Fit India Cyclothon : फिट इन्डिया सायक्लोथोन का नारा – फिटनेस का डोज, आधा घंटा रोज
खबरे आपकी Fit India Cyclothon आरा: फिट इन्डिया सायक्लोथोन को लेकर शनिवार को एक रैली का आयोजन किया गया, जिसमें सदर अस्पताल आरा के चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी शामिल हुए। रैली आरा सदर अस्पताल से शुरू होकर विभिन्न मार्गो से होते हुए पुनः सदर अस्पताल में समाप्त हुई। रैली का नेतृत्व एनसीडी के नोडल पदाधिकारी डॉ. प्रवीण कुमार सिन्हा ने किया।
Fit India Cyclothon इस दौरान डॉ. सिन्हा ने कहा की फिट रहेगा इन्डिया, तभी ‘स्वस्थ्य भारत का निर्माण’ संभव है। हम फिट कैसे रहें? यह भारत सरकार का उद्वेश्य है। वह चाहती है कि इस देश का हर नागरिक स्वस्थ्य व फिट रहे। अगर लोग फिट व स्वस्थ्य रहेंगे, तो बीमार कम पड़ेंगे, बिमारी कम होगी, तो सरकार का स्वास्थ्य सेवा पर खर्च कम पड़ेगा, एवं स्वस्थ्य लोगों के बदौलत राष्ट्र का निर्माण मजबूत होगी एवं हमारे देश का विकास दिन-दूनी रात-चौगूनी बढ़ता जायेगा। यह तो सरकार सोचती है, पर इससे हमारा कितना फायदा है? कभी सोचा है?
अगर एक व्यक्ति अपने जीवन में रोजाना आधा घंटा माॅर्निंग वाक् करे, या कसरत-व्यायाम करें या सबसे अच्छा, अगर रोजाना आधा घंटा साइकिल चलाये, तो वह हार्ट अटैक से नहीं मरेगा, पारालाईसिस का शिकार नहीं होगा, मोटापा नहीं होगी, और अगर मोटापा न हो, तो बस, समझ लिजिए कि ज़िन्दगी का 70-90 प्रतिशत बिमारियां, स्वत: दूर रहेगी।
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संसार में एक देश है, नीदरलैंड, जहां दुनिया में सबसे ज्यादा लोग साइकिल इस्तेमाल करते हैं। वहां मेन रोड के सटे लाल रंग का ‘साइकिल ट्रैक’ बना होता है और साइकिल उसी ट्रैक पर चलती है। जहां वह मेन रोड क्रॉस करती है, वहां पर सिग्नल ऑन होने पर, साइकिल को गुजरने के लिए ट्रैफिक रूक जाती है। साइकिल चलाने से लोगों की सेहत तो ठीक रहता ही है और साथ ही साथ डीजल व पेट्रोल की बचत होती है और पर्यावरण भी दूषित नहीं होती है। Fit India Cyclothon फिट इन्डिया सायक्लोथोन का नारा है। फिटनेस का डोज, आधा घंटा रोज। इस अभियान के तहत लोगों में जागरूकता पैदा किया जाना मानवता के दृष्टिकोण से हितकारी है।
Prof. Kamalanand Singh 1956 में नेशनल अवार्ड से हुए थे सम्मानित