Bhojpuri Language: आरा शहर के शुभ नारायण नगर, मझौंवा स्थित संभावना आवासीय उच्च विद्यालय में ‘विश्व मातृभाषा दिवस’ धूमधाम से मनाया गया।
- हाइलाइट्स: Bhojpuri Language
- अपनी भाषा और संस्कृति से जुड़े बच्चे -डाॅ. अर्चना सिंह
- प्राचार्या बोली: मातृभाषा का संरक्षण आवश्यक
- संभावना विद्यालय में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया विश्व मातृभाषा दिवस
आरा: शहर के शुभ नारायण नगर, मझौंवा स्थित संभावना आवासीय उच्च विद्यालय में ‘विश्व मातृभाषा दिवस’ धूमधाम से मनाया गया। विद्यालय के जुबली हॉल में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह, रंगकर्मी व मीडिया कर्मी ओपी पांडेय और कला शिक्षक संजीव सिन्हा ने संयुक्त रूप से किया। प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने कहा कि हमारी मातृभाषा हमारी असली पहचान है। हमें गर्व है कि हमारी मातृभाषा भोजपुरी है, जिसे दुनिया भर में लगभग 40 करोड़ लोग बोलते हैं, उन्होंने बच्चों को अपनी भाषा और संस्कृति से जुड़ने की प्रेरणा देते हुए कहा कि मातृभाषा का संरक्षण आवश्यक है, और हमें इसे अपने घरों में जरूर बोलना चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ी भी इसे अपनाए।
संचालन संजीव सिन्हा ने किया। उन्होंने छात्रों को विश्व मातृभाषा दिवस की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि बताते हुए जानकारी दी कि यूनेस्को ने 17 नवंबर 1999 को इसे स्वीकृति दी थी। पहले यह केवल बांग्लादेश में मनाया जाता था, लेकिन अब यह 21 फरवरी को वैश्विक स्तर पर मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि यूनेस्को के आंकड़ों के अनुसार, इस सदी के अंत तक 40 प्रतिशत भाषाएँ लुप्त हो सकती हैं, जो चिंता का विषय है।
इस मौके पर विद्यालय की छात्राओं ने अपनी मातृभाषा भोजपुरी में “बेरी-बेरी जमुनवा हो, “साँचो हवें सोना के चिरईयाँ नु हो हमार देसवा महान”….. भिखारी ठाकुर के बिदेसिया की गीत “आई जब मास भादो”….. गीत को प्रस्तुत किया। गीतों को अर्पिता केशरी, सौम्या सिंह, रितिका सिंह, प्रियांशी सिंह, वेदिका सिंह, मीनाक्षी पांडेय, श्रेया, तपस्या भारद्वाज, बिस्माह तनवीर, जान्ह्वी कुमारी, अपूर्वा सिंह, श्रेया तिवारी, प्रतिज्ञा कुमारी, खुशी सिंह, जया कुमारी और मिस्टी कुमारी ने प्रस्तुत किया। साथ ही, पद्मश्री शारदा सिन्हा के लोकप्रिय गीत “पनिया के जहाज से पलटनिया….” पर छात्राओं ने शानदार नृत्य प्रस्तुति दी, जिसकी कोरियोग्राफी नृत्य शिक्षक चिन्टू कुमार ने की थी।
छात्राओं के गायन की तैयारी संगीत शिक्षक धर्मेंद्र कुमार और अमितेश कुमार ने करवाई थी। रंगकर्मी ओपी पांडेय ने कहा किसी भी समाज की प्रगति उसकी मातृभाषा पर निर्भर करती है। हमारी भोजपुरी भाषा अत्यंत समृद्ध है, बस हमें इसे संरक्षित कर नई पीढ़ी तक पहुंचाने की जरूरत है। धन्यवाद ज्ञापन कला शिक्षक विष्णु शंकर ने किया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ सभी शिक्षक, शिक्षिकाएं एवं शिक्षकेतर कर्मचारी भी उपस्थित रहें।