Thursday, January 30, 2025
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आजादी के 74 साल बाद भी एक अदद सड़क के लिये तरस रहा पीपरा जगदीश गांव

Pipra Jagdish-सालोभर ग्रामीणों को आने-जाने में होती है परेशानी

Futen Ansari
raju yadav
Bijay
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“रोड ना बनला के चलते जूतो-चप्पल अब हाथे में लेके चले के पड़त बा”

Madan Yadav
Badak Kushwaha
Junior Engineer
Madan Yadav
Badak Kushwaha
Junior Engineer

चर्चा है इस गांव से भारत के पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री का भी नाता रहा है

Pintu bhaiya
Pintu bhaiya

खबरे आपकी आरा। सुदूर इलाके के गांव को प्रखंड मुख्यालय से सडक द्वारा जोड़ने के लिए सरकार बार-बार घोषणाएं करती है। लेकिन सरकार की यह घोषणा पीपरा जगदीश (Pipra Jagdish) गांव में धरातल पर नहीं उतरती दिख रही है। जिले के बिहिया प्रखंड मुख्यालय से महज 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पीपरा जगदीश पंचायत के पीपरा जगदीश (भुआल दास के पीपरा) गांव आजादी के 74 साल बाद भी एक अदद सडक के लिए तरस रहा है।

Pipra Jagdish Road
आजादी के 74 साल बाद भी – बिहार के पीपरा जगदीश गांव में सड़क नहीं

बरसात के दिनो में कीचड व जलजमाव के बीच स्कूल जाते हैं छात्र-छात्रा

सड़क नहीं होने के कारण वैसे तो सालोंभर लोगों को आने-जाने में परेशानियां होती है। बरसात के दिनों में तो स्थिति बदतर हो जाती है। ऐसे में मेहनत-मजदूरी व नौकरी पेशारत ग्रामीण तथा स्कूली छात्र-छात्राएं घुटने भर पानी और कीचड़ में होकर आते-जाते हैं। खासकर मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कीचड़नुमा पथ होने के कारण आए दिन छोटी-मोटी दुर्घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया।

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बिहिया प्रखंड के पीपरा जगदीश गांव पीपरा जगदीश पंचायत के अन्तर्गत आता है। गांव जाने के लिए बिहिया चौरस्ता-बेलवनिया मार्ग से बांधा गांव से होकर मुड़कर जाया जाता है। लेकिन बांधा एवं पीपरा जगदीश गांव के बीच रैयती जमीन है। रैयतदारो के साथ कई बार जनप्रतिनिधियों व पंचायत प्रतिनिधियों की बैठक भी हुई। लेकिन सडक बनाने को लेकर कोई निष्कर्ष नही निकल पाया। लिहाजा आज भी गांव के लोग पक्की सड़क के निर्माण के लिए टकटकी लगाए बैठे हैं।

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“रोड ना बनला के चलते जूतो-चप्पल अब हाथे में लेके चले के पड़त बा”

Pipra Jagdish गांव के ग्रामीण भाला चौधरी ने अपने ही अंदाज में कहा कि रोड ना बनला के चलते जूतो-चप्पल अब हाथे में लेके चले के पड़त बा, लेकिन हमनी के ओर केहू के ध्यान नईखे। बस जीत और जा। पीपरा जगदीश पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि व पूर्व मुखिया भिखारी साह ने कहा कि सड़क निर्माण को लेकर प्रयास जारी है। लेकिन रैयती जमीन होने के कारण मामला फंस रहा है। ऐसे में अब सरकार और प्रशासन पर उम्मीद लगी है।

प्रखंड से मुख्यालय से कटा है नवनिर्मित पंचायत सरकार भवन

आरा। ग्रामीणों के अनुसार कि इस गांव में पहले से ही मध्य विद्यालय है। आंगनबाड़ी केन्द्र भी है। गांव के भीतर सात निश्चय योजना के अंतर्गत गली- नली का निर्माण भी हो चुका है। हाल में ही पीपरा जगदीश गांव में पंचायत सरकार भवन का नवनिर्माण हुआ है। लेकिन वह भी सड़क नहीं होने के कारण प्रखंड मुख्यालय से कटा हुआ है। इसके अलावे स्थानीय सांसद के द्वारा पुस्तकालय का निर्माण कराया गया है। जिसका अभी उद्घाटन होना बाकी है। सडक नही होने से सारा विकास अधूरा दिखता है।

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बिहिया प्रखंड क्षेत्र में काफी चर्चित है पीपरा जगदीश

आरा। पीपरा जगदीश गांव पूरे प्रखंड में काफी चर्चित है। कहा जाता है कि यहां के जमींदारों का काफी दूर-दूर तक जमीन था उन्होंने अपने समय में गांव में विभिन्न पेशो से जुड़े काफी लोगों को बसाया था। कहा तो यह भी जाता है इस गांव से भारत के पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री का भी नाता रहा है। उनके पूर्वज का संबंध इस गांव से था। लेकिन ऐसा कोई ठोस प्रमाण अभी नहीं मिल पाया है। कारण यह भी है कि यहां के संपन्न घराने के लोग गांव छोडकर दूहरे जगहों पर बस गए हैं। हालांकि उनकी अच्छी खासी जमीन इस गांव में है।

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भीम सिंह 'भवेश'
भीम सिंह 'भवेश'

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