Pandeypur Dharma Sammelan:पांडेपुर यज्ञ स्थल पर हुई धर्म सम्मेलन में दर्जनों संतो ने लिया भाग,कहा विश्व कल्याण के लिए यज्ञ जरूरी
धर्म सम्मेलन में पहुंचे केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे व विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी
मुख्य आयोजक अखिलेश पांडे ने कहा संतों की सेवा से जीवन होता है सफल
बिहार/आरा/शाहपुर: खबरे आपकी पाण्डेपुर यज्ञस्थल पर श्रीजीयर स्वामी जी के सानिध्य में श्रीराम नवमी महा महोत्सव तथा भव्य धर्म सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें भारत के कोने-कोने से काफी संख्या में संतों का समागम हुआ। भव्य बने मंच पर सैकड़ों की संख्या में साधु संत मौजूद थे। मंच का संचालन श्रीजीयर स्वामी जी महाराज ने अपने मुखारविंद से किया। बारी-बारी से सभी संतो ने सनातन धर्म की व्याख्या अपने-अपने तरीके से किया। इस मौके पर हजारों की संख्या में लोग जुटे हुए थे। बिहार, झारखंड व उत्तर प्रदेश आदि जगहों से काफी संख्या में लोग आए हुए थे। जगह-जगह पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा को देखने हेतु आस-पास के गांव सहित पूरे जिले से काफी संख्या में लोग जुटे हुए थे। करीब 5 लाख से अधिक लोगों ने धर्म सम्मेलन में हिस्सा लिया। सुबह से ही भंडारे चल रहा था जिसमें लाखों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। यज्ञस्थल सहित पूरे गांव के ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा किया गया। श्री अयोध्या नाथ स्वामी जी ने अपने हाथों से पुष्प वर्षा किया। धर्म सम्मेलन में भोजपुर डीडीसी हरिश्चंद्र पासवान पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे, बक्सर विधायक मुन्ना तिवारी, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह सहित काफी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।
Pandeypur Dharma Sammelan:संत समागम से होती है पुण्य की प्राप्ति
रामनवमी महा महोत्सव को संबोधित करते हुए श्री जीयर स्वामी जी महाराज ने बताया कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के जन्म उत्सव में हिस्सा लेने से भगवान राम की कृपा हमेशा बनी रहती है। बड़ा सौभाग्य से मनुष्य को ऐसे महा पावन समय पर उपस्थित होने का सौभाग्य प्राप्त होता है। एक साथ इतने बड़े मंच पर सैकड़ों की संख्या में संतों का दर्शन करने का सौभाग्य ही अलग है।इसका वर्णन नहीं किया जा सकता। जो संत समागम से पुण्य की प्राप्ति होती है वह सुख स्वर्ग में भी प्राप्त नहीं हो पाता है। संत के दर्शन करने से अनेकों पाप कट जाते हैं, और यहां तो सैकड़ों की संख्या में लोगों ने संतों का दर्शन किया। दव नगरी काशी, मथुरा, बनारस व हरिद्वार से आये संतो ने भगवान श्री राम के जन्म के अवसर पर भजन तथा सोहर का गायन किया।11 अप्रैल को पूर्णाहुति को लेकर बहुत ही भव्य तैयारी की गई है और भव्य तरीके से भंडारे की भी व्यवस्था की गई है। रात में भजन सम्राट अनूप जलोटा का भजन कार्यक्रम है। जिसमें काफी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है जिसको देखते हुए विधि व्यवस्था दुरुस्त किया गया है प्रशासन के तरफ से भी काफी सुरक्षाकर्मी लगे हुए हैं।
गुरु के माध्यम से ही परमात्मा की प्राप्ति संभव है: श्री जियर स्वामी
Pandeypur Dharma Sammelan: श्री जीयर स्वामी जी महाराज ने अपने प्रवचन के दौरान कहा कि बिना गुरु के बिना परमात्मा की प्राप्ति संभव नहीं है। गुरु के द्वारा ही परमात्मा की प्राप्ति संभव है। अतः जीवन में गुरु होना अति आवश्यक है। और सधे हुए गुरु मिल जाए तो फिर क्या कहना है। साक्षात नारायण का दर्शन है। उन्होंने कहा कि पूरे ब्रह्मांड में सबसे ज्यादा महत्व सत्संग का है। जिस पर भगवत कृपा होती है उसी को सत्संग करने का सौभाग्य प्राप्त होता है। किसी के भी जीवन में अगर सच्चे संत का दर्शन हो जाए तो पूरा जीवन सफल माना जाता है। जो सात जन्मों में मिलना संभव नहीं है वह एक सच्चे संत के दर्शन मात्र से संभव हो सकता है इस कलिकाल में संत दर्शन का बहुत ही बड़ा महत्व है।
कहा की मनुष्य मात्र भगवत प्राप्ति का अधिकारी है। वह प्रत्येक परिस्थिति में भगवान को प्राप्त कर सकता है। परमात्मा की प्राप्ति में देरी नहीं लगती। देरी लगती है। सुख की इच्छा का त्याग करने में। केवल भगवान की इच्छा हो तो भगवान प्रकट हो जाएंगे। अथवा कोई भी इच्छा ना हो तो भगवान प्रकट हो जाएंगे। अधूरापन नहीं होना चाहिए। सच को जानो चाहे मत जानो पर जिसको जानते हो उसका त्याग कर दो। ईश्वर की प्राप्ति हो जाएगी। परमात्मा प्राप्ति में मनुष्य जितना स्वतंत्र है उतना और किसी कार्य में स्वतंत्र नहीं है। परमात्मा प्राप्ति के लिए उपायों की इतनी जरूरत नहीं है जितनी भीतर की लगन की जरूरत है। धन की प्राप्ति में तो क्रिया की मुख्यता है परमात्मा की प्राप्ति मे लालसा की आवश्यकता है। संसार के बारे में जानने से बैराग्य हो जाएगा और परमात्मा को जानने से प्रेम हो जाएगा। फोटो