Janmat sangrah – Teeyar: शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के तियर पंचायत के तीयर गांव के ग्रामीणों ने विकास की कमी को लेकर अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त की है।
- हाइलाइट्स: Janmat sangrah – Teeyar
- शाहपुर के तियर गांव में विकास को लेकर फूटा गुस्सा, “जनमत संग्रह” में छलका दर्द
Janmat sangrah – Teeyar भोजपुर, बिहार। शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के तीयर पंचायत के तीयर गांव के ग्रामीणों ने विकास की कमी को लेकर अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त की है। भोजपुर न्यूज के विशेष कार्यक्रम “जनमत संग्रह” के दौरान, पत्रकार बाल्मीकि पांडेय के समक्ष गांव के लोगों ने अपनी समस्याओं को पुरजोर तरीके से उठाया और विकास के दावों की पोल खोल दी।
गांव वालों का आरोप है कि आजादी के इतने दशकों बाद भी उनका गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने कई गंभीर मुद्दों पर अपनी आवाज बुलंद की। इस विशेष कार्यक्रम का वीडियो ऑनलाइन उपलब्ध है। भोजपुर न्यूज के एंकर बाल्मीकि पांडेय के रिपोर्टों से यह जानकारी सामने आई है कि ग्रामीणों में सड़क, नाली, और अन्य बुनियादी सुविधाओं के अभाव को लेकर भारी आक्रोश है।
यह मामला भोजपुर जिले के शाहपुर विधानसभा ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की जमीनी हकीकत पर गंभीर सवाल खड़े करता है। भोजपुर न्यूज के विशेष कार्यक्रम “जनमत संग्रह” जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय लोगों को अपनी आवाज उठाने का एक मंच तो मिलता है, लेकिन अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि ग्रामीणों की इन शिकायतों पर स्थानीय जनप्रतिनिधि कितनी गंभीरता से ध्यान देते हैं और कब तक इन समस्याओं का समाधान हो पाता है।
यह इस बात का भी संकेत है कि शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के तियर पंचायत में विकास को लेकर स्थानीय विधायक के प्रति असंतोष व्याप्त है, जो आने वाले विधानसभा चुनाव में एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है। फिलहाल, तियर गांव के लोग अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं और उन्हें उम्मीद है कि उनकी आवाज सरकार, प्रशासन और स्थानीय विधायक के कानों तक पहुंचेगी।
Janmat sangrah – Teeyar: भोजपुर न्यूज के विशेष कार्यक्रम “जनमत संग्रह” के दौरान, पत्रकार बाल्मीकि पांडेय ने बताया की यहां पर शोभानाथ यादव, गोपाल सिंह, गौरवनाथ सिंह, अशोक कुमार सिंह, संतोष यादव जो एक दिव्यांग व्यक्ति हैं, मुन्ना यादव, रजनीश कुमार, विकास कुमार, लालू यादव, तेजू यादव, आत्मा यादव, नीतीश कुमार, बिरबल यादव, अंकित कुमार, विनोद शर्मा, गुड्डू शर्मा, दिनेश शर्मा, संतोष कुशवाहा, संतोष यादव, सुनील कुमार, केसरी ये सभी लोग उपस्थित हैं। अपने तियार पंचायत की समस्याओं को बताने के लिए। क्योंकि इस वक्त हमारी मौजूदगी शाहपुर विधानसभा के तियर पंचायत के तियर गांव में है। और यहां की समस्याओं को उन नेताओं तक पहुंचाना चाहते हैं जो नेता वादा करके इनके दरवाजे से चले गए और फिर चुनाव आएगा फिर इनके दरवाजे पर आएंगे फिर से इनका वोट मांगेंगे। सबसे पहले शुरुआत करते हैं जो लोग यहां बैठे हुए हैं।
