Reservation Sangharsh Samiti Ara: भोजपुर जिला समाहरणालय पर आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नन्द किशोर यादव के अध्यक्षता में लोकसभा, विधानसभा में मौजूदा महिला आरक्षण में ओबीसी, अनुसूचित जाति/जनजाति एवं अल्पसंख्यक समुदाय के महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण में हिस्सेदारी सुनिश्ति करने सहित अन्य मांगों को लेकर धरना दिया गया।
- हाइलाइट :-
- कमजोर वर्ग की महिलाओं का आरक्षण में हिस्सेदारी सुनिश्ति हों
- आबादी के अनुपातिक आरक्षण लागू किया जाए
- राष्ट्रीय स्तर जातीय गणना करवाया जाय
- नई शिक्षा नीति को समाप्त की जाए
- पार्श्व परीक्षा पद्यति द्वारा चयनित अभ्यर्थियो का सरकारी नौकरियो में बहाली बंद किया जाए
Reservation Sangharsh Samiti Ara आरा: आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर तले राष्ट्रीय न्यायिक सेवा आयोग का गठन कर आबादी के अनुपातिक आरक्षण लागू करने आदि मांगो को लेकर धरना दिया गया। संचालन श्री डॉ रघुबर चन्द्रवँशी ने किया। धरना सभा को सम्बोधित करते नन्दकिशोर यादव ने कहा कि भारत सरकार ने आनन फानन में33प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को लोकसभा और विधानसभा में अनुसूचित जाति/जनजाति के ओबीसी एवं अल्पसंख्यक समुदाय के महिलाओं के नजर अंदाज कर आरक्षण दे दिया गया है जो बंचित समाज के लिए अन्याय है। यदि ओबीसी अनसूचित जाति एवं अल्पसंख्यक समुदाय को आरक्षण नही दिया जाता है तो आंदोलन चलते रहेगा।
धरना को सम्बोधित करते हुए नाथू राम चन्द्रवँशी ने कहा कि 1931 के राष्ट्रीय स्तर पर जातीय गणना को प्रकाशित नही किया गया जो देश के लिए कलंक है। 2011में गणना किया गया तो उसको प्रकाशित नही किया गया।धरना के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर जनगणना करवाकर संख्या अनुपात में आरक्षण की व्यवस्था किया जाए।
समाजवादी नेता शेषनाथ यादव ने कहा कि लैटरल एंट्री पद्यति के तहत प्रत्यक्ष नीति निर्माणकारी एजेंसी के तौर पर बगैर परीक्षा इंटरव्यू के बन रहे आईएएस को तत्काल बंद किया जाए अन्यथा हम 85 प्रतिशत दलित पिछड़ा अल्पसंख्यक को समानुपातिक आरक्षण दिया जाय।
ज्ञान चंद कुशवाहा ने कहा कि आज न्यायिक सेवा में आरक्षण नही होने के कारण एक ही परिवार के लोग राजतंत्र के तरह कब्जा जमाए हुए हैं वहाँ से मन मुताबिकअपने पक्ष में फैसला करवा लेते हैं। मंटू शर्मा ने कहा कि की जो वर्तमान शिक्षा नीति है वो बंचित समाज को शिक्षा से रोकने वाली है इसलिये नई शिक्षा को समाप्त किया जाय।
जिला परिषद के अध्यक्ष श्रीमती आशा पासवान ने कहा कि आज अनुसूचित जाति के महिलाओं के आरक्षण के देन है कि मैं आज अध्यक्ष बनी हूँ आज़ादी के इतने दिनों के बाद जिला परिषद में कोई अनुसूचित जाति के महिला अध्यक्ष नही बनी।
धरना को सम्बोधित करने वाले लोगों में श्री त्रिवेणी सिंह, जाकिर हुसैन, अमरदीप ब्यास, पूर्व जिला पार्षद मालिक यादव, सत्यनारायण यादव, अजय यादव, जिला पार्षद धनंजय कुमार, जिला पार्षद भीम यादव, पप्पू यादव, यादव रामसकल सिंह भोजपुरिया, भोला खान, बटेश्वर यादव, बलिराम यादव, देवमोहर यादव, सुदर्शन यादव, संतोष पासवान, मंजय यादव ,सुरेश विश्वकर्मा, सीपी चक्रवर्ती, भूपेंद्र मण्डल, कमल यादव, शिवकुमार यादव, विनोद चन्द्रवँशी, भुनेश्वर यादव, सुबास यादव, लालबाबू यादव, बनसलायक शर्मा, जगदीश कुशवाह, रिंकू चौधरी, अनिल यादव, चन्दन पासवान, विनोद पासवान, रामशंकर यादव, गांगुली यादव, शिवजी यादव, रविनाथ राम, बिरेन्द्र यादव, अशोक मास्टर, अर्जुन यादव, ओमप्रकाश मुन्ना, हरेन्द्र यादव, महाबीर यादव, शिवजी यादव, विजय पासवान, सुरेश यादव, जिला पार्षद हरिफन यादव , रमाकांत शर्मा, चंद्रभूषण सिंह, जयराम सिंह, सुदेश्वर यादव, काशी यादव सहित हजारों लोग उपस्थित थे।