Shahpur chairman: शाहपुर नगर पंचायत के वार्ड संख्या-09 की पार्षद बबीता देवी द्वारा कुल छः बिंदुओ पर जगदीशपुर एसडीएम संजीत कुमार को लिखित आवेदन दिया गया है।
- हाइलाइट : Shahpur chairman
- एक बार मे 60 लाख रुपये का योजना बिभागीय व पदाधिकारियों पर पैसा निकालने का दबाव देना-
- व्यक्तिगत लाभ के लिए मुख्य पार्षद द्वारा अपने परिजनों व रिश्तेदारों को नगरपालिका में नौकरी पर रखना-
- मुख्य पार्षद के प्रस्तावक रघुनाथ प्रसाद केशरी को टेम्पू चलाने के नाम पर 24,000 रुपये का भुगतान-
आरा/शाहपुर: पद का दुरुपयोग करने को लेकर शाहपुर नगर पंचायत के मुख्य पार्षद (Shahpur chairman) के खिलाफ स्थानीय पार्षद ने एसडीएम से शिकायत की है। विकास योजनाओं में अनियमितताएं, व्यक्तिगत लाभ के लिए गलत तरीके से अपने परिजनों व रिश्तेदारों को नगरपालिका में नौकरी पर रखना और सरकारी संसाधनों का बिना शुल्क के एनजीओ को देने सहित कई मामलों का पार्षद द्वारा उजागर किया गया है।
पार्षद बबीता देवी ने मुख्य पार्षद जुगनू देवी पर लगाया आरोप :-
(1) मुख्य पार्षद जुगनू देवी द्वारा बैठक में किसी प्रस्ताव को नहीं लिखवाया जाता है। बल्कि प्रोसिडिंग रजिस्टर अपने घर पर ले जाकर मनमाने ढंग से लिखवाया जाता है। जिसका शिकायत आप श्रीमान को हमेशा फोन के माध्यम से दिया जाता रहा है।
(2) मुख्य पार्षद जुगनू देवी द्वारा सभी नियमो को ताक पर रखकर वार्ड सं-03 में भुआल यादव के घर से परमात्मा शर्मा के घर तक जबरदस्ती पीसीसी सड़क निर्माण एवम सुरेश महतो के घर से निठाली महतो के घर तक नाला का निर्माण करवाया गया है। जब इस सम्बंध में पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी रजनीश कुमार एवं कनीय अभियंता जयनंदन चौधरी से उपाध्यक्ष द्वारा फोन पर पूछा गया तथा अपने पैड पर लिखित शिकायत किया गया कि लगभग 60 लाख रुपये का योजना एक बार मे कैसे करवाया जा रहा है तो इस संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी एवम कनीय अभियंता द्वारा बताया गया कि यह कार्य कैसे हो रहा है। मेरे संज्ञान में नही है। बाद में इसी योजना को सशक्त स्थायी समिति के बैठक में दिनांक 10-07-2024 को भिन्न भिन्न नामो से खण्डित करके बर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी पर गलत ढंग से पैसा निकालने के लिए दबाव बनाए जाने लगा ।
(3) वार्ड सं-06 में भडोल ठाकुर के घर से पप्पू लाल के घर तक पीसीसी रोड ढलाई करवाया गया है। इस संबंध में पूछने पर पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी रजनीश कुमार एवम कनीय अभियंता जयनंदन चौधरी द्वारा बताया गया है कि इसका कोई कार्यादेश नही निकाला गया है मुख्य पार्षद द्वारा जबरदस्ती यह कार्य करवाया गया है। तथा इस कार्य का पैसा निकालने के लिए बर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी पर दबाव बनाया जा रहा है।
4) केवल NGO का नाम है मुख्य पार्षद स्वयं NGO चलाती है और अपने कुछ दबंग चहेतों को जमादार के पद पर रखी है। तथा अपने प्रस्तावक रघुनाथ प्रसाद केशरी को टेम्पू चलाने के नाम पर 24,000 रुपये का भुगतान करवाया जाता है। जबकि NGO अपने एकरारनामा के अनुसार कभी भी साफ सफाई नहीं करवाता है। जिससे साफ सफाई की स्थिति काफी चरमरा गई है। NGO दवारा कभी भी सफाईकर्मी को समय से पेमेंट नहीं दिया जाता है जिस कारण सफाईकर्मी हमेशा हड़ताल पर चले जाते है। साफ सफाई के नाम पर प्रतिमाह 11 लाख 87 हजार 8 सौ 82 रुपये की लूट की जाती है।
(5) मुख्य पार्षद सशक्त स्थायी समिति की बैठक में ही कोई योजना पास कराकर उस पर कार्य करने लगती है। जबकि इस संबंध में बिभाग का स्पष्ट निर्देश है कि सशक्त में पास किया हुआ कोई भी एजेंडा बोर्ड से पास करवाना अनिवार्य है। फिर भी मुख्य पार्षद द्वारा दिनांक 05-09-2023 को सशक्त से पास कराकर जबरदस्ती हमलोगों के बिरोध के बाद भी लगभग करोड़ो रुपया से अधिक का सामग्री क्रय कर लिया गया है।
(6) नगर विकास एवं आवास बिभाग का स्पष्ट निर्देश है कि मुख्य पार्षद, उपमुख्य पार्षद एवं सभी वार्ड पार्षद किसी भी लाभ के पद पर अपने सगे संबंधियों को नहीं रख सकता है। फिर भी मुख्य पार्षद द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने भसुर बसंत प्रसाद को रात्रि प्रहरी सुरक्षा गार्ड के पद पर एवम जेठानी के भाई बलवंत प्रसाद को टैक्स दरोगा के पद पर रखा गया है।
इधर, पार्षद ने बताया की एसडीएम द्वारा इस शिकायत की जांच जल्द ही शुरू करने की बात कही गई है, जिससे यह उम्मीद की जा सकती है कि उचित कार्रवाई की जाएगी।