Sunday, April 28, 2024
No menu items!
Homeखेलक्रिकेटविश्व कप क्रिकेट का महासंग्राम, सुनहरा अध्याय लिखना चाहेगी भारतीय टीम

विश्व कप क्रिकेट का महासंग्राम, सुनहरा अध्याय लिखना चाहेगी भारतीय टीम

World Cup Final 2023: अजेय रथ पर सवार टीम इंडिया रविवार को कंगारुओं पर अंतिम वार कर 20 साल पुराना हिसाब बराबर कर फिर से विश्व चैंपियन बनने के लिए उतरेगी।

  • हाइलाइट :-
    • वर्ष 1983 जब लॉर्ड्स में कपिल देव ने उठाई थी विश्व कप ट्रॉफी
    • 28 साल बाद 2011 में महेंद्र सिंह धौनी के नेतृत्व में विश्व चैंपियन बना भारत
    • तीसरी बार इस चमचमाती ट्रॉफी को तैयार है अजेय रथ पर सवार है टीम इंडिया

World Cup Final 2023: दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम आज महासंग्राम के फाइनल के लिए पूरी तरह से तैयार है। अजेय रथ पर सवार टीम इंडिया रविवार को कंगारुओं पर अंतिम वार कर 20 साल पुराना हिसाब बराबर कर फिर से विश्व चैंपियन बनने के लिए उतरेगी। कपिल देव ने 1983 में जब लॉर्ड्स में विश्व कप ट्रॉफी उठाई थी तो यह भारतीय क्रिकेट में नए युग की शुरुआत थी। उसके 28 साल बाद 2011 में कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने फाइनल में विजयी छक्का जड़ा तो विश्व क्रिकेट में भारत के दबदबे की शुरुआत की। रविवार को रोहित तीसरी बार इस चमचमाती ट्रॉफी को उठाकर भारतीय क्रिकेट का एक और सुनहरा अध्याय लिखना चाहेंगे।

BREAKING NEWS
BREAKING NEWS
BREAKING NEWS
BREAKING NEWS

World Cup Final 2023 का यह फाइनल पूरी तरह से अलग होगा। टीम का ध्यान सिर्फ टूर्नामेंट जीतने पर नहीं होगा बल्कि करोड़ों लोगों की भावनाओं का सैलाब भी उमड़ेगा। रोहित और टीम के उनके साथी कहते रहे हैं कि मैदान के बाहर क्या बोला जा रहा है इसका उन पर कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन बाहर से प्रशंसकों की आवाज ने ही खेल और इस टीम को इतना बड़ा बनाया है।

बेखौफ बल्लेबाजी कर रहे रोहित

रोहित ने अब तक आगे बढ़कर टीम की अगुआई की है। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट बेखौफ बल्लेबाजी की। खासकर पावरप्ले में। उनकी जोखिम भरी बल्लेबाजी ने हालांकि अन्य बल्लेबाजों पर दबाव कम कर दिया। कोहली और गिल जैसे खिलाड़यिों को समय लेकर अपनी पारी आगे बढ़ाने का मौका दिया। उन्होंने 124 के शानदार स्ट्राइक रेट से 550 रन बनाए हैं। गिल ने डेंगू और थकान से उबरने के बाद समय-समय पर अपने स्तर का परिचय दिया है। श्रेयस ने शॉर्ट गेंद के खिलाफ कमजोरी से उबरते हुए सेमीफाइनल में शतक जड़ा और वह भी अच्छी लय में हैं।

अमरोह एक्सप्रेस शमी ढाह रहे कहर

भारत के अभियान में हालांकि जिसने सबसे बड़ा अंतर पैदा किया वह हैं मोहम्मद शमी। शुरुआती मुकाबलों में एकादश से बाहर रहने के बाद अमरोह एक्सप्रेस के नाम से मशहूर यह तेज गेंदबाज प्रतिद्वंद्वी बल्लेबाजों पर कहर बनकर टूटा है। शमी इस पुरानी कहावत को सही साबित कर रहे हैं कि बल्लेबाज आपको मैच जिताते हैं लेकिन गेंदबाज आपके लिए टूर्नामेंट जीत सकते हैं। टीम के पास लोकेश राहुल का धैर्य, जडेजा का ऑलराउंडर खेल और सूर्यकुमार का एक्स फैक्टर भी है। कुलदीप अपनी स्पिनर से बल्लेबाजों को लगातार परेशान कर रहे हैं। बुमराह की यॉर्कर डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ जैसे दिग्गजों पर भी भारी पड़ सकती है। काली मिट्टी से बनी पिच पर धीमा टर्न मिल सकता है लेकिन भारत के अश्विन के रूप में तीसरे स्पिनर को उतारने की संभावना नजर नहीं आती।

पांच बार की विश्व चैंपियन कंगारू भी कम नहीं

ऑस्ट्रेलियाई टीम ने किसी भी कीमत पर जीत की संस्कृति छोड़ दी लेकिन जीतना नहीं भूली है। पांच बार की यह विश्व चैंपियन टीम बड़े मुकाबलों की टीम है और संभवत एकमात्र टीम है जो भारत पर काफी दबाव डाल सकती है। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस को पता है कि एक लाख 30 हजार दर्शक भारत की हौसलाअफजाई के लिए मौजूद होंगे लेकिन इस बात से उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा कि उनकी टीम ने इस साल भारत में वनडे सीरीज जीती थी।

कुलदीप बनाम मैक्सवेल

यह कुलदीप के कौशल का प्रमाण है कि डेरिल मिचेल को छोड़ कोई भी बल्लेबाज उनके खिलाफ आक्रामक होकर नहीं खेल पाया। हालांकि ग्लेन मैक्सवेल के पास बहुत सारे शॉट हैं और उनमें से कुछ को सिर्फ वही खेल सकते हैं। अगर मैक्सवेल टिकने में कामयाब रहे तो यह कुलदीप के लिए सबसे कठिन परीक्षा होगी। मैक्सवेल स्पिन के साथ खेलते हुए डीप मिडविकेट और लांग ऑन बीच के हिस्से को निशाना बना सकते हैं।

वॉर्नर बनाम बुमराह

इस विश्व कप में 3.98 के इकोनॉमी रेट के साथ 18 विकेट लेने वाले बुमराह 14 वनडे में एक भी बार डेविड वॉर्नर को आउट नहीं कर पाए हैं। वॉर्नर ने बुमराह की 130 गेंदों का सामना करते हुए 117 रन बनाए हैं। चोट से वापस आने के बाद से बुमराह ने अपने तरकश में घातक आउटस्विंगर को जोड़ा है। इससे वह फॉर्म में चल रहे वॉर्नर को परेशान कर सकते हैं।

शमी बनाम वॉर्नर बाएं हाथ के ओपनर

कोई भी बल्लेबाज सीम से शमी को मिल रही मूवमेंट से निपटने का तरीका नहीं ढूंढ पाया है। अराउंड द विकेट गेंदबाजी करते हुए उन्होंने बाएं हाथ के बल्लेबाजों को खासा परेशान किया है। स्टोक्स जैसे चैंपियन के पास भी उनका जवाब नहीं था। बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ शमी के प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें वॉर्नर और ट्रेविस की सलामी जोड़ी के खिलाफ बुमराह संग गेंदबाजी की शुरुआत करने का मौका मिल सकता है।

RAVI KUMAR
RAVI KUMAR
Journalist
- Advertisment -
Vikas singh
Vikas singh
sambhavna
aman singh

Most Popular

Don`t copy text!