Heera ojha बक्सर केशोपुर से पधारे भक्त श्री नन्द दास जी से मिले
खबरे आपकी करम बंधन में बन्ध रहियो, फल की ना तज्जियों आस’ संत रविदास के इस दोहे को चरितार्थ करते शाहपुर विधानसभा के राजद नेता हीरा ओझा Heera ojha ने उनके अनुयायियों के साथ आत्मसात किया। भगवान रविदास के जयंती समारोह के समापन के समय बक्सर केशोपुर से पधारे भक्त श्री नन्द दास जी से मिलकर राजद नेता ने उनके प्रति सम्मान एवं आदर प्रगट किया।
समानांतर जीवन विषय विमर्श यह रहा कि किस प्रकार दमितों वंचितों एवं पीड़ितों के जीवन को समाज के मुख्य धारा में लाया जाए! जो प्रकारांतर से भगवान रविदास तथा बाबा साहब भीम राव आंबेडकर जी के विचारों में प्रगट होता रहा है तथा इन मूल्यों को भारतीय संविधान में मूर्त रुप देने का सार्थक प्रयास भी किया गया है!
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राजद नेता हीरा ओझा Heera ojha ने कहा कि सविधान में उल्लेखित अधिकारों से वंचित करने के कई उपाय रचे जा रहे है जिनमे निजी कारण भी एक मुख्य बिंदु है! आज समाज में अपने धन-बल एवं प्रचार तंत्र के सहारे नितांत आयोग्य लोगों को योग्यता के प्रमाण पत्र दुराचारी एवं लोभी बाट रहे है! इस व्यवस्था को हतोत्साहित करने के लिए भ्रष्टाचार मुक्त जीवन के लिए संकल्प लेना पड़ेगा। हमे अपने नव निहालो को समझना पड़ेगा कि वैभव एवं श्रम में अन्योन्यास्रित संबंध है। हमे यह भी समझना पड़ेगा कि भ्रस्टाचार मुक्त जीवन ही तपस्या हैं। तप के बिना सृजन नही हो सकता सृजन के बिना सफलता नहीं प्राप्त हो सकती उस सफलता का कोई औचित्य नहीं है जो पर पीड़क समाज का ही निर्माण करे।
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राजद नेता हीरा ओझा Heera ojha ने कहा कि गुरु रविदास ने भक्ति मूवमेंट को अपनी भागीदारी से हर जगह प्रख्यात कर दिया था। गुरु रविदास के वचनों में इतनी ताकत थी कि लोग उनसे दूर-दूर से मिलने आते थे। कहा जाता है कि अपने भक्तिमय गानों और दोहों की वजह से उन्होंने भक्ति मूवमेंट के उपदेशों को लोगों तक पहुंचाया।