Bihar/Ara: जदयू नेता व कमरियांव पंचायत के बीडीसी लालबहादुर महतो ने मापी में (Hulas Tola Encroachment Mapi) धांधली का आरोप लगाया है। जदयू नेता का कहना है कि पूर्व के अतिक्रमणवाद में 22 लोगों के नाम शामिल थे परन्तु अंचल अमीन द्वारा मापी में किये गये धांधली के कारण मात्र 13 लोगों पर हीं अतिक्रमणवाद चलाया गया जबकि शेष अन्य लोग अब भी अतिक्रमण किये हुए हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से मामले की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है।
बता दें की जगदीशपुर एसडीपीओ राजीव चन्द्र सिंह, बिहिया की सीओ निशा यादव के अलावा बिहिया थाना, तियर थाना, धनगाईं थाना की पुलिस के अलावा जिला मुख्यालय से आये सीआईटी के भारी संख्या में जवानों की मौजूदगी में जिले के बिहिया प्रखंड अंतर्गत कमरियांव पंचायत स्थित हुलास टोला में अतिक्रमण कर बनाये गये 13 पक्का घरों को जेसीबी से तोड़वाया गया था। प्रशासन की इस कार्रवाई को लेकर संबंधित अतिक्रमणकारियों में खलबली मची रही तथा मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जुटी रही।
Hulas Tola Encroachment Mapi : हाईकोर्ट के कड़े रूख के बाद हटा अतिक्रमण
हुलास टोला गांव में पूर्व में रहे पईन पर स्थानीय लोगों द्वारा अतिक्रमण कर पक्का घर बना लिया गया था। उक्त मामले में तत्कालीन अंचलाधिकारी बासुकीनाथ श्रीवास्तव द्वारा शंकर दयाल यादव व अन्य के आवेदन पर अतिक्रमण वाद संख्या 4/2013-14 चलाया गया था परन्तु पुलिस बल उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण अतिक्रमण को नहीं हटाया जा सका था।मामले को लेकर हाईकोर्ट पटना में याचिका दायर की गयी थी परन्तु फिर भी अतिक्रमण ज्यों का त्यों रहा।
इस बीच तत्कालीन अंचलाधिकारी धीरज कुमार सिंह द्वारा अतिक्रमण वाद की फाईल अपने पास लेकर बगैर अतिक्रमण हटाये हाई कोर्ट में अतिक्रमण हटा दिये जाने का शपथ पत्र दायर कर दिया गया जिसके बाद याचिकाकर्ताओं में से एक सभा सिंह ने पुनः आवेदन देकर हाईकोर्ट में गुहार लगायी। मामले को लेकर हाईकोर्ट के कड़े रूख के बाद भोजपुर डीएम ने चार तत्कालीन सीओ व वर्तमान सीओ सुशील कुमार उपाध्याय के खिलाफ प्रपत्र क गठित कर विभागीय कार्रवाई के लिए भेज दिया।
वहीं इस बीच अंचल कार्यालय से संबंधित अतिक्रमणवाद की फाइल हीं गुम हो गयी जिसको लेकर सीओ ने अंचल कार्यालय के चार तत्कालीन प्रधान सहायकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी। इस मामले में पुलिस ने छानबीन के बाद व एसडीपीओ के पर्यवेक्षण के बाद तत्कालीन प्रधान सहायकों में से एक मदन राम को दोषी ठहराते हुए गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उक्त अतिक्रमणवाद मामले में हीं सीओ सुशील कुमार उपाध्याय को बिहिया से हटाकर मुख्यालय में योगदान करने का आदेश जारी किया गया।
अतिक्रमणवाद के उक्त मामले में अंचल कार्यालय द्वारा पुनः अतिक्रमणवाद चलाते हुए अतिक्रमणकारियों पर नोटिश जारी कर रविवार को केवल 13 घरों को तोड़कर हटाया गया है। जिसके बाद जदयू नेता ने बिहिया अंचल अमीन पर धांधली का आरोप लगाकर कारवाई करने की मांग की है ।