Jyoti welcome – Bihiya station:ज्योति की प्रारंभिक शिक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय बिहिया से हुआ।विंदेश्वरी दुबे महाविद्यालय से इंटर तथा महंथ महिला कालेज आरा से ग्रेजुएशन करने के बाद पटना में रह कर बीपीएससी की तैयारी की। ज्योति कुमारी ने बिहार संयुक्त परीक्षा में पहला प्रयास में सफलता पाई है। जिससे गांव से लेकर जिला का नाम रौशन किया है।
- हाइलाइट :-
- बीपीएससी परीक्षा के पहले प्रयास में ज्योति ने प्राप्त किया 125 वीं रैंक
- बिहिया प्रखंड के मंझौली गांव निवासी ज्योति कुमारी का भव्य स्वागत
Jyoti welcome – Bihiya station आरा/बिहिया: बीपीएससी परीक्षा में 125 वीं रैंक प्राप्त कर ग्रामीण विकास अधिकारी बनने जा रही प्रखंड के मंझौली गांव निवासी ज्योति कुमारी का रविवार को बिहिया स्टेशन पर सैकड़ों की संख्या में जुटे ग्रामीणों और अन्य लोगों ने सेलिब्रेटी की तरह भव्य स्वागत किया।
माता – पिता के तीन संतान में सबसे बड़ी ज्योति पटना से श्रमजीवी एक्सप्रेस से गांव जाने हेतु बिहिया स्टेशन पर उतरते ही गाजे बाजे व फूल मालाओं स्वागत कर जमकर मिठाइयां बांटी गई। स्टेशन पर जश्न जैसा माहौल था। स्टेशन प्रबंधक सहित रेल कर्मियों को भी मिठाई खिलाई गई।
ज्योति की प्रारंभिक शिक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय बिहिया से हुआ।विंदेश्वरी दुबे महाविद्यालय से इंटर तथा महंथ महिला कालेज आरा से ग्रेजुएशन करने के बाद पटना में रह कर बीपीएससी की तैयारी की। ज्योति कुमारी ने बिहार संयुक्त परीक्षा में पहला प्रयास में सफलता पाई है। जिससे गांव से लेकर जिला का नाम रौशन किया है।
ज्योति के चाचा अशोक कुमार ने बताया कि ज्योति कुमारी शुरू से ही मेधावी छात्रा है।ज्योति के पिता हृदयानंद प्रवीण एलआईसी अभिकर्ता और माता बिंदु देवी आंगनबाड़ी सेविका है वहीं एक भाई जेई है और छोटा भाई सिविल सर्विस की तैयारी में है।
ज्योति कुमारी अपनी सफलता का श्रेय दादा हरिनारायण राम,पिता,भाई और गुरुजनों को देती है। ज्योति के दादा भोजपुर समाहरणालय में वरीय अधीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए है। ज्योति शुरू से ही पढ़ने लिखने में तर्ज-तरार थी जिसको लेकर परिवार के लोग सफलता का मंजिल पाना चाहते है। ज्योति कुमारी रिजल्ट आते ही परिवार व गांव में खुशी की लहर है।