Thursday, December 12, 2024
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शाहपुर नपं में ट्रेंड करने लगा लूटों, बांटो और चुनाव जीतों का नारा

Shahpur Look: शाहपुर नगर पंचायत की सफाई व्यवस्था की स्थिति बदहाल होने के बावजूद एनजीओ को फिर से एक साल के लिए रखने के फैसला से नगर वासियों में आक्रोश।

Shahpur Look: शाहपुर नगर पंचायत की सफाई व्यवस्था की स्थिति बदहाल होने के बावजूद एनजीओ को फिर से एक साल के लिए रखने के फैसला से नगर वासियों में आक्रोश।

  • हाइलाइट : Shahpur Look
    • एनजीओ ने यत्र-तत्र कूड़ा कचरा फैलाकर बिगाड़ दी शाहपुर की सूरत
    • नगर क्षेत्र के 11 वार्ड में साफ-सफाई के लिए हर माह लाखों रुपये खर्च
    • शाहपुर नगर पंचायत में विकास की चिचरी पारी और मिटाई जा रही है
    • नगर क्षेत्र में एक नारा खूब चल रहा है- लूटों बांटो और चुनाव जीतों

Shahpur Look आरा/शाहपुर: बिहार के भोजपुर में शाहपुर नगर पंचायत के कई मोहल्ले आज भी स्वच्छ भारत अभियान से कोसों दूर हैं। सफाई व्यवस्था पर शाहपुर नगर पंचायत प्रतिमाह लाखों खर्च करता है। फिर भी नगर की हालत नारकीय बनी हुई है। नगर के मुख्य मार्गों पर जगह-जगह कचरे का ढेर लग गया है। गंदगी का अंबार, जाम पड़ी नालियां, जल निकासी समस्या जैसी समस्याएं शाहपुर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के सपने पर पानी फेर रही है।

शाहपुर नगर के बीचों बीच स्थित NH-84 मुख्य सड़क पर बहता नाले का पानी और कचरा ही शाहपुर की पहचान बन चुका है। आप जिधर भी जाएंगे कचरे का अंबार नजर आएगा। जहां चाहे फेंक दिया कूड़ा। कौन रोकेगा, कौन टोकेगा। यत्र-तत्र कूड़ा कचरा फैलाकर शहर की सूरत बिगाड़ दी गई है। दूसरी ओर नपं के अधिकारियों का कहना है कि नगर में कूड़े का उठाव नियमित रूप से हो रहा है।

मुख्य पथ के किनारे चौक-चौराहों पर जमा कचरा लोगों के लिए कष्टप्रद स्थिति उत्पन्न करती है। नगर पंचायत के गली मुहल्ले में कचरा जमा करने के लिए लगाया गया डस्टबीन भ्रष्टाचार को उजागर करते है। नगर पंचायत के एनजीओ प्रताप सेवा संकल्प,गोविंद फूलकान द्वारा डोर टू डोर कचरा का उठाव नहीं किया जा रहा है।

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शाहपुर नगर के छोटी मठिया चौफाल सहित अन्य चौक-चौराहे पर कचरे का अंबार लगा है। लेकिन यहां के पार्षद एनजीओ के समर्थन में अपने आप को समर्पण कर चुके है। यहां एक नारा चल रहा है- लूटों बांटो और चुनाव जीतों। इसी नारे के आधार पर यहां विकास की चिचरी पारी और मिटाई जा रही है।

नगर में कूड़ा निस्तारण का कोई ठोस इंतजाम अबतक नहीं हो पाया है। नगर प्रशासन शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने में नाकाम साबित हो रहा है। गंदगी से बीमारी फैलने का भी खतरा मंडरा रहा है। शाहपुर की सफाई की स्थिति काफी दयनीय है। प्रतिदिन हजारों रुपये साफ-सफाई के नाम पर नगर प्रशासन खर्च कर रहा है, लेकिन इसके बावजूद शहर में चारों ओर गंदगी का ढेर लगा हुआ है।

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शाहपुर नगर पंचायत के कई ऐसे वार्ड है जहां सफाई होती ही नहीं है। वहां के लोग खुद से अपने घरों के आसपास सफाई करने को मजबूर हो रहे हैं। जबकि नगर पंचायत क्षेत्र में रहने वाले लोगों को साफ-सफाई के नाम पर टैक्स चुकाना पड़ रहा है। नगर पंचायत प्रशासन ने एनजीओ को शाहपुर की साफ-सफाई की व्यवस्था सौंप दी है। इसके अलावा नपं के दैनिक मजदूर भी है। नगर क्षेत्र के 11 वार्ड में साफ -सफाई के लिए लाखों रुपये खर्च किये जा रहे हैं।

नपं के स्थानीय निवासियों द्वारा तस्वीर भेजकर बताया जा रहा है कि एनजीओ के हाथों में शाहपुर नगर पंचायत की साफ-सफाई व्यवस्था काफी लचर हो गई है। प्रत्येक वार्ड में दो सफाई कर्मियों को भी नहीं भेजा जा है। कचरा उठाव के लिए एनजीओ के पास कोई ट्रैक्टर और मशीन नहीं है। सभी संसाधन नगर पंचायत उपलब्ध करा रहा है। इसके बावजूद सफाई व्यवस्था की स्थिति बदहाल है।

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शाहपुर नगर पंचायत की सफाई व्यवस्था की स्थिति बदहाल होने के बावजूद विगत बैठक में वर्तमान एनजीओ को फिर से एक साल के लिए रखने के फैसले से नगर वासियों में आक्रोश है। बदहाल सफाई व्यवस्था के बावजूद एनजीओ के मामले में सभी पार्षदों का एकमत होना, इस मामले को लेकर दैनिक अखबार के एक पत्रकार महोदय ने अपने सोशल साइट पर कहा की साहबो गजबे है एनजीओ से खाते में ही डालवा लेते है।

RAVI KUMAR
RAVI KUMAR
बिहार के भोजपुर जिला निवासी रवि कुमार एक भारतीय पत्रकार है एवं न्यूज पोर्टल खबरे आपकी के प्रमुख लोगों में से एक है।
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