Janmat sangrah – Teeyar: पत्रकार बाल्मीकि पांडेय गांव के एक व्यक्ति गोपाल यादव से बोलते है अभी हम एक छोटा सा परिचय आपके गांव का दे रहे थे क्योंकि चार महीने बाद फिर से चुनाव होने वाला है और फिर से प्रत्याशी आपलोगों के बीच आएंगे। वोट मांगेंगे। लेकिन क्या लगता है कि तियर पंचायत की तस्वीरें बदली हैं। तियर पंचायत में जो नेता विकास का वादा करके गए थे वो विकास पूरा हुआ है या फिर तियर पंचायत का विकास अधूरा है? क्या क्या कमियां है? आपके इस तियार पंचायत में।
पत्रकार बाल्मीकि पांडेय के सवाल पर गोपाल यादव कहते है विधायक जी से बोलने के बावजूद भी यहां पर कोई सुनवाई नहीं हुआ। सड़कें नहीं बनी। कितनी आबादी है यहां पर? यहां पर लगभग 3500 से 4000 वोटर है लेकिन जनसंख्या बहुत ज्यादा है। एंकर कहते है जनसंख्या बहुत ज्यादा है उसके बावजूद भी सड़कें नहीं बनी। चलिये एक और भाई बोलना चाहते हैं। कैमरा इधर कीजिएगा। क्या नाम हुआ आपका? सोमनाथ यादव
सोमनाथ यादव जी अभी आप ही के भाई बता रहे हैं कि यहां पर हमने मंटू तिवारी जो वर्तमान विधायक हैं उनको लिख के दिया और उसके बावजूद भी तियर गांव की सड़कें नहीं बन पाई। 3500 वोटर हैं और आबादी तो बहुत ज्यादा है यहां पर आप क्या सोच रहे हैं इस बार?
सोमनाथ यादव कहते है सर इस बार सोच रहे हैं कि अबकी यहां बदलाव होना बहुत जरूरी है। सवाल: बदलाव करने से क्या सड़कें बदल जाएंगी? जबाब: यहां सबसे ज्यादा मेहनत कर रहा है मदन यादव। चलिए उस मुद्दे की बात बाद में करेंगे। अभी जो समस्या है उस पर बोलिए। सोमनाथ कहते है सर हम लोग किसान आदमी हैं। फसलों की सिंचाई के लिए हमारे यहां सात नलकूप है। बिजली के अभाव में टोटल बंद हो गया है। ट्रांसफार्मर की जरूरत है। जो किसान इतनी लागत के साथ फसलों को उपज करते हैं उनको तो लागत मूल्य भी नहीं मिल पाता है। हमलोग मिनी मंसूरी धान बोते हैं। लेकिन धान बेचने में दिक्कत है।
पत्रकार बाल्मीकि पांडेय कहते है चलिए और भी कुछ लोग हैं उनसे भी हम पूछ लेते हैं। आपका क्या नाम हुआ ? जबाब : कुवर नाथ सिंह। पत्रकार कहते है कुवर नाथ सिंह जी अभी सोमनाथ यादव जी ने जो बताया कि तियर गांव में सात स्टेट बोरिंग लगे है। लेकिन एक भी चालू नहीं है। किसानों के खेतों में पानी नहीं जा रहा है। आपके एक भाई गोपाल जी बोल रहे थे कि हमने विधायक जी को लिख के दिया पर कुछ नहीं हुआ। इस बार आप क्या सोच रहे हैं? कुवर नाथ सिंह ने कहा हमारा सोच ही नहीं गांव के लोगों के पास विकल्प केवल अब विधायक बदलने का है।
