Sunday, March 30, 2025
No menu items!
Homeबिहारआराहत्या एवं सुसाईड मामला: चिल्लाता रहा मासूम लोग वीडियो बनाते रहे

हत्या एवं सुसाईड मामला: चिल्लाता रहा मासूम लोग वीडियो बनाते रहे

Ara station murder and suicide case: पापा और दीदी के मौत के बाद वह चिल्लाता रहा मासूम और आसपास खड़े लोग वीडियो बनाते रहे। किसी ने कोई मदद नहीं की।

Ara station murder and suicide case: पापा और दीदी के मौत के बाद वह चिल्लाता रहा मासूम और आसपास खड़े लोग वीडियो बनाते रहे। किसी ने कोई मदद नहीं की।

  • हाइलाइट्स: Ara station murder and suicide case
    • जल्दी आने की बात कह घर से निकली आरूषि अब कभी नहीं लौटेगी….
    • आशीर्वाद देकर मां ने बेटी को किया था विदा, हमेशा के लिए छुट गया बेटी और पति का साथ
    • पिता-पुत्री की हत्या से कोहराम, इकलौते बेटे की सता रही सुरक्षा की चिंता

Ara station murder and suicide case आरा: जल्दी लौटने की बात कह दिल्ली जाने को घर से निकली एमबीए की छात्रा आयुषी अब कभी नहीं लौटेगी। आयुषी के साथ उसके पिता भी हमेशा के लिए घरवालों से बिछड़ गए। मां का आशीर्वाद लेकर घर से निकली छात्रा कुछ देर के बाद अपने पिता के साथ ही एक सिरफिरे की गोलियों की शिकार हो गयी। पिता-पुत्री की मौत के बाद घर में कोहराम मचा है।

BK

आयुषी के भाई मासूम आरुष ने बताया कि उसकी दीदी दिल्ली में रहकर एमबीए की तैयारी कर रही थी। वह परीक्षा देकर होली में घर आई थी। तब घर के सभी लोग काफी खुश थे। मंगलवार शाम को उसकी दीदी को गरीब रथ एक्सप्रेस से दिल्ली जाना था। मम्मी दीदी को जाने से मना कर रही थी। लेकिन परीक्षा होने के कारण उसे जाना पड़ रहा था। मंगलवार की शाम मम्मी ने दीदी को खाना खिलाया और आशीष दिया था। तब मम्मी ने कहा था कि जल्दी आना।

Mathematics Coching shahpur
Mathematics Coching shahpur

उसकी दीदी ने भी परीक्षा देकर जल्द घर आने की बात कही थी। उसके बाद वह अपने पापा अनिल कुमार सिन्हा और एक अंकल के साथ दीदी को छोड़ने रेलवे स्टेशन आए। प्लेटफार्म चार के तरफ से सीढ़ी से चढ़कर दो नंबर प्लेटफार्म पर जाने के लिए उतर रहे थे। उसकी दीदी अपना बैग लेकर आगे थी। वह अपने पापा साथ चल रहा था। तभी काला मास्क पहने एक अंकल आए और उसके पापा के सिर में गोली मार दी। उसके बाद दीदी के साथ हल्की नोक झोंक के बाद उसके भी सिर में गोली मार दी। फिर उस अंकल ने खुद के सिर में भी गोली मार दी।

चिल्लाता रहा मासूम लोग वीडियो बनाते रहे

वह डर के कारण पीछे हट गया था। पापा और दीदी के मौत के बाद वह चिल्लाता रहा और आसपास खड़े लोग वीडियो बनाते रहे। किसी ने कोई मदद नहीं की। तब उसने पापा के मोबाइल से मम्मी को कॉल कर घटना की सूचना दी। कुछ देर बाद पुलिस पहुंची।

