Shahpur NP – Cleanliness and security: दिलीप कुमार ओझा ने कहा की वर्तमान स्थिति गंभीर चिंता का विषय है। इस संदर्भ में प्रमंडलीय आयुक्त को आवेदन दिया गया है। जो भोजपुर जिला पदाधिकारी को प्रेषित किया गया है।
- हाइलाइट : Shahpur NP – Cleanliness and security
- शाहपुर नगर पंचायत में साफ-सफाई की स्थिति सुरक्षा की समस्याएं उत्पन्न कर रही हैं
आरा: शाहपुर नगर पंचायत स्वच्छता और सुरक्षा के मामलों को लेकर गंभीर चुनौतियों का सामना कर रही है। यहां नागरिकों का जीवन स्तर और स्वास्थ्य सीधे इन समस्याओं से प्रभावित हो रहा है। स्वच्छता की दृष्टि से, नगर पंचायत में ठोस कचरा प्रबंधन की कमी, खुली नालिया, सड़कों पर बहते गंदा पानी व गंदगी का जमाव, समस्या को और अधिक गंभीर बना दिया है। मुख्य सड़क पर कचरे का ढेर और गंदगी का फैलाव, बढ़ती सड़क दुर्घटना भी चिंता का विषय हैं। सड़क पर नाली बहने के कारण रोड दुर्घटना, नागरिकों के बीच असुरक्षा का भाव उत्पन्न कर रहा है। लेकिन नगर प्रशासन का इन चिंताओं की ओर ध्यान नहीं है।
शाहपुर नगर पंचायत में सफाई कार्य के लिए आउटसोर्सिंग एजेंसी प्रताप सेवा संकल्प गोविंद फूलकान, मुजफ्फरपुर की एनजीओ की नियुक्ति की गई है। हालाँकि, इस एजेंसी द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाएं संतोषजनक नहीं हैं, फिर भी नगर विकास एवं आवास विभाग के पत्रांक 09/ नगरपालिका प्रशासन निदेशालय (विविध) -20/2021 -3352/ दिनांक 17/11/2021 के आदेश का अनादर करते हुए हर माह 11 लाख 87 हजार से ज्यादा की राशि का भुगतान किया जा रहा है। यह न केवल प्रशासनिक आदेश का उल्लंघन है, बल्कि इसके परिणामस्वरूप सफाई कार्य की गुणवत्ता में और गिरावट आ रही है।
Shahpur NP – Cleanliness and security : एनजीओ द्वारा एकरारनामा की शर्तों का उलंघन
यही नहीं, प्रत्येक माह एनजीओ द्वारा सफाई कर्मियों के पारिश्रमिक का भुगतान उनके बैंक खातों में स्थानांतरित नहीं किया जा रहा है। इसके बावजूद नगर पंचायत द्वारा अगला भुगतान एनजीओ को किया जा रहा है। ऐसा करने से पहले पिछले महीने की राशि के भुगतान का प्रमाण भी एनजीओ से नहीं लिया जा रहा और ना ही सफाई कार्यों का सत्यापन किया जा रहा है। नगर कार्यालय से किए गए एकरारनामा की शर्तों के मुताबिक किसी भी दिन 40 सफाई कर्मी एनजीओ द्वारा प्रस्तुत नहीं किया जा रहा। यह स्थिति साफ-सफाई के कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही के अभाव को दर्शाती है।
बायोमैट्रिक उपस्थिति का अभाव : इससे भी चिंताजनक बात यह है कि इसे छुपाने के लिए आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से कार्यरत सफाई कर्मियों की बायोमैट्रिक उपस्थिति को सुनिश्चित नहीं किया जा रहा है। बायोमैट्रिक उपस्थिति के अभाव के बावजूद एजेंसी को अगला भुगतान जारी किया जा रहा है, जो कार्य की सत्यता पर गंभीर प्रश्न उठाता है। इसके अतिरिक्त, आउटसोर्सिंग एजेंसी द्वारा किए गए एकरारनामा की शर्तों का अनुपालन भी नहीं किया जा रहा है, जिससे नगर पंचायत की स्वच्छता और सुरक्षा की व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
इधर, दिलीप कुमार ओझा ने कहा की शाहपुर नगर पंचायत में सफाई कार्य की वर्तमान स्थिति गंभीर चिंता का विषय है। इस संदर्भ में प्रमंडलीय आयुक्त को आवेदन दिया गया है। जो भोजपुर जिला पदाधिकारी को प्रेषित किया गया है। यह आवश्यक है कि जिला पदाधिकारी व संबंधित विभाग उचित कार्रवाई करें और आउटसोर्सिंग एजेंसी पर नकेल कसें, ताकि सफाई कार्य में सुधार हो सके और नागरिकों की स्वच्छता और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।