खबरे आपकी बिहार/आरा: fungal ward in Ara कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच फंगल बीमारी का प्रकोप दिखाई पड़ने लगा है। जो बहुत तेजी से बढ़ रहा है। खासकर बिहार में जिसे ब्लैक फंगस डिजीज यानि म्यूकोरमाइकोसिस कहते हैं। म्यूकोरमाइकोसिस के बढ़ते प्रकोप और इसकी विषमता इससे ग्रसित लोगों के विभिन्न अंगों की क्षति को देखते हुए इस फंगल बीमारी को भी बिहार सरकार के द्वारा महामारी घोषित कर दिया गया है।
बिहार सरकार के निर्देशानुसार प्रत्येक बड़े अस्पतालों में एवं जिला अस्पतालों में एक फंगल वार्ड का गठन कर उसमें संक्रमित रोगी का भर्ती कर इलाज करना है। इसी के तहत आरा के सदर अस्पताल में भी सोमवार को एक फंगल वार्ड का उद्घाटन किया गया, जिसमें ब्लैक फंगस बीमारी (म्यकोरमाइकोसिस) से ग्रसित गंभीर रोगियों को भर्ती करने का प्रावधान है।
पढ़े :- रफ़्तार का कहर : वाहनों की चपेट में आने से भोजपुर में औसतन हर दिन एक की मौत
fungal ward in Ara के नोडल पदाधिकारी बनाए गये डाॅ. केएन सिन्हा
अभी तक भोजपुर आरा में किसी फंगल रोगी की रिपोर्टिंग नहीं हुई है। एक रिपोर्ट बड़हरा क्षेत्र से आया है। जिसमे रोगी पटना जाकर अपना इलाज करा रहा है। लेकिन फंगल बीमारी के बढ़ते महामारी कारण संभावित मरीजों की देखरेख के लिए आरा के सदर अस्पताल में फंगल वार्ड को गठन किया गया। जिसके नोडल अफसर फिजीशियन डॉ. केएन सिन्हा है।
पढ़े :-पटना-बक्सर फोरलेन: गीधा स्थित मंदिर एवं कायमनागर स्थित मज़ार दूसरी जगह होगा शिफ्ट
मरीजों के इलाज के लिए बनाई गई डॉक्टरों की टीम
बिहार सरकार के निर्देशानुसार एवं सिविल सर्जन भोजपुर के सलाह पर डॉक्टरों के टीम बोर्ड का गठन किया गया। इसमें डॉ. केएन सिन्हा के नेतृत्व में डॉक्टरो की एक टीम बनाई गई है। जो फंगल मरीजो का ईलाज करेंगे। डॉक्टरों के टीम बोर्ड में डॉ. आरएन प्रसाद (चर्म रोग विशेषज्ञ), डॉ. एसके प्रसाद (आंख रोग विशेषज्ञ), डॉ. प्रतीक (दंत रोग विशेषज्ञ), डॉ. राजीव सिंह (फिजिशियन) एवं डॉ. विकास सिंह (सर्जन) एवं अन्य कर्मचारी इसमें सक्रिय रुप से सहयोग करेगें। वार्ड के निर्माण में पंकज कुमार, उमा जी और रमाकांत सिन्हा और अन्य कर्मचारियों की भूमिका अहम रहा।
पढ़े :- जयमाला के दौरान कट्टे से ताबड़तोड़ की जा रही थी हर्ष फायरिंग, एक्शन में पुलिस
पढ़े :- वायरल वीडियो में स्टेज पर पिस्टल लेकर थिरक रही नर्तकी