Asthawan Chairman : बिहार के नालंदा जिले की अस्थावां नगर पंचायत की चेयरमैन लाडली सिन्हा को राज्य निर्वाचन आयोग ने पद से हटा दिया है।
- हाइलाइट्स: Asthawan Chairman
- अस्थावां नगर पंचायत का मामला, तथ्य छिपाने पर राज्य निर्वाचन आयोग ने की कार्रवाई
- चेयरमैन बनने के लिए बेटे-बेटी को बताया जुड़वां, फोटो से पकड़ में आ गया झूठ… पद से हटाई गई
Asthawan Chairman नालंदा: चेयरमैन बनने के लिए बेटे-बेटी को जुड़वा बताने वाली लाडली सिन्हा को राज्य निर्वाचन आयोग ने पद से हटा दिया है। उनका यह झूठ उस फोटो से पकड़ा गया, जिसमें बच्चों का कद अलग-अलग व उम्र भी अलग प्रतीत हो रही थी। मामला नालंदा जिले की अस्थावां नगर पंचायत का है। चेयरमैन को राज्य निर्वाचन आयोग ने पद से हटा दिया। तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी पर भी गलत जन्म प्रमाण-पत्र जारी करने के आरोप में कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। मुख्य पार्षद ने हलफनामे में जानकारी दी थी कि उनकी दूसरी बेटी व एक बेटा जुड़वां हैं।
राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ. दीपक कुमार के मुताबिक अस्थावां निवासी शिवबालक यादव ने वाद दायर किया था। जिसमें बताया गया था कि लाडली सिन्हा ने बिहार नगर पालिका अधिनियम 2007 की धारा 18 (1) ड की अनदेखी कर हलफनामा दायर किया है। उनकी 4 अप्रैल 2008 के बाद तीन संतान हैं। उनमें दो जुड़वां हैं। सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों के अधिवक्ता ने अपने अपने तर्क व साक्ष्य प्रस्तुत किए। आधार कार्ड व मेडिकल जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराई गई थी, जो जांच के दौरान गलत साबित हुई।
परिवादी के अधिवक्ता ने साक्ष्य के साथ बताया कि तत्कालीन मुखिया के लेटर पैड के आधार पर एक बेटी के आधार कार्ड में उम्र अंकित कराई गई थी। उस समय लाडली सिन्हा मुखिया थीं। बच्चों की मेडिकल जांच रिपोर्ट में भी छेड़छाड़ की गई थी। लाडली सिन्हा की दोनों बेटियों व एक बेटे के साथ फोटो भी उपलब्ध कराई गई। जिसमें सभी बच्चों का कद और उम्र अलग-अलग प्रतीत हुआ। आयोग ने पाया कि मुख्य पार्षद की दो से अधिक जीवित संतान हैं। अयोग्य होने के बाद भी वह मुख्य पार्षद पद पर निर्वाचित हुईं।