Discourses of Jiyar Swami: श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ के अवसर पर शाहपुर के मिश्रवलिया रोड स्थित बाल पर पूज्य संत श्री जीयर स्वामी जी महाराज के प्रवचन की सरिता प्रवाहित हो रही है।
- हाइलाइट्स:Discourses of Jiyar Swami
- जीयर स्वामी ने कहा: मृत्यु के बाद कोठा कोठारी बंगला गाड़ी यहीं रह जाता है
- पत्नी सिर्फ द्वार तक, परिजन श्मशान तक और पुत्र मुखाग्नि देने तक साथ रहता है
आरा/शाहपुर: श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ के अवसर पर शाहपुर के मिश्रवलिया रोड स्थित बाल पर पूज्य संत श्री जीयर स्वामी जी महाराज के प्रवचन की सरिता प्रवाहित हो रही है। बुधवार को प्रवचन करते हुए उन्होंने जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला। कहा कि दुनिया धर्म पर टिकी है। जड़ और चेतन दोनों का अपना-अपना धर्म होता है। धर्म हमारे जीवन को मर्यादित बनाता है। मानव अपने धर्म से विमुख हो जाए तो संसार का संचालन रुक जाएगा।
धर्म मानव जीवन की सीढ़ी है। धर्म से अभिप्राय सिर्फ पूजा-वंदना नहीं। जो जिस निमित्त है, उसके द्वारा संबंधित कार्य का संपादन ही धर्म है। धर्म मानव का विशेष गुण है, जिस कारण वह पशु से भिन्न है। धर्म हमारे जीवन की वह पद्धति है, जिसके अनुपालन से पतन रुक जाता है और मनुष्य पावन हो जाता है। तीर्थ, व्रत, पूजा पाठ व्यक्ति को ईश्वर से जोड़ता है, जिससे मन शांत होता है और इससे आंतरिक संतोष का अनुभव होता है।
सत्य का एहसास कराती है शव यात्रा:
स्वामी जी महाराज ने कहा की मृत्यु के बाद कोठा कोठारी बंगला गाड़ी यहीं रह जाता है। साथ केवल धर्म जाता है। पत्नी सिर्फ द्वार तक, परिजन श्मशान तक और पुत्र जिसके लिए धर्म गवां दिया जाता है, मुखाग्नि देने तक रहता है। जीव का धर्म ही साथ जाता है। शव यात्रा की अनुभव जीवन की नश्वरता और मृत्यु की अटल सच्चाई का एहसास कराती है। शव यात्रा में शामिल होने से, व्यक्ति यह समझ पाता है कि सांसारिक वस्तुएं अस्थायी हैं और अंततः सभी को इस संसार से विदा लेना है।
ज्ञान का प्रकाश हर वर्ग और स्तर के व्यक्ति तक पहुंचे :
जीयर स्वामी जी महाराज ने कहा की शिक्षा को समाज में बांटना चाहिए। अनयाथा शिक्षा बेकार हो जाएगा। शिक्षा का उद्देश्य केवल बौद्धिक विकास ही नहीं, बल्कि नैतिक मूल्यों का विकास भी होना चाहिए। ज्ञान का प्रकाश हर वर्ग और स्तर के व्यक्ति तक पहुंचे तभी मानव उस उंचाईयों तक पहूंचने में कमायब होगें। महायज्ञ के अवसर पर प्रवचन सुनने के लिए भक्तों की काफी भीड़ उमड़ रही है।
प्रवचन के दौरान संत उद्धव स्वामी जी महाराज, अयोध्या स्वामी जी महाराज, बैकुंठ स्वामी जी महाराज, वृंदावन से आये चतर्भुज स्वामी जी महाराज, आनंद शास्त्री जी महाराज के अलावे समाजसेवी हीरा ओझा, भाजपा नेता भुअर ओझा, जदयू नेता दिनेश कुमार ओझा, हरेराम ओझा,पत्रकार संजय ओझा,दिलीप ओझा, राकेश मंगल सिन्हा, विकास पांडेय, मिथलेश्वर सिन्हा उर्फ बुलेट लाल, कृष्णा जी मीडिया प्रभारी रवि यादव सहित महायज्ञ को सफल बनाने यज्ञ समिति के अध्यक्ष विजय सिंह, उपाध्यक्ष शारदानंद सिंह उर्फ गुडु यादव, कोषाध्यक्ष सत्यदेव पांडेय, सचिव शिवपर्शन यादव, मुन्ना तिवारी, किशुन जी यादव, राकेश यादव, मनीष यादव, बंटी पांडेय, राकेश यादव, निशु राय, सोनू राय, मुनमुन राय, अंकित पांडेय, धन पांडेय, अजाद गुप्ता, रामदुलार यादव, मुन्ना यादव, राजू धानुक, वार्ड पार्षद संजय चतुर्वेदी, वार्ड पार्षद मनोज पासवान, प्रतिनिधि भुटेली महतो, वार्ड पार्षद कामेश्वर राज, संजय यादव, हरेन्द्र पंडित, शमशेर बहादुर पांडेय, प्रदूमन पांडेय, दीपक पांडे सहित कई गणमान्य लोग प्रमुख रूप से लगे है।