- दो घंटे तक चला हाई वोल्टेज ड्रामा :
- नगर थाना क्षेत्र के धरहरा के समीप शुक्रवार की दोपहर की घटना
- पटना से आरा आने के दौरान नगर थाने की पुलिस द्वारा की गयी गाड़ी की जांच
- पुलिस पर डाक्टर की बहन से असंसदीय भाषा का प्रयोग करने का आरोप
- डाक्टर की पहल और एसपी के निर्देश पर पुलिस ने थाने से छोड़ा
- हथियार की सूचना देने वाले की पहचान और कार्रवाई में जुटी पुलिस
- एसपी बोले: एएसपी करायी जा रही जांच, दोषी कर्मियों पर होगी कार्रवाई
Dr. Kumar Jitendra sister/Bihar/Ara: हथियार की सूचना पर आरा के चर्चित डाक्टर की बुजुर्ग बहन की गाड़ी की जांच और थाने में बैठाये जाने को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया। कार की चेकिंग के दौरान पुलिस पर डाक्टर की बहन के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप भी लगाया गया है। बाद में डाक्टर की पहल पर एसपी के आदेश के बाद उनकी बहन उषा देवी को थाने से छोड़ दिया गया।
घटना शहर के चर्चित हड्डी रोग विशेषज्ञ (Dr. Kumar Jitendra sister) डा. कुमार जीतेंद्र की बहन उषा देवी के साथ हुई है। वह पटना के सगुना मोड़ निवासी डाॅ. स्व. एमपी सिंह की पत्नी हैं। उन्होंने जांच कर रहे पुलिस कर्मियों पर असंसदीय भाषा का प्रयोग करने और दो घंटे तक थाने में बैठाकर रखने का आरोप लगाया है। इस संबंध में उनके ओर से एसपी को आवेदन भी दिया गया है। उसमें पुलिस कर्मियों और गलत सूचना देने वालों की पहचान ठोस कार्रवाई करने की मांग की गयी है।
Dr. Kumar Jitendra sister: आवेदन में कहा गया है कि वह शुक्रवार को अपनी कार से पटना से आरा आ रही थी। तभी धरहरा के समीप दस की संख्या में पुलिस वालों द्वारा उनकी गाड़ी रोक दी गयी। गाड़ी में आपत्तिजनक सामान होने की बात कहते हुए कार की तलाशी शुरू कर दी गयी। असंसदीय भाषा का प्रयोग करते हुए दुर्व्यवहार किया गया। उसके बाद उन्हें गाड़ी सहित थाने लाया गया। उनका मोबाइल भी ले लिया गया। अपना व अपने डाक्टर भाई का परिचय देने के बाद भी राहत नहीं दी गयी। बाद में किसी तरह उन्होंने भाई को घटना की सूचना दी। तब उनके भाई की पहल और एसपी के आदेश पर उन्हें थाने से छोड़ा गया। ऐसे में उन्हें करीब दो घंटे तक थाने में बैठना पड़ा।
इधर, इस संबंध में एसपी प्रमोद कुमार ने बताया पुलिस को एक अज्ञात नंबर से कॉल आयी थी की एक गाड़ी पटना से शहर में जा रही है। उसमें एक महिला बैठी है और कुछ हथियार छिपाकर रखे गए हैं। उब सूचना के आधार पर नगर थाना की पेट्रोलिंग पार्टी के पदाधिकारी और महिला पुलिस द्वारा उक्त गाड़ी की चेकिंग की गयी। उसके बाद नगर थाना ले जाया गया। सत्यापन के क्रम में पता चला गाड़ी में डाॅ. जीतेंद्र की बहन है। उसके बाद उनको सम्मान वापस घर भेज दिया गया। हालांकि अभी तक गाड़ी में ऐसा कोई हथियार नहीं मिला है।
उन्होंने बताया कि पुलिस को हथियार की सूचना देने वाले कॉलर्स की पहचान और मामले की छानबीन की जा रही है। गलत सूचना देने वाले के खिलाफ समुचित विधिक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि एएसपी से पुलिसकर्मियों के व्यवहार की शिकायत की जांच करायी जा रही है। शिकायत सही पाये जाने वाले दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।