Broken slabs of Drain: खबरे आपकी ने शाहपुर नगर पंचायत के कई क्षेत्रों में खुले नाले के ऊपर टूटे स्लैब की पड़ताल की तो हालात गंभीर मिले।
- हाइलाइट्स: Broken slabs of Drain
- नगर में जगह-जगह टूटे नालों के स्लैब से जान को खतरा
आरा/शाहपुर : भोजपुर जिला अंतर्गत शाहपुर नगर पंचायत के हरी नारायण +2 उच्च विधालय के सामने नाले में बच्चे के गिरने के हादसे से लोग सहम गए हैं। उनको नगर में जगह-जगह टूटे नालों के स्लैब, अति व्यस्त क्षेत्र में खुले नालों से चिंता सताने लगी है। नालों के ऊपर टूटे स्लैब जान को खतरा बने हुए हैं।
खबरे आपकी ने शाहपुर नगर पंचायत के कई क्षेत्रों में खुले नाले के ऊपर टूटे स्लैब की पड़ताल की तो हालात गंभीर मिले। इनको लेकर शाहपुर नगर पंचायत का निर्माण विभाग कतई संजीदा नहीं दिखाई दिया। हर जगह पर एक जैसे ही हालत दिखाई दिए।
स्थान : शाहपुर हाई स्कूल
स्थिति: शाहपुर हाई स्कूल के सामने खुला नाला से जान को खतरा बना हुआ है। इसमें कोई भी गिर सकता है। नाला पूरी तरह भरा हुआ है। जल निकासी के रास्ते पर नगर पंचायत ने कूड़ा- कचड़ा डालकर भर दिया है। जिससे नाला भी पूरी तरह भर चुका है। जाम नाले व उसके ऊपर सीमेंट का स्लैब नहीं होने से जान का खतरा बना हुआ हैं।
शाहपुर नगर पंचायत का हलात ऐसा है की यहां गंदा पानी सड़कों पर बहने लगता है। सड़क नाले के पानी से एक हो जाते हैं। नगर में कई वर्षों से यहां के नालों की सफाई व सुरक्षा को लेकर नगर प्रशासन की ओर से कुछ नहीं किया गया है। जनप्रतिनिधियों के मौन रहने के कारण नगर के अधिकारी सब जानकर अंजान बने हुए हैं। नगर पंचायत की ओर से बनाये गये नालों व नालियों में अधिकांश जगह स्लैब नहीं लगे हैं। बारिश का मौसम आते ही सड़क के किनारे स्लैब विहीन नाला के बारे में लोगों व बाइक सवारों को पता नहीं चलता है।
कई लोग हो चुके हैं चोटिल
वार्ड संख्या-10 के रामनाथ मिठाई दुकान, मुख्य सड़क रोड़ से उमेश चंद्र पांडेय तक बने नालों में गिरकर कई लोग जख्मी हो चुके हैं। हाई स्कूल के पास नाले में स्लैब नहीं रहने से अब तक कई गाड़ी गिरकर फंस चुकी है। नाले में ऊपर स्लैब नहीं रहने के कारण बिगत फरवरी माह में एक बच्ची गिर गई थी जिसे समय रहते बचा लिया गया। रात में खुले नालों में गिरने से कई लोग चोटिल भी हो चुके हैं।
गहराई इतनी है कि अगर कोई बच्चा गिर जाए तो उसका बचना मुश्किल:
NH-84 मुख्य रोड हाई स्कूल के पास बने नाले की चौड़ाई लगभग तीन फीट व गहराई लगभग पांच फीट है। नगर में बने खुले नाले कभी भी लोगों की मौत का कारण बन सकते हैं। कहीं आधी नाली ढंककर छोड़ दिया गया है तो कहीं ढका स्लैब नालियों में टूट कर गिरा हुआ है। बावजूद इसके नगर पंचायत के अधिकारी गंभीर नहीं हैं। बारिश का मौसम आते ही सड़कों पर नालियों का पानी बहने लगता है। सड़क ऊंचा होता जा रहा है और नाले गहरे हो रहे हैं। कभी भी कोई बढ़ा हादसा हो सकता है। हाई स्कूल के पास बने नाले की गहराई इतनी है कि अगर कोई बच्चा गिर जाए तो उसका बचना मुश्किल है।
नगर पंचायत की लापरवाही से लोगों की जान जा सकती है
किसान श्री सम्मान से सम्मानित किसान उमेश चंद्र पांडेय उर्फ मुन्ना पांडेय ने कहा की जिस तरह से शाहपुर नगर में बिना स्लैब के नाले व नालियां हैं, उससे कभी भी हादसा हो सकता है। नगर पंचायत की लापरवाही से लोगों की जान जा सकती है। बारिश के महीने में हरी नारायण हाई स्कूल के सामने की सड़क व नाला एक समान हो जाते है। सैकड़ों स्कूली बच्चे इसी रास्ते से गुजरते हैं।