Ratnadh mukhiya-नवनिर्वाचित मुखिया की हत्या की साजिश नाकाम, प्रत्याशी पति सहित दो गिरफ्तार
पुलिस की सक्रियता से बची मुखिया की जान
एक देसी कट्ट, तीन गोली, तीन मोबाइल और एक बाइक बरामद
खबरे आपकी आरा। Ratnadh mukhiya भोजपुर में चुनावी रंजिश में फिर एक नवनिर्वाचित मुखिया की हत्या की साजिश रची गयी थी। इस बार अगिआंव प्रखंड की रतनाढ़ पंचायत के मुखिया विनोद चौधरी को टपकाने की प्लानिंग थी। लेकिन पुलिस की सक्रियता से मुखिया की जान बच गयी। पुलिस ने ऐन मौके पर पराजित मुखिया प्रत्याशी के पति सहित दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। गड़हनी थाना क्षेत्र के धमनियां पुल के पास से दोनों को गिरफ्तार किया गया। दोनों पुल के पास झाड़ी में घात लगा कर बैठे थे। उनके पास से एक देसी कट्टा, तीन गोली, तीन मोबाइल और एक बाइक बरामद की गयी है।
Ratnadh Mukhiya: गड़हनी थाना के धमनियां पुल के पास बुधवार की शाम पकड़े गये दोनों आरोपित
गिरफ्तार अपराधियों में रतनाढ़ गांव निवासी रंजीत चौधरी और उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर गांव निवासी नरेंद्र पंडित है। रंजीत चौधरी पराजित मुखिया प्रत्याशी का पति है। वह पूर्व में बेलाउर गांव निवासी और जेल में बंद कुख्यात बूटन चौधरी के लिये काम करता था। पूछताछ में दोनों ने मुखिया की हत्या की साजिश की बात स्वीकार भी की है। कुछ साल पहले वह जेल भी जा चुका है।
एसपी विनय तिवारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बुधवार की शाम रतनाढ़ पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया विनोद चौधरी की हत्या की साजिश रचे जाने की सूचना मिली। पता चला कि इसके लिये दो अपराध कर्मी धमनियां पुल के पास झाड़ी में घात लगा कर बैठे हैं। इस पर तत्काल गड़हनी थानाध्यक्ष संतोष कुमार मौके पर पहुंचे और खदेड़ कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान देसी कट्टा, गोली, मोबाइल और बाइक जब्त की गयी। इसे लेकर दोनों के खिलाफ हत्या की साजिश करने और आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। पूछताछ के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया।
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प्रमाण पत्र लेकर घर लौटते समय रास्ते में मुखिया को टपकाने की थी साजिश
Ratnadh mukhiya रतनाढ़ पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया को आरा से प्रमाण पत्र लेकर घर लौटते समय रास्ते में ही टपका देने की साजिश थी। इसके लिये पराजित मुखिया प्रत्याशी पति अपने साथी के साथ धमनियां पुल के पास झाड़ी में घात लगा कर बैठा था। दोनों से पूछताछ के बाद एसपी ने यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार बुधवार को ही अगिआंव प्रखंड की पंचायत चुनाव की मतगणना हो रही थी। उसमें Ratnadh रतनाढ़ पंचायत मुखिया पद के लिये विनोद चौधरी निर्वाचित हुये थे। जबकि रंजीत चौधरी की पत्नी को पराजित होना पड़ा था। उसके बाद रंजीत चौधरी ने मुखिया विनोद चौधरी की हत्या करने की ठान ली। इसे लेकर वह अपने साथी बेलाउर निवासी नरेंद्र पंडित से मिला और मुखिया विनोद चौधरी की हत्या की प्लानिंग की।
दोनों हथियार लेकर धमनियां पुल के पास पहुंच गये। दोनों को पता था कि नवनिर्वाचित मुखिया विनोद चौधरी इसी रास्ते आरा से प्रमाण पत्र लेकर अपने गांव रतनाढ़ आने वाले हैं। इसके बाद दोनों पुल के पास झाड़ी में छुप गये और मुखिया का इंतजार करने लगे। इस बीच गड़हनी थानाध्यक्ष पहुंच गये। पुलिस को देखते ही दोनों भागने लगे। लेकिन पुलिस ने खदेड़ कर दोनों कर गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद पुलिस ने जब पूछताछ की, तो होश उड़ गये।
प्लानिंग के तहत दोपहर से फैलायी जा रही थी अफवाह
Ratnadh mukhiya आरा। दोपहर रतनाढ़ पंचायत की गिनती पूरी होने के बाद से ही पराजित प्रत्याशी पति रंजीत चौधरी और उसके समर्थकों द्वारा गलत अफवाह फैलायी जा रही थी। पुलिस की मानें तो दोपहर से ही मुखिया पर कभी गांव मे जुलूस निकालने तो कभी दरवाजे पर आकर डीजे बजाने जैसी सूचना दी जा रही थी। इसे लेकर पुलिस दो बार रतनाढ़ गांव पहुंच कर छानबीन कर चुकी थी। उसी समय से ही पुलिस को कुछ गड़बड़ होने की आशंका थी। उसे लेकर पुलिस पूरी तरह अलर्ट थी। इसे लेकर गड़हनी थानाध्यक्ष संतोष कुमार खुद बुधवार की शाम रतनाढ़ की ओर प्राइवेट वाहन से गश्ती पर निकले थे।
अपराधियों पर चलेगा स्पीडी ट्रायल, पुरस्कृत होंगे थाना इंचार्ज
आरा। चरपोखरी प्रखंड की बाबूबांध पंचायत के मुखिया संजय सिंह की हत्या का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि Ratnadh रतनाढ़ पंचायत के मुखिया को टपकाने की साजिश की भनक लगते ही पुलिस के कान खड़े हो गये। एसपी के निर्देश पर गड़हनी थानाध्यक्ष की सक्रियता से मुखिया की जान बच गयी। पुलिस ने दोनों अपराधी कर्मी को गिरफ्तार कर लिया। इसे पुलिस की बड़ी सफलता मानी जा रही है। इसे लेकर एसपी द्वारा गड़हनी थानेदार को पुरस्कृत करने की बात कही है। साथ ही गिरफ्तार दोनों अपराधियों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल के तहत मुकदमा चलाने की बात भी कही गयी है।