World Heart Day: वर्ल्ड हार्ट डे के मौके पर सोमवार को शहर के चिकित्सकों के द्वारा एक जागरूकता रैली सह वॉकथन का आयोजन किया गया।
- हाइलाइट: World Heart Day
- रेडक्रॉस सोसाइटी के पास से जागरुकता रैली का हुआ शुभारंभ
- हृदय रोग से बचने के लिए कम से कम एक घंटे शरीर पर दे ध्यान:डॉ. टीपी सिंह
- हृदय रोगियों को खान-पान के साथ-साथ टहलना भी जरूरी-डाॅ. अमीत जायसवाल
आरा। वर्ल्ड हार्ट डे के मौके पर सोमवार को शहर के चिकित्सकों के द्वारा एक जागरूकता रैली सह वॉकथन का आयोजन किया गया। रेडक्रॉस सोसाइटी के पास से जागरुकता रैली शुरू हुआ। जो अश्वारोही पुलिस, कलेक्ट्रेट, डिस्ट्रिक्ट कोर्ट, नागरी प्रचारिणी, दक्षिणी रमना, होटल पार्क व्यू, शहीद भवन होते हुए पुनः रेड क्रॉस सोसाइटी के पास आकर समाप्त हुआ। आईएमए आरा और हार्ट केयर सेन्टर व आदृति हॉस्पिटल नाला मोड़, एमपी बाग आरा के बैनर तले इस जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।
मौके पर चिकित्सकों ने लोगों को हृदय रोग को लेकर जागरूक किया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. पी. सिंह ने कहा कि आधुनिकता के इस दौर में कम उम्र में ही लोग ह्रदय रोग, उच्च रक्तचाप और शुगर जैसी बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं, ऐसे में उनको इस बीमारी से बचने के उपाय को जानना जरूरी होगा। उन्होंने बताया कि लोगों को इससे बचने के लिए कम से कम एक घंटा अपने शरीर पर जरूर ध्यान देना चाहिए।
आईएमए के जिला सचिव डॉ. विजय गुप्ता ने भी लोगों को ह्रदय रोग के लक्षण और उससे बचने के उपाय को लेकर जागरूक किया। उन्होंने बताया कि लोग अधिक अपेक्षाओं का बोझ लेने के कारण भी हार्ट अटैक, हाई बीपी और शुगर की समस्या से ग्रसित हो रहे हैं। ऐसे में उन्हें अपने दिनचर्या के साथ-साथ खानपान का भी विशेष ख्याल रखना चाहिए।
हार्ट केयर सेंटर व आदृति अस्पताल आरा के निदेशक और हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अमित जायसवाल ने कहा कि आज देश के अधिकांश लोग हृदय रोग, बीपी , शुगर की समस्या से जूझ रहे हैं, जबकि पहले ये बीमारी अधिक उम्र के लोगों को होती थी। उन्होंने बताया कि इस बीमारी को सही समय पर पहचान की जरूरत है, ताकि उसे बचाव के साथ उसका उपाय भी किया जा सके। कोरोनरी आर्टरी डिजीज, बीपी,शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए खान-पान के साथ-साथ टहलना भी जरूरी है। ऐसे में हर उम्र के लोगों को शारीरिक व्यायाम और खासकर के नियमित रूप से मॉर्निंग वॉक पर जरूर ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने बताया कि ह्रदय रोग के बढ़ने के कई कारण है जिसमें भागदौड़ की जिंदगी और लाइफस्टाइल में तेजी से आ रहा बदलाव भी है लेकिन अपने शरीर का ख्याल रखने के लिए सभी को कुछ वक्त अपने लिए भी निकालना होता है। कार्यक्रम में डॉ. एस.के. रूंगटा, डॉ. सतीश कुमार सिन्हा, डॉ. केके सिंह, डॉ. बालाजी श्रीवास्तव, डॉ. राजीव रंजन, डॉ. जीवेश कुमार , डॉ. अशोक कुमार पांडेय, डॉ. ए. अहमद, अवधेश पांडेय, रामकुमार सिंह, टिंकू अग्रवाल, गुंजय, डॉ. विवेक राज, डॉ. प्रशांत समेत कई लोग थे।



