जगदीशपुर मुख्यपार्षद की सदस्यता रद्द कर ई- टेंडर घोटाला की उच्चस्तरीय जाँच हो- बीरबल शर्मा
धोखाधड़ी कर जगदीशपुर नपं में जिले का सबसे बड़ा घोटाला
आरा।जगदीशपुर/बिहिया।जतांत्रिक विकास पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष बीरबल शर्मा ने कहा कि बिहार नगरपालिका अधिनियम के विरुद्ध संवेदक का कार्य कर रहे मुख्यपार्षद की सदस्यता रद्द होनी चाहिये।बीरबल शर्मा ने कहा कि बिहार में घोटालों की लंबी एवं पुरानी परंपरा है। इससे बिहार की छवि दागदार हुई है। हाल की बात करें तो नगर पंचायत जगदीशपुर भोजपुर में लगभग 20 करोड़ की राशि सरकारी नियम प्रावधान की विरुद्ध ई-टेंडर के माध्यम घोटाला की गई है।यह स्थिति अगर बिहार के सभी नगर निकायों में हुई है तो फिर बिहार का सबसे बड़ा घोटाला नगर निकाय घोटाला होगा जो सरकार के कामकाज पर सवाल हो सकता है।
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बीरबल शर्मा ने कहा कि नगर निकाय घोटाला भोजपुर जिले के जगदीशपुर नगर पंचायत में सामने आया है। जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। जगदीशपुर नगर पंचायत में पिछले 8 वर्षो में धोखाधड़ी कर जो घोटाला हुआ है उसके बाद का यह घोटाला सबको झकझोर देने वाला है। नगर विकास एवं आवास विभाग पटना के पत्रांक द्वारा सख्त निर्देश दिया गया है किसी भी विभागीय कार्यो का विज्ञापन सूचना जन सम्पर्क विभाग के माध्यम से निकाला जायेगा। लेकिन जगदीशपुर नगर पंचायत में सरकार की तमाम नियम कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है। यहां राज्य के नियम कानून से ऊपर है जगदीशपुर नगर पंचायत कानून जो पिछले कई वर्षों से लगातार सभी नियम कानून को ताख पर रख कर सरकार के नियम कानून की लगातार बिना किसी डर भय के धज्जियां उड़ाई जा रही है।
बीरबल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दिये गए निर्देश के अनुसार किसी भी कार्य को करने के लिए गृह -जिले के सबसे अधिक सर्कुलेशन वाले दो बड़े अखबारो में जन सम्पर्क विभाग के माध्यम से विज्ञापन को प्रकाशित करना है। लेकिन यहां वैसा नही हुआ है। यहां दूसरे जिले के अनुन्य प्रति अखबार में किसी के नही जानने के डर से चोरी चुपके से तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी विजय नारायण पाठक एवं मुख्य पार्षद मुकेश कुमार गुड्डू करोड़ रुपये की लूट-पाट करने की नियत से फर्जी निविदा को प्रकाशित किया गया है। जिसका एक भी प्रति जिले में नही आता है। और ना ही उस अखबार का प्रकाशन दैनिक होता है।जो पूर्णरूप से नियम के विरुद्ध है।
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बीरबल शर्मा ने कहा कि नगर विकास एवं आवास विभाग का सख्त निर्देश है कि किसी भी कार्य को कराने से पहले उसे ज्यादा-ज्यादा प्रचारित प्रसारित करना है। लेकिन यहां वैसा नही हुआ है। जिसे जाहिर होता है कि उक्त रुपयों की बंदर बाट करने के लिए उक्त अखबार में विज्ञापन प्रकाशित किया गया जिसे कोई देखे नही। नगर पंचायत जगदीशपुर, भोजपुर का विज्ञापन राष्ट्रीय सागर समाचार पत्र में प्रकाशित किया गया जिस अखबार का नाम तक लोग नही जानते है।जिसका एक भी प्रति जिले में नही आता है।जिस जिले में प्रकाशित हुआ वहा भी उसका प्रति बिकता है कि नही कहा नही जा सकता।जिसका निविदा आमंत्रण संख्या – 04/2019-20 है।
विदित रहे कि मुख्यमंत्री (बिहार सरकार) व बिभाग का स्पष्ट निर्देश है कि शहरी नली-गली योजना का सभी कार्य ई० टेंडरिंग के माध्यम होंगे।लेकिन यहां अनुन्य प्रति अखबार में विज्ञापन प्रकाशित कर अपने चहेते को संवेदक बनाकर अप्रत्यक्ष रूप से मुख्य पार्षद संवेदक बन ठीकेदारी करा रहे है जो बिहार नगरपालिका अधिनियम के विरुद्ध है प्रकाशित विज्ञापन में केटेगरी नही बना के राज्य सरकार के आदेश का उल्लंघन किया गया है।
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जगदीशपुर अंचल के प्रखंड जतांत्रिक विकास पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष बीरबल शर्मा ने बताया कि मुख्य पार्षद व पूर्व के कार्यपालक पदाधिकारी बिहार सरकार के महत्वाकांक्षी योजना अंतर्गत मुख्यमंत्री सात निश्चय शहरी नली-गली योजना में पूर्व में किए गए गबन को छुपाने के लिए इस तरह से काम किया गया है। इन योजनाओं को अपने मनपसंद संवेदक के नाम पर धोखाधड़ी से आवंटित कर कार्य कराया जा रहा है।कार्य की गुणवत्ता घटिया पूर्ण है। इस तरह के सरकार के विरुद्ध कार्य करने वाले मास्टरमाइंड को संरक्षण देने वाले शासन-प्रशासन के कौन से व्यक्ति हैं?
जनता समझ नहीं पा रही है कि शासन व्यवस्था में किसकी चूक है जो आए दिन नगर पंचायत में सरकार के नीतियों के विरुद्ध सारे कार्य होते हैं। आखिरकार इन सब गड़बड़ीयों के प्रति किसकी जिम्मेदारी एवं जवाबदेही बनती है?
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श्री शर्मा ने राज्य सरकार से जगदीशपुर नगर पंचायत मेंव्याप्त भ्रष्टाचार वो अनियमितता की उच्चस्तरीय जांच पटना कमीशनर से कराने की मांग करते हुए कहा कि अगर अविलंब भर्ष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो पार्टी चरणवद्ध तरीके से करवाई होने तक मुख्यपार्षद विरुद्ध आंदोलन चलाएगी।