In Ara – DGP: डीजीपी ने अपराध और कांडों की गहन समीक्षा की। हत्या, लूट, डकैती और एससी-एसटी जैसे गंभीर कांडों का शीघ्र उद्भेदन और लंबित कांडों का निष्पादन करने का निर्देश दिया।
- हाइलाइट : In Ara – DGP
- कांडों के विचारण के लिए कोर्ट समय पर गवाहों और प्रदर्शो की उपस्थिति सुनिश्चित करें
- पहली बार आरा पहुंचे डीजीपी ने दो घंटे से अधिक समय तक की कांडों की समीक्षा
- एसपी को प्राथमिकता के तौर पर कांडों का उद्भेदन और निष्पादन करने का दिया निर्देश
खबरे आपकी: आरा पहुंचे सूबे के पुलिस महानिदेशक आलोक राज ने पुलिस ऑफिस करीब तीन घंटे तक अफसरों संग बैठक की। उस दौरान डीजीपी ने अपराध और कांडों की गहन समीक्षा की। हत्या, लूट, डकैती और एससी-एसटी जैसे गंभीर कांडों का शीघ्र उद्भेदन और लंबित कांडों का निष्पादन करने का निर्देश दिया। कोर्ट में विचारण के लिए लंबित निष्पादित कांडों की भी जानकारी ली और तेजी लाने पर जोर दिया।
डीजीपी की ओर से एसपी को प्राथमिकता के तौर पर कांडों के उद्भेदन व निष्पादन करने का निर्देश दिया गया। कोर्ट में विचाराधीन लंबित निष्पादित कांडों के विचारण कराने निर्देश दिया गया। उसके लिए गवाहों और प्रदर्शो का न्यायालय में समय पर उपस्थिति सुनिश्चित कराने का एसपी को निर्देश दिया गया, ताकि पीड़ितों को त्वरित न्याय और दोषियों को सजा दिलाने में मदद मिल सके।
बैठक में डीजीपी द्वारा अपराध के हॉट स्पॉट को चिन्हित करने और अपडेट रूट चार्ट तैयार कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। थानों में अपराधियों का नया खतियान बनाने का निर्देश दिया। डीजीपी अपराधियों की गिरफ्तारी की समीक्षा की और उसके लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया गया। रात्रि एवं दिवा गश्ती पर काफी जोर दिया गया। वाहन चेकिंग को भी दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया।
उससे पहले आरा पहुंचने पर डीजीपी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। करीब 12 बजे आरा पहुंचे डीजीपी ढाई बजे तक जमे रहे। बैठक में डीआईजी और एसपी के अलावे एएसपी परिचय कुमार, पीरो एसडीपीओ कृष्ण कुमार सिंह, जगदीशपुर राजीव चंद्र सिंह, सदर एसडीपीओ-2रंजीत कुमार सिंह, ट्रैफिक डीएसपी मनोज कुमार सुधांश और साइबर डीएसपी उपस्थित थे।