आपका क्या नाम है भैया? मेरा नाम लालू कुमार यादव है। एंकर कहते है लालू कुमार यादव जी अभी यह लोग बोल रहे हैं। इनमे थोड़ा सा आक्रोश है गुस्सा भी है। इस पर आप क्या कहेंगे। लालू कुमार यादव ने कहा कि इस विषय पर हमने और अन्य लोगों ने वर्तमान विधायक को मैसेज किया था। उसके बावजूद भी निवारण नहीं हुआ। इस बार मतदान सोच समझ कर करेंगे। बदलाव होना जरूरी है।
वही दूसरे युवक से मुखातिब पत्रकार बाल्मीकि कहते है ये बोल रहे हैं कि बदलाव करेंगे विधायक आते हैं बड़ी-बड़ी बातें करके चले जाते हैं लेकिन तीयर का जो रोड है वो नहीं बन पाता है विकास नहीं हो रहा है। क्या नाम हुआ आपका?जबाब: अशोक कुमार सिंह। बाल्मीकि पूछते है अशोक कुमार सिंह जी क्या सोच रहे हैं इस बार आप? बदलाव करेंगे। हां में जबाब होता है। आइए और भी कुछ लोग हैं हमारे साथ उनसे जानते हैं क्या नाम हुआ आपका? विकास कुमार
बाल्मीकि कहते है विकास कुमार आप एक युवा हैं। अभी पढ़ते हैं। क्या मतदान करते हैं। जबाब: हां मतदान भी करते हैं पढ़ते भी हैं। सवाल: किस चीज की तैयारी कर रहे हैं? अभी बिहार पुलिस की तैयारी कर रहे हैं। सवाल: दौड़ने के लिए खेल मैदान है? जबाब: फिजिकल की तैयारी करने के लिए खेल मैदान नहीं है सर वो दूसरे का जमीन है उसी में दौड़ते हैं। वो फील्ड को अपने कब्जे में ले लेगा तो फिर कहां दौड़ने के लिए जाईएगा? जबाब: रोड पर दौड़ेंगे और कहां दौड़ेंगे। सवाल: रोड पर दुर्घटनाएं घटित हो सकती हैं? जबाब: क्या करें मजबूरी है। जो वोट लेते हैं वादा करते हैं फिर बदल जाते हैं।
क्या नाम हुआ जी आपका ? मुन्ना सिंह यादव मेरा नाम हुआ। मुन्ना सिंह यादव जी आप भी करते हैं ना मतदान तो इस बार क्या सोच रहे हैं? जबाब: इस बार हम लोग बदलाव करेंगे। बार-बार लोग वादा करते हैं वोट दीजिए हम लोग ये कर देंगे वो कर देंगे जितने पढ़ने वाले स्टूडेंट हैं उसके लिए लाइब्रेरी बना देंगे खेल मैदान वगैरह कर देंगे। हर चीज का सुविधा कर देंगे लेकिन ये लोग अपने वादे पर खरे नहीं उतरते। क्या नाम हुआ आपका? जबाब: विनोद शर्मा
विनोद शर्मा जी क्या सोच रहे हैं इस बार? जबाब: हम लोग तो यही सोच रहे हैं कि बदलाव हो जाए इस बार। सवाल : बदलाव करके क्या क्या विकास करवाना चाहते हैं? इधर आइए थोड़ा सा क्या नाम हुआ आपका? तेजू सिंह, तेजू सिंह जी अभी शर्मा जी बता रहे हैं कि बदलाव करेंगे लेकिन पूरा समझ नहीं आ रहा है कि क्या बदलाव करेंगे।
तेजु यादव कहते है इनके बदलाव का मतलब विधायक से हैं। हम लोग के यहां गांव में रोड नहीं है। मूलभूत सुविधा की कमी है। जो विधायक हमारे गांव का रोड तक नहीं बनवा सका तो उसको वोट क्यों दे। इधर थोड़ा सा कैमरा कीजिएगा, ये लास्ट बॉर्डर गांव है। इसके बाद बक्सर जिला पड़ता है। यहां से पश्चिम चार किलोमीटर की दूरी पर रघुनाथपुर बाजार पड़ता है। जबकि बिहिया की दूरी यहां से करीब 13 किलोमीटर हैं।