Monday, December 23, 2024
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कर लें सुधार तभी मिलेंगी किसान सम्मान निधि की राशि

Farmers of Bhojpur: किसानों को नाम व खाते में त्रुटि सुधारने का मौका

खबरे आपकी बिहार भोजपुर के करीब छह हजार किसानों के आधार कार्ड में अंकित नाम से मेल नहीं खाने और बैंक खाते में त्रुटि के कारण प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि नहीं मिल रही है। इसकी सूचना जिला कृषि विभाग ने किसानों को भेज दी है। साथ ही किसानों से जल्द नाम सुधरवाने का निर्देश जारी किया है। इधर, किसान सम्मान निधि योजना की राशि नहीं मिलने से किसान परेशान हो उठे हैं। ऐसे किसान विभाग का चक्कर भी काट रहे हैं। कार्यालय पहुंचने वाले किसानों को वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए अविलंब सुधार कराने का निर्देश जारी किया जा रहा है। इस योजना के तहत किसानों को प्रति वर्ष तीन किस्तों में कुल छह हजार रुपए मिलते हैं। अर्थात प्रत्येक किस्त के तहत दो हजार रुपए मिलते हैं।

Farmers of Bhojpur:आधार कार्ड में अंकित नाम से बैंक खाते का नाम नहीं कर रहा मेल

Farmers of Bhojpur
भोजपुर के किसानों को खाते में त्रुटि सुधारने का मौका

जिले के डेढ़ लाख से अधिक किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना की राशि मिलती रही है। इनमें से छह हजार किसानों की सम्मान निधि योजना की राशि फंस गई है। बता दें कि केंद्र सरकार ने एक दिसंबर 2019 से इस योजना में भुगतान को आधार से जोड़कर अनिवार्य कर दिया था। इस कारण किसानों का नाम आधार कार्ड में अंकित नाम से अंग्रेजी में लिखे नाम से मैच करना चाहिए। अंतर होने पर सिस्टम के अनुसार खुद भुगतान पर रोक लग जाती है। सैकड़ों किसानों के नाम से खुले बैंक खाते में गड़बड़ी के कारण भी राशि नहीं मिल रही है। कुछ किसानों के बैंक खाते का आईएफएससी (कोड) भी गलत दर्ज हो गया है। इसके चलते भी राशि ट्रांसफर नहीं हो पा रही है।

जिला कृषि कार्यालय ने ऐसे सभी किसानों को संबंधित त्रुटियों को अविलंब दूर कराने का आदेश दिया है ताकि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की राशि निरंतर खाते में जाती रहे। बता दें कि जिले में अब तक एक लाख 78 हजार 768 किसान इस योजना के तहत पंजीकृत हुए हैं। इस साल 2 अरब 53 करोड़ 95 लाख रुपये का भुगतान किया गया है।

विदित रहें की गरीब किसानों की सहायता के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना चालू की गई है ताकि किसान रबी एवं खरीफ फसल की बुआई के दौरान इस राशि से खाद-बीज की व्यवस्था कर अपनी खेती कर सकें। इसके लिए उन्हें प्रति वर्ष दो- दो हजार रुपये तीन किश्तों में दी जाती है। अर्थात कुल छह हजार रुपए का भुगतान उनके बैंक खाते में किया जाता है।

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