- Munshi Murder हाइलाइट :-
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- हत्या में वांछित एएसआई पुत्र सहित चार आरोपितों के घर की गयी कुर्की की कार्रवाई
- कोर्ट के आदेश पर पुलिस की अलग अलग टीम की ओर की गयी कुर्की जब्ती की कार्रवाई
- आरोपितों के घर से फर्नीचर और बर्तन सहित खिड़की एवं दरवाजे भी उखाड़ ले गयी पुलिस
आरा। नवादा थाना क्षेत्र के अनाइठ मोहल्ले में किराना दुकान की मुंशी की हत्या (Munshi Murder) में वांछित एएसआई के पुत्र सहित चारों आरोपितों के घर आखिर कार कानून का हथौड़ा चल गया। कोर्ट के आदेश पर पुलिस की अलग-अलग टीम द्वारा रविवार को चारों के घर कुर्क-जब्ती की कार्रवाई की गयी। पुलिस आरोपितों के घर से फर्नीचर और बर्तन सहित अन्य सामान भी जब्त कर ले गयी। खिड़की और दरवाजे भी उखाड़ लिया गया। इन आरोपितों में अनाइठ मोहल्ला निवासी सीताराम महतो का पुत्र रणधीर महतो, गड़हनी थाना क्षेत्र के असलान गांव निवासी पंकज कुमार, जगदीशपुर थाना क्षेत्र के हाटपोखर भोराही टोला निवासी सोहन कुमार के पुत्र वकील उर्फ अमित और बिहिया थाना क्षेत्र के ओसाई गांव निवासी आर्यन उर्फ भोला महतो शामिल हैं। इनमें वकील उर्फ अमित के पिता सोहन कुमार एएसआई हैं और चौरी थाने में पोस्टेड हैं।
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बताते चलें कि 23 फरवरी (शुक्रवार) की रात किराना दुकान के मुंशी मुकेश कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। उस मामले में उनकी पत्नी सीमा देवी की तहरीर पर प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है। उसमें अनाइठ वार्ड नंबर-44 निवासी रणधीर महतो, गड़हनी थाना क्षेत्र के असलान गांव निवासी पंकज कुमार, जगदीशपुर थाना क्षेत्र के हाट पोखर गांव निवासी वकील उर्फ अमित कुमार और आर्यन कुमार को नामजद किया गया था।उसके बाद आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर एसपी प्रमोद कुमार यादव द्वारा एएसपी परिचय कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की गयी थी। उसके बाद से टीम द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है। उसके बाद भी आरोपित पकड़ में नहीं आ रहे हैं। उसे देखते हुए पुलिस कुर्की-जब्ती के लिए कोर्ट पहुंची थी। कोर्ट का आदेश मिलने के बाद पुलिस टीम रविवार को कुर्की के लिए आरोपितों के घर पहुंच गयी। उसे लेकर एसपी प्रमोद कुमार यादव की ओर से अलग अलग टीम गठित की गयी थी।
Munshi Murder: मारपीट का कारण पूछने पर 23 फरवरी की शाम अनाइठ मोहल्ले में गोली मार की गयी थी हत्या
हत्या को लेकर दर्ज सीमा देवी की ओर से दर्ज प्राथमिकी में कहा गया था कि उनके चचेरे देवर आलोक कुमार के मकान में करिया कुमार नाम का एक युवक किरायेदार के रूप में रहता है। 23 फरवरी की शाम वह दूध लेने जा रहा था। तभी रणधीर महतो द्वारा बेवजह उसकी पिटाई कर दी गई। तब करिया कुमार घर पहुंचा और आलोक कुमार को मारपीट की जानकारी दी। उसके बाद सीमा देवी अपने मुकेश कुमार, चचेरे आलोक कुमार व पंकज किशोर के साथ मारपीट का कारण के बारे में पूछताछ करने रणधीर महतो के घर गये थे। पूछताछ के दौरान ही रणधीर महतो गाली-गलौज करने लगा था। विरोध करने पर रणधीर महतो के घर मौजूद असलान गांव निवासी पंकज कुमार ने कहा कि पिस्टल लाओ, सबको बताते हैं। तबतक वहां मौजूद हाट पोखर गांव निवासी वकील उर्फ अमित कुमार और आर्यन दौड़ कर रणधीर महतो के घर में गये। दोनों पिस्टल लेकर आये और ललकारने लगे। उस दौरान अमित और पंकज ने उसके पति को पकड़ लिया था। उसके बाद रणधीर महतो द्वारा उसके पति मुकेश कुमार को गोली मार दी गयी थी। गर्दन में गोली लगने से उनकी मौत हो गई। बाद में भीड़ बढ़ते देख आर्यन कुमार और रणधीर महतो फायरिंग करते भाग गये थे।