satellite phone:आज दुनियाभर में विभिन्न कंपनियों के स्मार्टफोन का इस्तेमाल किया जा रहा है, इन्हे चलाने के लिए बड़े अकार के मोबाइल टावर लगाए जाते हैं जिससे नेटवर्क की फ्रीक्वेंसी काफी अच्छी रहती है और कॉलिंग में किसी प्रकार की समस्या नहीं आती है। हालांकि दूर-दराज के इलाकों में जाने पर जब आप किसी को कॉल करने की कोशिश करते हैं तो नेटवर्क की समस्या होती है। संबंधित कंपनी का टावर नहीं रहने या ऐसे जगहों पर जहां टावर नहीं लगाए जा सकते स्मार्टफोन का सिग्नल वीक पड़ जाता है। क्या आप जानते हैं कि मार्केट में एक ऐसा फोन मौजूद है जिसमें कभी भी कही भी सिग्नल की समस्या नहीं होती है। ये बात आपको हैरान कर सकती है लेकिन पूरी तरह से सच है। दरअसल हम बात कर रहे हैं सैटेलाइट फोन की जिसके बारे में आपने सुना जरूर होगा लेकिन इसे इस्तेमाल नहीं किया होगा।
satellite phone use: चुनिंदा लोग ही सैटेलाइट फोन कर सकते है इस्तेमाल
भारत समेत दुनियाभर में दशकों से सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये ऐसी जगह पर काम कर सकते हैं जहां पर सिग्नल स्ट्रेंथ कम होती है या फिर सिग्नल आता ही नहीं है। ये अपने नाम की तरह सैटेलाइट की मदद से काम करता है। इसकी ऑडियो क्वॉलिटी इतनी बेहतर है जितनी आम स्मार्टफोन्स से भी नहीं मिलती है। हालांकि इसका इस्तेमाल करने की की परमिशन हर किसी को नहीं है। भारत में चुनिंदा लोगों को ही सैटेलाइट फोन इस्तेमाल करने की परमीशन है। इसका इस्तेमाल करने की परमिशन डिफेंस, सेना, बीएसएफ सहित डिजास्टर मैनेजमेंट सहित कुछ अन्य चुनिंदा लोगों को ही है। इसकी खासियत की बात करें तो इसका इस्तेमाल देश के किसी भी हिस्से में किया जा सकता है और आप हवाई सफर या फिर शिप में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
सैटेलाइट फोन इस्तेमाल करने का खर्च लाखों में
सैटेलाइट फोन को इस्तेमाल करने का खर्च इतना ज्यादा होता है कि आप इसके बारे में अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं। अगर आप सैटेलाइट फोन से कुछ घंटे बात करेंगे तो इसका खर्च लाखों में आता है। ऐसे में इसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते हैं। आम समर्टफोने को इस्तेमाल करने की लागत इसके आगे कुछ भी नहीं है। ऐसे में आम जनता के लिए नॉर्मल स्मार्टफोन ही है जिसकी कीमत भी कम होती है साथ ही इसे इस्तेमाल करने की लागत भी कम होती है।