Porha Sinha मोबाइल ने खोला राज, वरना परिजनों के रहते लावारिस दफन हो जाता युवक
भेद खुलने पर शनिवार को शव लेने सदर अस्पताल पहुंचे परिजन
खबरे आपकी Porha Sinha आरा। भोजपुर में युवक की मौत के बाद उसके परिजनों द्वारा ही शव को लावारिस हालत में फेंक दिये जाने का बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है। जहर खाने से आरा में मौत के बाद परिजनों द्वारा अंतिम संस्कार के बदले शव सिन्हा ओपी के पोरहां गांव (Porha Sinha) के पास खेत में फेंक दिया गया। हालांकि घटनास्थल से मिले मोबाइल पूरा भेद खुल गया। वरना भरा-पूरा परिवार होने के बावजूद उसके शव का लावारिस घोषित कर अंतिम संस्कार कर दिया जाता। भेद खुलने के बाद परिजन शनिवार को शव लेने सदर अस्पताल पहुंचे।
अंतिम संस्कार करने के बदले खेत में शव फेंक भाग निकले अपने ही परिजन
परिजन बोले: पुलिस की डर से रास्ते में ही शव फेंक भाग गया गाड़ी वाला
सूचना मिलने पर सिन्हा ओपी की पुलिस भी अस्पताल पहुंची और आवेदन लेने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। यह घटना गड़हनी थाना क्षेत्र के बराप गांव की है। मृत युवक बराप गांव निवासी हंसराज सिंह का पुत्र पिंटू सिंह था। सिन्हा ओपी क्षेत्र के पोरहां गांव (Porha Sinha) के पास एक खेत से शुक्रवार की सुबह उसका शव मिला था। शव लेने सदर अस्पताल पहुंचे परिजनों ने बताया कि पुलिस के डर से गाड़ी वाला शव छोड़ कर भाग गया था। दरअसल मामला यह है कि गुरुवार को पिंटू ने जहर खा लिया था। इलाज के दौरान सदर अस्पताल में उसकी मौत हो गयी थी। उसके बाद परिजन शव लेकर भाग गये थे। इधर, शुक्रवार की सुबह पोरहां गांव के पास एक खेत से शव बरामद किया गया। पुलिस ने पहचान की कोशिश की, लेकिन शिनाख्त नहीं हो सकी। उसके बाद पोस्टमार्टम करा पुलिस द्वारा शव पहचान के लिये सुरक्षित रख दिया गया था।
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बोले परिजन: महुली जाने के दौरान डर के कारण रास्ते में छोड़ दिया शव
शनिवार को शव लेने सदर अस्पताल पहुंचे परिजनों ने शव फेंक दिये जाने की बात स्वीकार कर ली। बताया कि पुलिस की डर के कारण शव रास्ते में छोड़ दिया गया। पिता हंसराज सिंह ने बताया कि आरा सदर अस्पताल से रेफर किये जाने के पिंटू को गाड़ी से पटना ले जाया जा रहा था। धरहरा के समीप ही उसकी मौत हो गयी। उसके बाद अंतिम संस्कार के लिये शव महुली गंगा घाट ले जाया जा रहा था। लेकिन गाड़ी का चालक डर गया और पकड़े जाने के डर से पोरहां गांव (Porha Sinha) के पास शव उतार कर भाग गया। तब उनलोगों को कोई चारा नहीं दिखा और खेत में ही शव छोड़ कर घर आ गये।
मोबाइल से खुल गया युवक की मौत का राज, डरे परिजन पहुंच गये अस्पताल
युवक का शव छोड़ भागने के आपाधापी में एक व्यक्ति का मोबाइल गिर गया। शुक्रवार की सुबह सिन्हा ओपी पुलिस पहुंची, तो शव के पास से मोबाइल भी मिला। जांच के दौरान मोबाइल चरपोखरी इलाके में रहने वाले मृत युवक के एक शख्स का निकला। उसके जरिये पुलिस उस तक पहुंची, तो परिजन काफी डर गये। उसके बाद पुलिस के समक्ष सारी बातें स्वीकार कर ली। मृत युवक के पिता ने मोबाइल गिरने और पुलिस तक मामला पहुंचने की बात स्वीकार कर ली।
पत्नी और बच्चों से मारपीट के बाद युवक ने कर ली थी खुदकुशी
बराप गांव निवासी पिंटू सिंह ने पत्नी और बच्चों के साथ मारपीट करने के बाद जहर खा लिया था। इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गयी थी। बेटे राज कुमार ने बताया कि गुरुवार की सुबह उसके पिता मां के साथ मारपीट कर रहे थे। उसने रोका तो उसके साथ भी मारपीट करने लगे। इसे देख वह अपने मामा के घर चला गया। बाद में उसके नाना भी पहुंचे और समझाने लगे। लेकिन उसके पापा पर कोई असर नहीं पड़ा। तब वह अपनी मां के साथ चला गया। वहीं पिता हंसराज सिंह ने बताया कि पत्नी और बच्चों के चले जाने के बाद पिंटू अकेले हो गया। उसके बाद उसने जहर खा लिया। हालत देख उसे आरा सदर अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के बाद डाक्टरों ने उसे पटना रेफर कर दिया। पटना ले जाने के दौरान ही रास्ते में उसकी मौत हो गयी थी।
बताया जाता है कि मृतक की शादी आयर थाना क्षेत्र के कटहरा दुलारपुर गांव में हुई थी। वह तीन भाइयों में मांझिल था। उसके परिवार में पत्नी सीमा देवी, पुत्र सनी राज, युवराज, और एक पुत्री सानिया कुमारी है। घटना के बाद उसके घर में कोहराम मच गया है। पत्नी और बच्चों सहित परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था।