Bihiya Nagar Panchayat: स्थानीय लोगों का कहना है कि निमार्ण कार्य के दौरान पुराने ईट लगाया जा रहा था। नगर अध्यक्ष सचिन कुमार गुप्ता ने इसका निरीक्षण किया है।
- हाइलाइट : Bihiya Nagar Panchayat
- बिहिया नगर पंचायत के मुख्य पार्षद ने किया निरीक्षण
Bihiya Nagar Panchayat आरा/बिहिया: नगर पंचायत बिहिया, जिसे अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है, वर्तमान में बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में कई चुनौतीपूर्ण समस्याओं का सामना कर रहा है। हाल के दिनों में वार्ड संख्या-01 में अनंत यादव के घर से परशुराम सिंह के घर तक मिट्टी भराई, ईट सोलिंग, पीसीसी नाली निर्माण एवं खेम ठाकुर के घर से उमाशंकर यादव के घर तक पीसीसी नाली मरम्मत एवं नाली पर स्लैब निर्माण कार्य की प्रा. राशि 33,26, 211/- ए. राशि 29,93,590/- के बावजूद भी नाली और पीसीसी सड़क के नवनिर्माण कार्यों में गुणवत्ता की कमी एक गंभीर मुद्दा बन गई है।
बिहिया नगर के वार्ड संख्या-01 में इन निर्माण कार्यों का उद्देश्य जल निकासी की समस्या को हल करना और परिवहन प्रणाली को सुगम बनाना था। किंतु, विडंबना यह है कि निम्न मानकों से किए गए निर्माण में विफलता ने न केवल नागरिकों की समस्याओं को बढ़ा दिया है, बल्कि स्थानीय प्रशासन की कार्यक्षमता पर भी प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। लोगों को नल जल योजना के तहत मिल रही सुविधा से भी वंचित होना पड़ा है। जिससे स्थानीय लोगों में नगर प्रशासन के प्रति काफी आक्रोश है।
बिहिया नगर पंचायत के वार्ड- 01 में नाली और पीसीसी सड़क के नवनिर्माण कार्यों में गुणवत्ता की कमी न केवल एक प्रशासनिक चूक है, बल्कि नागरिकों के जीवनस्तर को भी प्रभावित करने वाला एक गंभीर प्रश्न है। यह आवश्यक है कि स्थानीय प्रशासन इस दिशा में त्वरित और प्रभावशाली कदम उठाए ताकि नगर के विकास कार्यों में मानक के अनुरूपता सुनिश्चित हो सके और जलापूर्ति जैसे नागरिकों की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सके।
निर्माण कार्य शुरू होने के दस दिन बाद लगाया गया प्राक्कलित राशि का बोर्ड
स्थानीय लोगों का कहना है निर्माण कार्य का क्या मानक है? ना बोर्ड लगा है और ना कोई बताने वाला है। हल्ला करने के दस दिन बाद प्राक्कलित राशि का बोर्ड लगाया गया है। लोगों का कहना है की नव निर्माण कार्य में पहले उजला बालू से पिच करके नए ईट से सोलिंग कर ढलाई करना है लेकिन यहां न उजला बालू लगाया गया और ना ही नए ईट लगाया है। निर्माण कार्य में पुराने नाली को तोड़ने के बाद उसी पुराने ईट के टुकड़े से नव निर्माण कराया गया है। स्थानीय लोगों ने इसकी फ़ोटो व वीडियो निगरानी विभाग, नगर विकास व आवास विभाग पटना एवं डीएम भोजपुर को भेजने की बात कही।
बताया की कार्य के शुरुआत के दौरान पश्चिम साईड में गुणवत्ता व मानक को ताख पर रख कर छड़ को दूर दूर पर बांध कर जल्दीबाजी में ढलाई कर ढक दिया गया है। स्थानीय लोगों के द्वारा इसका जमकर विरोध किया गया और इसकी शिकायत नगर के कार्यपालक पदाधिकारी मोहम्मद शाहिद रज़ा से की गई है। स्थानीय लोगों ने बताया की नाली के दोनों साइड मिट्टी भराई करके ईट सोलिंग कर ढलाई करना है लेकिन यहां मिट्टी के जगह पुराने नाली के कूड़े से भरा गया है। जो सही तरीके से पिच नही हो पायेगा और पीसीसी कराने के बाद पीसीसी ढलाई फटने की संभावना है। वही सही मिट्टी ना देकर मिट्टी का पूरा खर्च बचाया जा रहा है।
बिहिया नगर पंचायत के मुख्य पार्षद ने किया निरीक्षण
स्थानीय लोगों का कहना है कि निमार्ण कार्य के दौरान पुराने ईट लगाया जा रहा था। नगर अध्यक्ष सचिन कुमार गुप्ता ने इसका निरीक्षण किया है। बावजूद मानक एवं गुणवत्ता को ताख पर रखकर कार्य को धड़ल्ले से कराया जा रहा है। वही इस मामले को लेकर नगर अध्यक्ष सचिन कुमार गुप्ता के मोबाईल पर सम्पर्क किया गया तो लगातार घण्टी बजने के बाद भी फोन रिसिव नही किया गया।
संवेदक को दिया गया है आदेश: कार्यपालक
इधर, नगर के कार्यपालक पदाधिकारी मोहम्मद शाहिद रज़ा से पूछे जाने पर उन्होंने बताया की वार्ड नम्बर एक मे नाली एवं पीसीसी सड़क का नव निर्माण कार्य चल रहा है। शिकायत मिलने पर जेई एक साथ निरीक्षण किये थे। इस दौरान नल जल की पाईप को निर्माण के समय काट दिया गया था। जिसको ठीक कराने का आदेश हमने संवेदक को दिया है।
वही मुख्य पार्षद की उपस्थिति में पुराने ईट के प्रयोग किये जाने के संबंध में पूछे जाने पर कार्यपालक ने कहा की नगर अध्यक्ष के द्वारा पुराने ईट लगाने की शिकायत हमको नही किया गया है। यदि पुराने ईट का इस्तेमाल किया गया है तो इसकी जांच कराई जायेगी। किसी भी कीमत पर गलत निर्माण कार्य बर्दास्त नही किया जायेगा।
वही वार्ड पार्षद प्रतिनिधि कामख्या प्रसाद ने बताया कि हमारे वार्ड में नाली व पीसीसी सड़क का निर्माण संवेदक के द्वारा कराया जा रहा है। निर्माण कार्य में धांधली बर्दास्त नहीं किया जायेगा। आम जनता की समस्या का समाधान हर हाल में त्वरित होना चाहिए।