Panic of flood:असमय गंगानदी के जलस्तर में हुई वृद्धि (बाढ़) से किसानों को भारी क्षति
- हजारो एकड़ में बुवाई किए हुए खेतो में फैला गंगानदी का पानी
- बुजुर्ग लोगो की माने तो इस समय गंगानदी में बाढ़ कभी नही देखी गई
- हजारों एकड़ बुवाई किया गया छेमी, तेलहन व परवल बर्बाद
- निचले इलाकों में किसानों द्वारा की गई थी बुवाई
खबरे आपकी/आरा/शाहपुर: असमय गंगानदी के जलस्तर में हुई वृद्धि के कारण गंगा के तटीय इलाकों समेत सहायक नदियों के दोनों किनारों पर खेतो में फैले बाढ़ के पानी से हजारो एकड़ जमीन पर बुवाई की हुए मटर छेमी, तेलहन तथा परवल की खेती नष्ट हो गई। किसानों के अनुसार, लाक्षुटोला, बरिसवन, सहजौली, सुहियां, बहोरनपुर, दामोदरपुर, भरौली, सरना सहित कई पंचायतों में किसानों को बाढ़ से भारी क्षति हुई है।
Panic of flood:खेतो में फैला बाढ़ का पानी
बरिसावन गांव के फूलचंद तिवारी, दामोदरपुर गांव के पपु राय, बहोरानपुर पैक्स अध्यक्ष रामजी राय, लाक्षुटोला पैक्स अध्यक्ष शिवपुकार राय के अनुसार पिछले तीन दिनों से गंगानदी के जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में किसानों द्वरा हजारो एकड़ में मटर छेमी, तेलहन तथा परवल की फसलों की बुवाई की गई थी। अचानक आयी बाढ़ से बुवाई की हुई खेतो में बाढ़ का पानी फैल गया। जिसके कारण फसल नष्ट हो गई।
वही गंगानदी के जलस्तर में वृद्धि हो ही रही हैं। जिसके कारण किसानों में बाढ़ को लेकर दहशत मच गई है। गांव के बुजुर्ग लोगो की माने तो इस समय गंगानदी में बाढ़ कभी नही देखी गई। प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश्वर राम ने कहा कि बाढ़ का पानी बधार में फैल गया है। कुछ किसानो द्वारा मटर छेमी, तेलहन तथा परवल की बुवाई की गई थी, जिसका नष्ट होने की आशंका है।