इधर, पति और बेटी की हत्या के बाद पूनम श्रीवास्तव का बुरा हाल था। उन्हें अपने इकलौते छोटे बेटे आरुष की सुरक्षा की चिंता सता रही है। वारदात के बाद पूरा परिवार डरा-सहमा है। पूनम श्रीवास्तव कह रही थी कि उनके बेटे को कोई कहीं लेकर नहीं जाएगा। वह उनके आंखों के सामने रहेगा। इधर, पिता और छोटी बहन की हत्या की खबर सुनकर हैदराबाद से लौटी साक्षी घर में रखे दोनों शवों को देखते ही बेसुध हो गई।

एक साथ उठी बाप और बेटी की अर्थी, गांगी घाट पर किया गया अंतिम संस्कार
हत्या के बाद बीमा एजेंट अनिल कुमार सिन्हा और उनकी बेटी आयुषी का अंतिम संस्कार कर दिया गया। शहर के गांगी मुक्ति धाम घाट पर दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। उसके लिए घर से एक साथ पिता-पुत्री की अर्थी उठी। दोनों का शव गांगी घाट ले जाया गया। वहां मासूम आरुष द्वारा दोनों को मुखाग्नि दी गई।

उससे मोहल्ले से लेकर गांगी घाट तक माहौल गमगीन बना रहा। सोमवार की देर रात पोस्टमार्टम के बाद दोनों का शव गोढ़ना रोड स्थित उनके आवास पर ले जाया गया। वहां हिन्दू रिती रिवाज के साथ अंतिम संस्कार का विधि विधान किया गया। सभी रिवाज मृत अनिल के पुत्र आरुष ने किया। घर से निकलने के साथ मुक्ति धाम तक सभी रिवाजों को आरुष ने निभाया। उसके बाद उसने पहले अपने पिता और फिर बहन का अंतिम संस्कार किया। उस समय आरुष काफी डरा और सहमा हुआ था।

छात्रा की हर गतिविधियों की खबर रखता था अमन, पहले से पहुंचा था स्टेशन
सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार हत्या के आरोपित मृत अमन शहर के महावीर टोला स्थित एक चिकित्सक के पास कंपाउंडर का काम करता था। कुछ ही दूरी पर स्थित करमन टोला में एक किराए के मकान में भी रहता था। आरूषि और अमन दोनों बिहिया नवोदय विद्यालय में एक साथ पढ़ते थे। वहीं दोनों की मुलाकात हुई थी। आरूषि पढ़ने में काफी तेज थी। वह आगे की पढ़ाई करने के लिए दिल्ली चली गई।

इधर, आरुषि से एकतरफा प्यार करने वाला अमन उसके बारे में हर जानकारी रखता था। अमन को यह भी पता रहता था कि आरुषि दिल्ली में कहां रहती थी और कब आरा आती थी। बताया जा रहा है कि आरुषि होली के समय अपने घर आई थी। दो दिन पूर्व वह घर से कहीं जा रही थी। तभी अमन ने उसका पीछा भी किया था। उस दौरान अमन ने पिस्टल दिखाकर किसी बात को लेकर धमकाया भी था। लेकिन आरुषि ने उसे नॉर्मल ढंग से लिया था।

बताया जा रहा है कि अमन को पहले से पता था कि आरुषि मंगलवार की शाम दिल्ली जाने वाली है। वह आरुषि के पहुंचने से पहले काले रंग का मास्क लगाकर पहले से स्टेशन के प्लेटफार्म चार के तरफ खड़ा था। आरुषि के आने के बाद अमन मौके के लिए उसका पैदल पुल तक पीछा करते आया। उसके बाद उसने प्लेटफार्म पर उतरने से चंद कदम दूर ही दोनों की गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया फिर खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि अमन कुमार तीन भाइयों में छोटा था। उसका एक बड़ा भाई बीएमपी का जवान बताया जा रहा है।

- Advertisment -
शाहपुर यज्ञ समिति
शाहपुर यज्ञ समिति

Most Popular