Sanjay Mukhiya Shooters: पुलिस की दबिश के कारण दोनों शूटरों ने किया सरेंडर
मुख्य शूटर ने भी सोमवार को ही कर दिया था आरा कोर्ट में सरेंडर
पूर्व प्रमुख सहित अबतक पांच आरोपित कर चुके हैं सरेंडर, चार गिरफ्तार
खबरे आपकी भोजपुर जिले के चरपोखरी प्रखंड की बाबूबांध पंचायत मुखिया संजय सिंह की हत्याकांड में फरार दोनों शूटरों ने सरेंडर कर दिया। इनमें बलवंत उर्फ तेजस्वी यादव भी शामिल है। उसे कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया। जबकि दूसरे शूटर को पर्येवक्षण को गृह भेज दिया गया। दोनों शूटर चरपोखरी थाना क्षेत्र के ही अगनूचक प्रीतमपुर गांव के रहने वाले हैं। इन्हीं दोनों पर मुखिया संजय सिंह को बुलेट से गिरने के बाद गोली मारने का आरोप है। गोली मारने के बाद दोनों हथियार लेकर भाग गये थे। पुलिस की दबिश के कारण दोनों ने सोमवार को ही सरेंडर कर दिया था। पीरो एसडीपीओ राहुल सिंह ने इसकी पुष्टि की है।
Sanjay Mukhiya Shooters: पूछताछ के लिये पूर्व प्रखंड प्रमुख और दोनों शूटरों को रिमांड पर लेगी पुलिस
उन्होंने बताया कि हत्याकांड के मुख्य आरोपित अनिल सिंह और दोनों शूटरों को पूछताछ करने के लिये रिमांड पर लेने की तैयारी की जा रही है। माना जा रहा है कि पुलिस तीनों से हत्या के कारणों और हथियार के बारे में पूछताछ करेगी। इस हत्या कांड में अब तक पूर्व प्रखंड प्रमुख अनिल सिंह सहित पांच आरोपित सरेंडर कर चुके हैं। इनमें अनिल सिंह, दीपू कुमार, बिट्टू और बलवंत सहित पांच शामिल हैं। जबकि पुलिस ने एंबुलेंस चालक विजेंद्र सिंह उर्फ लंगड़ा सहित चार आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया है। गिरफ्तार आरोपितों में पूर्व समिति सदस्य के पति सुरेश यादव, वीरबहादुर यादव और अनिल सिंह के पुत्र दीपक कुमार शामिल हैं। हालांकि अभी कुछ वांटेड फरार चल रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है।
कुर्की के पहले ही अधिकतर आरोपित पहुंच गये जेल
Sanjay Mukhiya Shooters: बता दें बाबूबांध पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया बजेन गांव निवासी संजय सिंह की 15 नवंबर की दोपहर हत्या कर दी गयी थी। ठेंगवा गांव में आयोजित हरिकीर्तन में भाग लेकर लौट रहे मुखिया को चरपोखरी थाना क्षेत्र के भलुआना गांव के समीप उनको गोली मार दी गयी थी। उसे लेकर उनके भाई द्वारा आठ लोगों को नामजद किया गया था। अनुसंधान के क्रम में पांच लोगों का नाम बाद में इस कांड में जुड़ा। इस तरह कुछ कुल 13 लोग आरोपित बनाये जा चुके हैं। इनमें पूर्व समिति सदस्य के पति सुरेश यादव और वीर बहादुर सिंह, को घटना के 48 घंटे के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया गया। उसके बाद 22 नवंबर को फरार आरोपितों के घरों पर इश्तेहार चिपकाया गया। उसे देखते हुये अगले दिन 23 नवंबर को ही पूर्व प्रखंड प्रमुख अनिल सिंह ने सरेंडर कर दिया था। उसके बाद से अबतक पांच आरोपित सरेंडर कर चुके हैं।
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