Negligence of Shahpur NGO: धनतेरस के बाद आज दीपावली है। इसके बाद महापर्व छठ पूजा शुरू होने वाली हैं। जिनमें स्वच्छता का विशेष महत्व रहता हैं, लेकिन शाहपुर नगर की स्वच्छता के लिए जिम्मेदार सफाई एनजीओ प्रताप सेवा संकल्प गोविंद फूलकान मुजफ्फरपुर की बड़ी लापरवाही इस दौरान देखने मिल रही है।
- हाइलाइट : Negligence of Shahpur NGO
- शाहपुर नपं कार्यालय के मुख्य गेट के समीप सड़कों पर फैला कचरा
- नगर के छठ पूजा स्थलों के यहां पहुचंने वाले मार्गों पर गंदगी पड़ी हुई हैं
आर/शाहपुर: धनतेरस के बाद आज दीपावली है। इसके बाद महापर्व छठ पूजा शुरू होने वाली हैं। जिनमें स्वच्छता का विशेष महत्व रहता हैं, लेकिन शाहपुर नगर की स्वच्छता के लिए जिम्मेदार सफाई एनजीओ प्रताप सेवा संकल्प गोविंद फूलकान मुजफ्फरपुर की बड़ी लापरवाही इस दौरान देखने मिल रही है।
नगर के कई वार्डों में छठ पूजा स्थलों के यहां पहुचंने वाले मार्गों पर गंदगी पड़ी हुई हैं। कचरा भी फैला हुआ है। त्योहार के पहले भी वार्डों में सफाई नहीं होने से लोगों में जमकर आक्रोश हैं। वार्ड 2 स्थित पुल के पास डंप कूड़ा से होकर छठ व्रती घाट पहुंचेंगे। वही वार्ड 8 स्थित पुल के पास और NH-84 हाईस्कूल के पास भी डंप कुड़े के कारण यहाँ बहुत गंदगी है।
पाठकों से लगातार मिल रह सूचना के बाद खबरे आपकी ने भी नगर पंचायत के कुछ वार्डों में पहुंचकर स्थितियां देखीं। जहां सफाई एनजीओ की अंधेरगर्दी सामने आईं। कई जगहों पर महीनों से कचरा फैला हुआ है, लेकिन त्योहार के पहले सफाई की उम्मीद वार्ड वासियों को थी, जो अब तक नहीं होने से वार्ड के लोग इसे हद बता रहे हैं।
सफाई एनजीओ की अंधेरगर्दी सामने आने के बाद शाहपुर नगर पंचायत के कर्मियों द्वारा अब इन कचरों को उठाने और निपटाने में न सिर्फ कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही बल्कि मैन पावर भी ज्यादा इस्तेमाल करना पड़ रहा है। नगर प्रबंधक मृतुन्जय कुमार सिंह के मुताबिक त्योहार को लेकर सभी वार्डों में सफाई अभियान चल रहा है। छठ घाट पर सफाई कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। जल्द ही छठ पूजा घाटों के यहां पहुचंने वाले मार्गों पर पड़ी गंदगी को साफ कर दिया जाएगा।
कचरे पर किच-किच: सफाई एनजीओ तो ये दावा कर रही है कि वो कचरा समय पर और पूरा उठा रही है, लेकिन शाहपुर के लोगों का कहना है कि सफाई एनजीओ के पास कोई गाड़ी नहीं है और ना ही कोई संसाधन है। नगर पंचायत शाहपुर की दो निजी गाड़ी है जिनपर पूरे नगर की कचरा उठाने की जिम्मेवारी है।
नगर पंचायत की गाड़ी एक बार कचरा लेकर निकल जाती है तो दूसरी बार लौट कर नहीं आती। कचरे की गाड़ी दोबारा नहीं आने पर लोग सड़क किनारे कचरा फेंक देते हैं जिससे कूड़े का अंबार चौक चौराहों पर लग जाता है। कूड़े के ये ढेर हादसों को भी दावत देते हैं, मवेशियों की जान के भी दुश्मन बनते है।