- एएसपी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने झारखंड के डोरंडा से माफिया को दबोचा
- कोईलवर के कमालुचक बालू घाट पर 20 जनवरी 2022 को हुई तो दोहरा हत्याकांड
- सत्येंद्र पांडेय और विदेशी राय गिरोह के बीच चली थी गोलियां
- कुर्की होने के बाद भी फरार चल रहा था माफिया, सत्येंद्र पांडेय का था शागिर्द
Kamaluchak murder case/Bhojpur/Bihar/आरा खबरे आपकी: भोजपुर के कोईलवर दोहरे हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने हत्याकांड में वांटेड कुख्यात बालू माफिया शशिकांत पांडेय को गिरफ्तार किया है। वह कोईलवर थाना क्षेत्र के पचरूखिया कला गांव का रहने वाला है, उसे झारखंड के डोरंडा से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार शशिकांत पांडेय जेल में बंद कुख्यात माफिया सत्येंद्र पांडेय का खास शागिर्द बताया जा रहा है। उसके खिलाफ पूर्व से भी करीब दर्जन भर मामले दर्ज हैं।
एसपी प्रमोद कुमार द्वारा रविवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यह जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि 20 जनवरी 2022 को कोईलवर थाने के कमालुचक बालू घाट पर दो गुटों के बीच गोलीबारी हुई थी। उसमें दो लोगों की मौत हो गयी थी। उसे लेकर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। उसमें पचरूखिया गांव निवासी कुख्यात सत्येंद्र पांडेय गिरोह के शशिकांत पांडेय का भी नाम आया था।
उसके बाद से ही वह फरार चल रहा था। उसी समय से पुलिस उसके पीछे पड़ी थी। उस मामले में उसके खिलाफ कुर्की भी हो गयी थी। इस बीच शशिकांत के झारखंड के डोरंडा में होने की सूचना मिली। उस आधार पर एएसपी हिमांशु के नेतृत्व में टीम गठित कर डोरंडा में छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। छापेमारी में कोईलवर थानाध्यक्ष और डीआईयू टीम के अफसर व जवान शामिल थे।
Kamaluchak murder case:शशिकांत पांडेय पर पहले से हत्या सहित दस मामले दर्ज
कोईलवर के पचरूखिया कला गांव निवासी उमेश्वर पांडेय का पुत्र शशिकांत पांडेय कुख्यात बालू माफिया था। उसके खिलाफ पूर्व से भी हत्या, आर्म्स एक्ट और रंगदारी सहित दस मामले दर्ज हैं। वह कोईलवर थाने की पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया था। उसकी गिनती जिले के टॉप अपराधियों में थी।
एसपी प्रमोद कुमार ने बताया गिरफ्तार शशिकांत पांडेय कुख्यात बालू माफिया और गैंगस्टर सत्येंद्र पांडेय का खास शागिर्द था। उसके खिलाफ पहले से भी दस संगीन और गंभीर मामले दर्ज हैं। उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है। बताया कोईलवर दोहरे हत्याकांड में दोनों पक्षों के अधिकतर आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। हालांकि अंकित पांडेय सहित कुछ आरोपित अभी फरार चल रहे हैं। उन सभी की गिरफ्तारी के लिए