लापरवाहीः
आरा सदर अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन सह केयर सेंटर में कोरोना पाॅजिटिव मरीज से उनके परिजन सुबह से शाम तक बातचीत करते दिख रहे हैं। न तो वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और न ही उन्हें इसके खतरे का अभास हो रहा है। बातचीत करने के बाद कोरोना पाॅजिटिव मरीज के परिजन इधर-उधर टहल रहे हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण के बढने की संभावना प्रबल हो गई है। इसको लेकर सदर अस्पताल में विभिन्न रोगों का इलाज कराने के लिए आने वाले मरीज एवं उनके परिजनों में दहशत का आलम है।
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हाल आरा सदर अस्पताल के आइसोलेशन सह केयर सेंटर का
बता दें कि सोमवार को आरा सदर अस्पताल में आइसोलेशन सह केयर सेंटर की शुरुआत की गई। जहां कोरोना पाॅजिटिव सात मरीजो को भर्ती कराया गया। हालांकि मरीजों के भर्ती होने के बाद आइसोलेशन सेंटर के सभी गेट बंद कर दिए गए। ताकि कोई अन्य मरीज व उनके परिजनों की आवाजाही न हो सके। लेकिन कोरोना पाॅजिटिव मरीजों के परिजन आरा सदर अस्पताल पहुंच जा रहे हैं। वे सुबह शाम मरीजों से ग्रिल के बाहर से ही बातचीत कर रहे हैं। इस दौरान वे सोशल डिस्टेंसिंग का भी तनिक भी ख्याल नहीं रख रहे हैं।
भयभीत है आरा सदर अस्पताल में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीज व उनके परिजन
आरा सदर अस्पताल में इलाज कराने आए एक मरीज का कहना है कि इस तरह की लापरवाही से कोरोना के संक्रमण को और बढ़ावा मिल जाएगा। काफी संख्या में लोग कोरोना की चपेट में आ जाएंगे। जिला प्रशासन और सरकार से अपील है कि वे आरा सदर अस्पताल के आइसोलेशन सेंटर को यहां से हटाए। ताकि शहर तथा दूर-दराज से आने वाले हजारों मरीज अपना इलाज सुरक्षित माहौल में करा सकें।