Lal Bazar Agarsanda Case: पुलिस आरोपितों की धरपकड़ में जुटी,एक आरोपित गिरफ्तार
Bihar/Ara: भोजपुर के धोबहां ओपी क्षेत्र के अगरसंडा लाल बाजार में पुलिस टीम पर हमला करने के मामले में कार्रवाई शुरू हो गयी है। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस आरोपितों की धरपकड़ में जुट गयी है। इस मामले में अब तक एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह अगरसंडा गांव निवासी योगेन्द्र प्रसाद का पुत्र छोटे लाल कुमार है।
हमले में चोटिल धोबहां ओपी के दारोगा अनिल कुमार सिंह के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है। इसमें 40 नामजद और करीब 150 अज्ञात लोगों को आरोपित किया गया है। सभी नामजद अगरसंडा गांव के ही रहने वाले हैं। सभी पर अवैध ढंग से मजमा लगा जान मारने की नीयत से हरवा-हथियार के साथ पुलिस पर हमला करने और गिरफ्तार लोगों को छुड़ा ले जाने का आरोप लगाया गया है।
एसपी प्रमोद कुमार की ओर से भी आरोपित की गिरफ्तारी की पुष्टि की गयी है। प्राथमिकी में कहा गया है कि रविवार की शाम एएलटीएफ और धोबहां ओपी की पुलिस शराब के धंधे को लेकर छापेमारी में निकली थी। उसी दौरान अगरसंडा के लाल बाजार के पास बागीचे में कुछ लोगों के शराब बेचने और पीने की सूचना मिली। टीम पहुंची तो वहां भीड़ लगी थी, लेकिन पुलिस को देख सभी भागने लगे।
हालांकि अगरसंडा गांव के चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनमें झूलन बिंद, शत्रुघ्न बिंद, गीता पासवान और दीलिप राम शामिल थे।सभी के मुंह से शराब की गंध आ रही थी। इसके बाद जांच के लिए सभी को ओपी लाया जा रहा था। तभी ग्रामीणों की ओर से हमला कर दिया गया। उसमें चार पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। एएलटीएफ का वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। एसपी ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर आरोपितों की धरपकड़ को छापेमारी की जा रही है। एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है।
Lal Bazar Agarsanda Case: बागीचे में लगी थी शराब की महफिल, चार लोगों को बचाने में हुआ पुलिस पर हमला
अगरसंडा गांव के करीब डेढ़ से दो सौ ग्रामीण पुलिस पर हमला करने जैसे अपराध में फंस गये। शराब बेच और पी रहे चार लोगों को पुलिस से बचाने में सभी खुद कानूनी लफड़े में घिर गये। अब सभी को इस जुर्म के लिए जेल भी जाना पड़ सकता है। पुलिस की ओर से दर्ज प्राथमिकी के अनुसार रविवार की शाम अगरसंडा लाल बाजार के पास बागीचे में शराब की महफिल लगी थी। वहां कुछ लोग शराब बेच रहे थे तो कुछ पी रहे थे। उस कारण बागीचे में भीड़ लगी थी।
सूचना पर पुलिस पहुंची और चार लोगों को पकड़ लिया गया। सभी को थाना लाया जा रहा था। तभी 40 नामजद और सौ से डेढ़ सौ अज्ञात महिला व पुरुषों ने पुलिस को घेर लिया और हंगामा शुरू कर दिया। अफसरों की ओर से समझाने का प्रयास किया गया, तो लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर से हमला कर दिया गया। इसमें दारोगा अनिल कुमार सिंह, सिपाही शशि प्रकाश, चौकीदार घूरा यादव और होमगार्ड तेज नारायण सिंह चोटिल हो गए। ग्रामीणों ने पकड़े गये चारों लोगों को छुड़ा लिया। लाल बाजार में खड़ी एलटीएफ की गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।