Murder Case Exposed-मुखिया हत्याकांड: एंबुलेंस चालक सहित दो आरोपित गिरफ्तार
चरपोखरी पूर्व प्रखंड प्रमुख का एक पुत्र भी चढ़ा पुलिस टीम के हत्थे
पंचायत चुनाव की रंजिश में ही की गयी मुखिया संजय सिंह की हत्या
दीपावली के पहले ही रची गयी थी मुखिया की हत्या की साजिश
पूर्व प्रखंड प्रमुख और बेटे सहित अबतक तीन ने किया सरेंडर, चार गिरफ्तार
अन्य फरार आरोपितों की गिरफ्तारी को चल रही छापेमारी
एसपी बोले-चलेगा स्पीडी ट्रायल, एलएसएल रिपोर्ट आने के बाद होगी चार्जशीट
खबरे आपकी आरा। भोजपुर के चरपोखरी प्रखंड की बाबूबांध पंचायत मुखिया संजय सिंह की चुनावी रंजिश में हत्या की गयी थी। इसके लिये पूर्व प्रखंड प्रमुख अनिल सिंह सहित अन्य आरोपितों ने दीपावली के पहले साजिश रची थी। हत्या कांड में वांटेड एंबुलेंस चालक विजेंद्र यादव उर्फ लंगड़ा और पूर्व प्रखंड प्रमुख के बेटे दीपक कुमार सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इसका खुलासा किया है। दोनों चरपोखरी के अगनूचक प्रीतमपुर गांव के रहने वाले हैं। इनके पास से हत्या में इस्तेमाल एक बाइक बरामद की गयी है।
एसपी विनय तिवारी को शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हत्या के बाद पीरो एसडीपीओ राहुल सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था। टीम ने तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर हत्या में शामिल अबतक चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में एंबुलेंस चालक और दीपक कुमार सिंह ने पूरी घटना का खुलासा कर दिया। उन्होंने बताया कि पुलिस की दबिश के कारण मुख्य षड़यंत्रकर्ता अनिल सिंह और उनके बेटे दीपू सिंह सहित तीन कोर्ट में सरेंडर कर चुके हैं। इनमें एक अप्राथमिकी आरोपित बिट्टू भी शामिल है। फरार चल रहे अन्य आरोपितों की धरपकड़ को छापेमारी की जा रही है। एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में चार्जशीट दाखिल की जायेगी स्पीडी ट्रायल के तहत मुकादमा चलाया जायेगा। टीम में नगर थानाध्यक्ष शंभू कुमार भगत, पीरो थानाध्यक्ष नंदकिशोर, चरपोखरी थाने के दारोगा राजाराम प्रसाद, सिकरहट्टा थाने के दारोगा आशीष साह और डीआईयू के अफसर शामिल थे।
Murder Case Exposed: वादे से मुकरने का आरोप लगा की गयी मुखिया की हत्या
पंचायत चुनाव में समर्थन देने के वादे से मुकरने के आरोप में मुखिया संजय सिंह की हत्या की गयी है। गिरफ्तार एंबुलेंस चालक विजेंद्र और दीपक सिंह से पूछताछ के बाद एसपी ने यह जानकारी दी। एसपी के अनुसार दीपक और एंबुलेंस चालक विजेंद्र ने बताया कि संजय सिंह ने पूर्व में भी बाबूबांध पंचायत से मुखिया का चुनाव लड़ा था। तब अनिल सिंह ने उनका समर्थन किया था। उस समय तय हुआ था कि वर्ष 2021 का मुखिया का चुनाव अनिल सिंह लड़ेंगे। जबकि संजय सिंह उसका समर्थन करेंगे। लेकिन संजय सिंह नहीं माने और इस बार भी चुनाव लड़ गये। उसके बाद 74 वोट से मुखिया का चुनाव जीत भी गए। यह बात अनिल सिंह, बलवंत सिंह उर्फ तेजस्वी और सुरेश सिंह को नागवार गुजरी। इसे लेकर दीपावाली के पहले ही अनिल सिंह द्वारा हत्या का प्लान किया गया। ताकि सीट खाली हो जाने के बाद वह दुबारा मुखिया का चुनाव होने पर जीत जाएंगे। हालांकि पंचायत के लोगों को आरोपितों का यह तर्क गले से नहीं उतर रहा है।
मामले में कुल चार गिरफ्तार
संजय सिंह हत्याकांड मामले में पुलिस ने 48 घंटे के भीतर सुरेश यादव और वीर बहादुर सिंह को गिरफ्तार कर लिया था इसके बाद आज एंबुलेंस चालक वीरेंद्र यादव एवं दीपक सिंह की गिरफ्तारी हुई।
बलवंत और विनोद ने मारी थी मुखिया को गोली, भागने के मंगायी थी एंबुलेंस
एसपी ने बताया की घटना के समय एंबुलेंस में छह लोग सवार थे। दो लोग बाइक से एंबुलेंस तक पहुंचे थे। बाइक को जब्त कर लिया गया है। एंबुलेंस से ठोकर मारने के बाद मुखिया बाइक सहित गिर पड़े। उसके बाद बलवंत उर्फ तेजस्वी और विनोद सिंह ने मुखिया के सर में काफी करीब से गोली मार दी। इससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। एसपी ने बताया कि हत्या के बाद भागने में कोई परेशानी नहीं हो। इसके लिये ही एंबुलेंस मंगायी गयी थी। कहा कि चूंकि विजेंद्र यादव उर्फ लंगड़ा अनिल सिंह का पड़ोसी और नजदीकी था। वह पटना एंबुलेंस चलाता था। इसलिये अनिल सिंह ने उसे भी अपने इस प्लान में शामिल कर लिया।
प्रोग्राम में जाने के समय से ही मुखिया का फॉलो कर रहे थे आरोपित
Murder Case Exposed एसपी के अनुसार अपराधी मुखिया संजय सिंह के ठेंगवा जाने के समय से ही फॉलो कर रहे थे। हत्या में शामिल आरोपितों ने ही प्रोग्राम कराने वाले लोगों को मुखिया को बुलाने की सलाह भी दी गयी थी। हालांकि प्रोग्राम करने वालों को इन बदमाशों की साजिश भनक नहीं लग सकी। एसपी के अनुसार गिरफ्तार दोनों आरोपितों ने पूछताछ में यह जानकारी दी। बता दें कि मुखिया संजय सिंह घटना के दिन हरिकीर्तन में भाग लेने ठेंगवा गांव गये थे। वहां से बुलेट से लौटते समय उनकी गोली मार हत्या कर दी गयी थी।