आरा। छात्र राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का एक शिष्टमंडल आरा सदर विधायक मो. नवाज आलम उर्फ अनवर आलम से मिला और बिहार असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती प्रारूप के महत्वपूर्ण तथ्यों से अवगत कराते हुए एक ज्ञापन सौंपा।
मौके पर छात्र राजद (RJD) नेता आलोक रंजन ने बिहार राज्यपाल सचिवालय के पत्र का जिक्र करते हुए कहा की राज्यपाल सचिवालय द्वारा जो पत्र बिहार राज्य अंतर्गत असिस्टेंट प्रोफेसर के भर्ती हेतु प्रारूप तैयार किया गया है, वो बिहारी छात्रों के साथ अन्याय है।
आलोक रंजन ने कहा की परिनियम में निश्चित तौर पर कई विसंगतियां है। खासतौर पर पीएचडी से जुड़े प्रावधान बिहारी अभ्यर्थियों के हितों को चोट पहुंचाने वाले है और दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों को फायदा मिलने की संभावना अधिक है। पीएचडी को अंको के लिहाज़ से सबसे ज्यादा तव्वजो देना भी अव्यवहारिक है।
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उन्होंने (RJD) विधायक के समक्ष प्रकाश डालते हुए कहा की बिहार में शिक्षा के इतिहास में कभी भी एमफिल की पढ़ाई नही हुई है। इसके बावजूद बिहार के सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति में इसके सात अंक का प्रावधान किया गया है, जो की बिहार के अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है।
वहीं छात्र संघ प्रतिनिधि राहुल कुमार उर्फ राजा पासवान ने कहा की जब बिहार सरकार और बिहार के राज्यपाल ही बिहारी छात्रों का हक़ छीन रहे हैं तो ऐसे सरकार की ज़रूरत हमें नही है। उन्होंने यह भी कहा की बिहार सरकार शुरू से ही छात्र विरोधी रही है।
उक्त पहलुओं से अवगत होने के उपरांत सदर विधायक मो. नवाज़ आलम उर्फ अनवर आलम (RJD) ने कहा की संबंधित विषय-वस्तु को बिहार के राज्यपाल के समक्ष रखेंगे और बिहार के मेधावी अभ्यर्थियों के लिए परनियम में संशोधन का अनुरोध करेंगे।
शिष्टमंडल में छात्र राजद (RJD) नेता आलोक रंजन, वीर कुंवर सिंह विवि के छात्र संघ प्रतिनिधि राहुल कुमार उर्फ राजा पासवान, अमित कुमार ठाकुर, नीतीश यादव, अभिषेक कुमार, राकेश, अब्दुल बसीर, सिधार्थ सिंह समेत अन्य लोग थे।
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