Shahpur flood situation-शाहपुर में आपदा सहायता केंद्र का फोन हेल्पलाइन नंबर 7759818803 जारी
एसडीएम ने अधिकारियों के साथ बक्सर-कोईलवर तटबंध पर शरण लिए परिवारों से की मुलाकात
खबरे आपकी आरा/शाहपुर: बाढ़ से बिगड़े हालात के बीच एनडीआरएफ की टीम ने अग्रिम पंक्ति में मोर्चा संभाल लिया। साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत कार्य शुरू कर दिया। एनडीआरएफ की टीम के साथ एसडीएम जगदीशपुर सीमा कुमारी, सीओ पंकज कुमार झा एवं बीडीओ राकेश कुमार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर लोगों से जानकारी ली। एसडीएम ने अधिकारियों के साथ बक्सर-कोईलवर तटबंध पर शरण लिए सैकड़ों परिवारों के मुलाकात कर उन्हें राहत पहुंचाने का आश्वासन दिया।
इस दौरान उन्होंने लालू के डेरा, दामोदरपुर व बहोरनपुर के समीप तटबंध पर रह रहे बाढ़ प्रभावित लोगों से मिली। शाहपुर में आपदा सहायता केंद्र खोलकर फोन हेल्पलाइन नंबर 7759818803 जारी किया गया है। साथ ही इसके लिए नोडल अधिकारी व कर्मियों को 24 घंटे तैनात किया गया है। इस बीच प्रशासन द्वारा लालू डेरा पंचायत के माधोपुर गांव से गर्भवती महिला का रेस्क्यू कर शाहपुर रेफरल अस्पताल लाया गया। प्रशासन द्वारा तटबंध पर रात के समय रौशनी के लिए जनरेटर की व्यवस्था की गई है। प्रशासन द्वारा गौरा स्थित महामृत्युंजय गैस एजेंसी को सिलेंडर डिलीवरी के लिए नाव उपलब्ध कराई गई है।
शाहपुर। बाबू भरोसा से पेट ना भरेला। सब खाए के समान खतम हो गइल बा। अब त पइसो नइखे की किनाई। भगवान जाने अब लइका परिवार का खाई। ये हाल अब आश्रयस्थल पर शरण लिए लोगो का है। बाढ़ प्रभावित परिवार अब सरकार की ओर राहत के लिए टकटकी लगाए हुए है। लोग अब बाढ़ के पानी ने अब लोगो के जीवन को नर्क बना दिया है। बाढ़ के पानी से घिरे हुए लोगो को अब नित्यकर्म करने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब बाढ़ से प्रभावित लोगों के बीच प्रशासन के प्रति नाराजगी जताई जा रही है। आश्रयस्थलो पर शरण लिए एक बुजुर्ग ने कहा कि लोगो का जीवन अब घरो में दुबककर दुस्कर स्थिति में पहुंच गया है।
Shahpur flood situation-प्रखंड के गांवो में जहां तक नजर जाये पानी , पानी बस पानी ही दिखाई दे रहा है। बाढ़ ने सैकड़ो परिवारों का आशियानों को उजाड़ दिया तो आलीशान मकानों को छोड़कर लोग रिश्तेदारों के घर उधार की जिंदगी जीने को विवश हैं। तकरीबन सभी पंचायतों के गांवों का सड़क संपर्क मुख्यालय से कट चुका है। शाहपुर-करनामेंपुर पथ पर पानी चढ़ने के कारण दियारांचल क्षेत्र के लोगों का आवागमन लगभग बाधित हो चुका है। साथ एक बड़ी आबादी के लिए सप्लाई चैन ही प्रभावित हो गई है।
बाढ़ का पानी दर्जनभर पंचायतों के घरों में घुस गया है। जिसके कारण स्थिति और बदतर होते जा रही शरण स्थल पर आश्रय लिए लोगों को और सरकारी इमदाद की टकटकी लगी हुई है। विस्थापित लोगो की माने तो पिछले 5 दिनों से शरण लिए है। सारे खाने वाले समान खत्म हो गया है। ग्रामीण इलाकों में आवश्यक सामानों के लिए लोगो अब अधिक कीमत भी अदा करनी पड़ रही है। लोगो के आवागमन के लिए नाव एक मात्र साधन बच गया है। सबसे बड़ी परेशानी नाव पर कब्जे को लेकर हो रही है। क्योंकि नाव पर रसूखदारों का वर्चस्व है।
Shahpur flood situation-बाढ़ से बाधित मुख्य सड़के- शाहपुर दियारांचल क्षेत्र का लाइफ लाइन शाहपुर-कारनामेपुर पथ, बिहिया चौरास्ता-गौरा पथ, बिहिया चौरास्ता- बेनवलिया पथ, शाहपुर-सेमरिया पथ, शाहपुर-बरिसवन पथ, भरौली-सुहियां पथ, भरौली-रानीसागर पथ, बिलौटी-नरगदा पथ, खरौनी-बेलवनिया पथ, उमरावगंज-चारघाट पथ, गौरा-दामोदरपुर पथ पर 4 से 7 फीट तक बाढ़ का पानी भर गया है।
शाहपुर अंचलाधिकारी पंकज कुमार झा ने बताया कि प्रखंड के कुल 20 पंचायतों में से 15 पंचायत पूर्ण रूप से बाढ़ प्रभावित है। जबकि 5 पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित है। पूर्ण रूप से प्रभावित पंचायतों में लक्षुटोला, दामोदरपुर, बहोरनपुर, सुहियां, गौरा, करजा, बरिसवन, सेमरिया, हरिहरपुर, लालू के डेरा, देवलपुर बहादुरी, खुटहा, सरना, प्रसौन्डा तथा ईश्वरपुरा पंचायत शामिल है। जबकि सहजौली,भरौली, बिलौटी, झौवां-बेनवलिया तथा डुमरिया पंचायत आंशिक रूप से प्रभावित है। वही 59 गांव पूरी तरह से प्रभावित। अंचल द्वारा 71 नाव परिचालन कराया जा रहा है। कुल बाढ़ प्रभावित आबादी 76500 है। जबकि 6875 हेक्टेयर खड़ी फसल में बाढ़ का पानी प्रवेश किया हुआ है।