शाहपुर: उल्फा उग्रवादियों के साथ मुठभेड के दौरान अपनी वीरता का परिचय देते हुए कई उग्रवादियों को मार गिराया। इसी मुठभेड़ के दौरान उन्हें भी गोली लगी और वह शहीद हो गए। जिन्हें मरणोपरांत राष्ट्रपति द्वारा शौर्य वीरता चक्र से सम्मानित किया गया था।
- हाइलाइट :-
- शाहपुर के चनउर में शहीद रामधारी तिवारी की मूर्ति का हुआ अनावरण
- एमएलसी अवधेश नारायण सिंह व पूर्व विधायक मुन्नी देवी ने किया अनावरण
शाहपुर/आरा: शौर्य वीरता चक्र पुरस्कार से सम्मानित शहीद सूबेदार रामधारी तिवारी की प्रतिमा का अनावरण उनके पैतृक गांव प्रखंड के चनउर में संपन्न हुआ। मूर्ति का अनावरण कार्यक्रम के मुख्यातिथि एमएलसी अवधेश नारायण सिंह व विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक मुन्नी देवी द्वारा किया गया।
मूर्ति अनावरण के पश्चात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एमएलसी ने कहा कि बलिदानी हमेशा हमारे व आपके समीप अपनी स्मृतियों में रहते हैं। देश सेवा में जिन्होंने अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया वो सपूत महान है उनके ऋण को चुकाया नही जा सकता। एमएलसी ने कहा कि अपने फंड से बलिदानी के नाम पर उनके स्मृति में तोरणद्वार बनाऊंगा। वही बिहार रेजिमेंट में सैनिक अधिकारी हीरालाल गुप्ता द्वारा शहीद के पत्नी को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को पूर्व विधायक मुन्नी देवी, सतीश भट्ट, अखिलानंद ओझा, नरेंद्र तिवारी, विजय सिंह, अंकित पांडे, राकेश टिव5द्वारा संबोधित करते हुए शहीद को श्रंद्धाजलि दी गई। साथ ही उन्हें द्वारा किए गए देश सेवा को सेसबसे उत्कृष्ट सेवा बताया गया।
शहीद स्व. तिवारी 14वीं बिहार रेजीमेंट के सिनियर जेसीओ थे, जिन्होंने 9 अप्रैल 1982 को उल्फा उग्रवादियों के साथ मुठभेड के दौरान अपनी वीरता का परिचय देते हुए कई उग्रवादियों को मार गिराया। इसी मुठभेड़ के दौरान उन्हें भी गोली लगी और वह शहीद हो गए। जिन्हें मरणोपरांत राष्ट्रपति द्वारा शौर्य वीरता चक्र से सम्मानित किया गया था।
कार्यक्रम में भाजपा नेता भुअर ओझा, अरबिंद पांडे, कृष्णाकांत सिंह, ठाकुर दयाल राम, बबन तिवारी, मुन्ना तिवारी, कृष्णा सिंह सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।