आरा: पूर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम (Babu Jagjivan Ram) की 37वीं पुण्यतिथि पर शुक्रवार को आरा के चंदवा गांव स्थित समाधि स्थल पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इसमें सूबे के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने शिरकत किया और जगजीवन बाबू को नमन किया। प्रार्थना सभा से पहले राज्यपाल, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार सहित अन्य ने चंदवा मोड़ स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद चंदवा स्थित समाधि स्थल पर पहुंच पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
प्रार्थना सभा की शुरुआत प्रकाश सुमन के गीत-भोजपुर नगरिया के भइले एगो लाल से हुई। इसके बाद डीएवी विद्यालय के छोटे-छोटे बच्चों ने वैदिक धर्म प्रार्थना प्रस्तुत की। बच्चों ने क्या लेकर तुम आए बंदे, क्या लेकर जाओगे…, भजन गायक विशेश्वर नाथ सिंह ने ई मिट्टी हरदम पुकारी भोजपुरिया…,भजन गाया। इसके बाद इस्लाम धर्म के रोजा फारुकी, जैन धर्म के शशांक जैन, इसाई धर्म के कैथोलिक हाई स्कूल के बच्चों और सिख धर्म से जुड़े लोगों ने अपने-अपने धर्म से जुड़ी प्रार्थना प्रस्तुत की।
Babu Jagjivan Ram:दलितों की स्थिति में सार्थक परिवर्तन
जगजीवन बाबू सामाजिक न्याय एवं समतामूलक समाज के प्रणेता और अजातशत्रु थे। 33 वर्षों तक केंद्र सरकार के जिस विभाग में जगजीवन बाबू मंत्री रहे, उसे उन्होंने चमका दिया। कमजोर वर्ग के लोगों के उत्थान के लिए जीवन पर्यन्त प्रयत्नशील रहे और इस दिशा में उन्हें बड़ी सफलता मिली।
उनके प्रयास से अस्पृश्यता जैसी सामाजिक दुर्दशा का बहुत हद तक अंत हो गया। जगजीवन बाबू के राजनीतिक दूरदर्शिता से भारतीय राजनीति की दशा और दिशा को विशेष गति मिली। उन्होंने अपने कर्मठ व्यक्तित्व से दलितों की स्थिति में सार्थक परिवर्तन लाया।