Ramco company Bihiya: भाई दिनेश ने उठाया सवाल, क्या यह लापरवाही इसलिए है क्योंकि प्रभावित लोग गरीब, किसान और मजदूर हैं?
- हाइलाइट्स: Ramco company Bihiya
- बिहिया में रामको कंपनी के प्रदूषण का दुष्परिणाम अब स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है: दिनेश
आरा: जगदीशपुर के पूर्व विधायक भाई दिनेश ने रामको कंपनी, बिहिया द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उनका आरोप है कि यह कंपनी पिछले 15-20 वर्षों से प्रदूषण फैला रही है। परिणामस्वरूप आसपास का पानी और हवा प्रदूषित हो गए हैं। इस प्रदूषण का दुष्परिणाम अब स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। नतीजा यह है की आस -पास के गांव सहित करीब दस हजार लोग सीधे प्रभावित है। कई लोगों की असमय मृत्यु हुई है और अनेक बीमार हैं।
यह आश्चर्यजनक है कि अनुमंडल और जिला प्रशासन ने आज तक कंपनी से यह सवाल नहीं किया कि वातावरण प्रदूषित होने पर वे कोई निवारक उपाय क्यों नहीं कर रहे हैं और न ही उन्होंने आसपास के क्षेत्रों के पानी की जांच करवाई है। क्या यह लापरवाही इसलिए है क्योंकि प्रभावित लोग गरीब, किसान और मजदूर हैं? जिन्हे अपने भाग्य पर निर्भर रहने के लिए छोड़ दिया गया है।
रामको कंपनी पर लेबर मैनुअल का उल्लंघन करने का भी आरोप है। पूर्व विधायक ने बताया की हाल ही में, एक श्रमिक की समय पर इलाज न मिलने के कारण मृत्यु हो गई और कंपनी ने अभी तक उचित मुआवजा नहीं दिया है। कहा की प्रशासन को यह भी जांच करनी चाहिए कि कंपनी अपने कर्मचारियों को 40 किलोमीटर दूर क्यों आवास प्रदान करती है, यदि आसपास का वातावरण प्रदूषित नहीं है।
विदित रहे की पूर्व में बीएसपीसीबी के अध्यक्ष के रूप में विवेक कुमार सिंह ने जल (प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम, 1974, वायु (प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम, 1981 और पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम 1986 के तहत खतरनाक अपशिष्ट (प्रबंधन, हैंडलिंग और सीमा पार आवाजाही) नियमों की अनुसूची 1 के नियम 3 (1) के तहत रैमको कंपनी के खतरनाक उद्यम को दिए गए अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) को रद्द कर दिया था। लेकिन तब कोर्ट से इन्हे राहत मिल गई थी। लेकिन अब स्थिति काफी बदल गई है। क्या गरीब, किसान और मजदूर को जीने का हक नहीं हैं?