Ara Children Supervision Home-टाउन थाना क्षेत्र के धनुपरा स्थित रिमांड होम में शुक्रवार की देर शाम की घटना
खबरे आपकी आरा। शहर में टाउन थाना क्षेत्र के धनुपरा स्थित बाल पयर्वेक्षण में शुक्रवार की देर शाम एक किशोर बंदी द्वारा खुदकुशी कर ली गयी। उसने बाथरूम में गमछा के जरिये फांसी लगा ली। इलाज के लिए सदर अस्पताल लाने के दौरान उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। वहीं इस घटना के बीच दस बंदी दरवाजा तोड़ कर रिमांड होम से फरार हो गये। घटना को लेकर बाल पयर्वेक्षण गृह में हड़कंप मच गया है। मृत बंदी बक्सर नगर थाना इलाके का निवासी है।वह 366(A)/34 के मामले में इसी माह के 6 तारीख को पयर्वेक्षण बाल गृह में आया था। हालांकि किशोर द्वारा खुदकुशी किये जाने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
Ara Children Supervision Home-इलाज के लिए सदर अस्पताल लाने के दौरान उसने रास्ते में तोड़ा दम
रिमांड होम प्रशासन की ओर से बताया जा रहा है कि बंदी घरेलू टेंशन को लेकर वह डिस्टर्ब रहता था। इधर, बंदी के परिजनों ने मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगा रहे थे। बाल पयर्वेक्षण गृह के प्रभारी अधीक्षक रविशंकर वर्मा ने बताया की रिमांड होम में कुल 87 बाल बंदी है। इनमें उक्त किशोर सहित 14 बंदी क्वॉरेंटाइन रूम में हैं। उन्होंने बताया कि शाम जब करीब साढ़े सात बजे रोज की तरह बाल गृह माता रेखा देवी द्वारा सभी बाल बंदियों को खाना दिया गया। उसके बाद बंदी ने बाथरूम में जाकर उसका दरवाजा बंद कर लिया। फिर उसने गले में गमछा बांध कर फांसी लगा ली। कुछ देर बीत जाने के बाद जब बाथरूम का दरवाजा नहीं खुला, तो अन्य बाल बंदियों ने शोर मचाना शुरू किया। आवाज सुनने के बाद बाद हम सभी वहां पहुंचे और बाथरूम का दरवाजा तोड़कर उसे इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल ला रहे थे। तभी उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
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घटना के बाद दस अन्य बाल बंदी मेन गेट तोड़ हुये फरार, मचा हड़कंप
उन्होंने बताया कि वह बाल गृह में आने के बाद 8 अक्टूबर को भी फिनाईल पी लिया था। इससे उसकी हालत बिगड़ गई थी। उसके बाद उसका इलाज भी कराया गया था। उन्होंने बताया कि बंदी को इलाज के लिए अस्पताल लाया जा रहा था। इसी बीच मौके का फायदा उठाकर दस अन्य बाल बंदी भी मेन गेट तोड़कर फरार हो गए थे।लेकिन उनमें से तीन बाल बंदियों को छापेमारी कर दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य सात बंदियों की धरपकड़ को लेकर छापेमारी की जा रही है।
बताया कि वह गांव की ही एक लड़की के साथ दिल्ली चला गया था और लड़की के परिवार वालों द्वारा स्थानीय थाना में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी।पुलिसिया दबिश के कारण काफी खोजबीन के बाद परिवार द्वारा दोनों को दिल्ली से लाकर स्थानीय थाना में पुलिस को सौंप दिया गया था। जिसके बाद पुलिस उसे आरा धनुपरा स्थित बाल पयर्वेक्षण गृह में भेज दिया था।
मृत बाल बंदी किशोर के बड़े भाई ने बाल पयर्वेक्षण गृह के पुलिस कर्मियों पर मारपीट करने एक कारण मौत होने का आरोप लगाया है।वही पुलिस द्वारा बनाए गए मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट के अनुसार मृत किशोर के मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा है।हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगा।बताया जाता है कि मृत किशोर अपने तीन भाइयों में सबसे छोटा था।मृत किशोर के परिवार में मां,तीन बहन व दो भाई है।घटना के बाद मृत किशोर के घर में हाहाकार मच गया है।घटी इस घटना के बाद मृत किशोर की मां एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था।
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