जमानत पर घूम रहे गंभीर कांडों में चार्जशीटेड रहे अपराधियों पर रखें नजर
क्राइम मीटिंग में थानेदारों को एसपी ने दिया टास्क
गंभीर कांडों का डिस्पोजल और अपराधियों को गिरफ्तार करने निर्देश
हरियाणवी डांसर को गोली मारने के आरोपितों जल्द गिरफ्तार करने का टास्क
शाहपुर बैंक डकैती सहित सभी गंभीर कांडों को जल्द खुलासा करने का निर्देश
बकरीद पर विशेष सतर्कता बरतने का जारी किया गया निर्देश
आरा। भोजपुर के थानाध्यक्षों को
अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ जमानत पर घूम रहे अपने इलाके के गंभीर कांडों में चार्जशीटेड रहे अपराधियों पर पैनी नजर रखनी होगी। एसपी संजय कुमार सिंह की ओर से क्राइम मीटिंग में इस संबंध में सख्त निर्देश दिया गया। साथ ही शाहपुर बैंक डकैती सहित गंभीर कांडों का जल्द खुलासा करने का भी टास्क दिया गया। वहीं कोईलवर थानाध्यक्ष को हरियाणवी डांसर सोनम सेन को गोली मारने वालों को भी तत्काल गिरफ्तार करने का आदेश दिया। करीब 6 घंटे तक चली मीटिंग में एसपी ने बकरीद के त्योहार पर विशेष सतर्कता बरतने, 107 और बाॅड डाउन की कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि थाना इंचार्ज अपने क्षेत्र में अपराधियों का सत्यापन कर उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करें। वारंट कुर्की का तमिला कराने पर भी काफी जोर दिया गया। शराब और अन्य मादक पदार्थ के धंधेबाजों को चिन्हित कर छापेमारी करने का टास्क दिया गया। एसपी ने कहा कि जमानत पर घूम रहे चार्जसीटेड अपराधियों का सत्यापन करें। उन पर पैनी नजर रखें कि जेल से छूटने के बाद वैसे लोग क्या कर रहे हैं? गोष्ठी के उपरांत एसपी ने पुलिस लाइन में पुलिस सभा का आयोजन किया। वहां पुलिस कर्मियों की समस्याओं से रूबरू हुए। क्राइम मीटिंग में एएसपी हिमांशु, पीरो एसडीपीओ राहुल सिंह, जगदीशपुर एसडीपीओ श्याम किशोर रंजन, मुख्यालय डीएसपी विनोद कुमार, ट्रैफिक डीएसपी रूपेश कुमार, मेजर शशि शेखर चौधरी, नगर थाना इंचार्ज अविनाश कुमार, नवादा थानाध्यक्ष अविनाश कुमार, मुफस्सिल थानाध्यक्ष संजय कुमार समेत सभी इंस्पेक्टर और थाना इंचार्ज मौजूद रहे।
बेहतरीन काम के लिए आठ थानेदार किते गये पुरस्कृत
क्राइम मीटिंग में एसपी द्वारा सभी थानेदारों के कामकाज की समीक्षा की। इस दौरान चांदी, नारायणपुर, ईमादपुर, हसन बाजार, अजीमाबाद, कोईलवर, कोईलवर और संदेश थानाध्यक्ष के कामों की सराहना की। उन्होंने एक माह के दौरान (जून 2022) में बेहतरीन कार्य के लिए इन थानेदारों को पुरस्कृत किया गया। वहीं जिन थानाध्यक्षों का काम संतोषजनक नहीं पाया गया, उन्हें सुधार करने की नसीहत दी गयी।