अभियान के तहत सरकार से मिलने वाले रुपयों की संगठित लूट के मास्टर माइन्ड पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी रजनीश कुमार है और नये कार्यपालक पदाधिकारी निशांत आलम द्वारा इस घोटाले को छुपाने का प्रयास किया जा रहा है। क्योंकि यहां कई माननीय को इस घोटाले का लाभ कमीशन के रूप में मिला है। अगर जिला पदाधिकारी द्वारा इस मामले की जांच नहीं कराई जाती तो मै माननीय न्यायालय में साक्ष्य के साथ इस घोटाले का पर्दाफास करूंगा।