Wednesday, October 9, 2024
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पान खाने गये माले नेता पर बदमाशों ने बरसाईं गोलियां, इलाके में दशहत

Bihta firing: चाचा की हत्या की स्टाइल में बदमाशों ने भतीजे को मारी गोली

चाचा बोले: बाइक सवार छह बदमाशों ने ताबड़तोड़ चलाई बीस गोलियां

Ankit
Guput

पुलिस सात से आठ राउंड फायरिंग किये जाने की कर रही पुष्टि

Bijay singh

आरा। इमादपुर थाना क्षेत्र के बिहटा बाजार में पान खाने गये माले के चर्चित नेता ददन पासवान पर उनके चाचा की हत्या की स्टाइल में गोलियां बरसाई गयी। दो अपाची बाइक पर सवार छह की संख्या में रहे अपराधियों द्वारा ताबड़तोड़ करीब बीस राउंड फायरिंग की गयी। हालांकि माले नेता को एक ही गोली लग सकी। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस को सात खोखे ही मिले हैं। इससे पुलिस सात से आठ राउंड फायरिंग की की पुष्टि कर रही है। इधर, ताबड़तोड़ फायरिंग से बिहटा बाजार में सनसनी मच गयी। दहशत का माहौल कायम हो गया। बाजार में भगदड़ मच गयी।

खबरे आपकी मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि बाजार में खड़ी बस के कारण उनकी जान बच सकी। घटना के संबंध में बिहटा गांव निवासी जख्मी ददन पासवान के चाचा छोटे लाल पासवान ने बताया कि दोनों सुबह करीब सात बजे चाय पीने बाजार में गये थे। चाय पीने के बाद दोनों पान खाने जा रहे थे। जैसे ही दोनों पान की दुकान की ओर बढ़े, तती मुंह बांधे दो बाइक पर सवार छह लोग पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इसमें उनके भतीजे को गोली लग गयी। उसके बाद बाजार में भगदड़ मच गयी। सूचना मिलने पर इमादपुर थानाध्यक्ष मौके पर पहुंच गये। पीरो एसडीपीओ और हसनबाजार ओपी इंचार्ज सहित अन्य थानों की पुलिस भी पहुंची और स्थिति शांत की गयी।

Bihta firing: दो साल पहले तरारी बाजार में की गयी थी झरी पासवान की हत्या

आरा। माले नेता ददन पासवान को पूर्व की दुश्मनी में गोली मारे जाने की बात कही जा रही है। कहा जा रहा है कि दोनों गुटों के बीच काफी पहले से ही अदावत चली आ रही है। इसमें दो-तीन लोगों की जान भी जा चुकी है। उसी विवाद में ददन पासवान के चाचा बिहटा चारूग्राम निवासी झरी पासवान की हत्या भी इसी अंदाज में दो साल पहले की गयी थी। वह घटना 15 अक्टूबर 2019 की सुबह की है। उस दिन झरी पासवान तरारी बाजार में एक दुकान पर चाय पी रहे थे। इस बीच दो बाइक पर सवार छह की संख्या में अपराधी पहुंचे और उन्हें ताबड़तोड़ गोली मार दी थी। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी थी। प्रतिशोध में उसी समय धावा बोल प्रमोद यादव नामक एक युवक की हत्या कर दी गयी थी। पीरो एसडीपीओ राहुल सिंह ने बताया कि दो गुटों के बीच वर्चस्व को लेकर पहले से ही दुश्मनी चली आ रही है। अबतक की जांच में ददन पासवान को गोली मारे जाने की घटना प्रमोद यादव की हत्या से ही जुड़ा लग रहा है। जख्मी ददन पासवान के परिजनों द्वारा कुछ अन्य के नाम बताये जा रहे हैं। इनमें झरी पासवान की हत्या में शामिल कुछ लोगों के नाम भी शामिल हैं। हालांकि हर एंगल से जांच की जा रही है

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प्रमोद यादव हत्याकांड में आया था ददन पासवान का नाम

आरा। गोली लगने से जख्मी ददन पासवान का नाम प्रमोद यादव की हत्या में आया था। हालांकि अनुसंधान के बाद पुलिस ने उनका नाम निकाल दिया था। पीरो एसडीपीओ ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि झरी पासवान की हत्या के प्रतिशोध में प्रमोद यादव को मार दिया गया था।

सुबह सात बजे ही रोड पर उतर गये थे माले समर्थक

आरा। माले नेता ददन पासवान को गोली मारे जाने की घटना की सूचना मिलते ही समर्थक और कार्यकर्ता आक्रोशित हो उठे। सुबह करीब साढे सात बजे माले कार्यकर्ता रोड पर उतर गये। उसके बाद रोड पर बिहटा बस स्टैंड मोड़ के पास रोड जाम कर दिया गया। बेंच लगाकर कार्यकरता सड़क पर बैठ गये। इससे घंटों रोड जाम रहा। आक्रोशित माले समर्थक आरोपितों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। बाद में एसडीपीओ राहुल सिंह पहुंचे और समझा कर लोगों को शांत कराया। इधर, घटना की सूचना मिलने पर विधायक मनोज मंजिल,
दिलराज प्रीतम,यराजू यादव, अमित बंटी और राम बाबू पासवान सहित अन्य माले नेता अस्पताल पहुंचे और पूरी घटना की जानकारी ली। माले नेताओं ने घटना की कड़ी निंदा करते हुये सभी आरोपितों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। मौके पर कल्याण पदाधिकारी द्वारा जख्मी माले नेता के परिजनों को एक लाख का चेक दिया गया।

गर्दन में लगी गोली जबड़े से निकल गयी थी

Male leader shot
सर्जन डाक्टर विकास सिंह

आरा। माले नेता का इलाज कर रहे सर्जन डाक्टर विकास सिंह ने बताया कि जख्मी अधेड़ को गोली दाहिने साइड गर्दन में लगी थी। गोली बायीं साइड जबड़े से होते हुए निकल गई थी। गोली लगने के कारण काफी ब्लीडिंग हो गया था और मुंह के अंदर खून का थक्का जम गया था। उसके कारण उनको सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। मुंह में जमे खून के थक्के को रिलीज कर दिया गया है। मरीज की स्थिति स्टेबल है।

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Ranglal
कामेश्वर कुमार राज
शम्भू कुमार भगत

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