Sushma Baraik firing – Ranchi police reached Danish Rizwan on the statement of the shooters
- हमलावरों की बाइक के नंबर के जरिए शूटरों तक पहुंची थी पुलिस
- शूटरों के साथ हम प्रवक्ता का एक नजदीकी भी चढ़ा था पुलिस के हत्थे
- बॉडीगार्ड के साथ हाईकोर्ट जाने के दौरान युवती को मारी गयी थी गोली
- प्राथमिकी के अनुसार षड़यंत्र करने वालों में एक आईपीएस का नाम भी शामिल
खबरे आपकी PATNA बिहार/आरा: झारखंड के रांची निवासी सुषमा बड़ाइक उर्फ पदमा बडाइक को गोली मारने के मामले में गिरफ्तार शूटरों के बयान के आधार पर पुलिस हम नेता दानिश रिजवान तक पहुंचने में सफल रही। पुलिस हमलावरों की बाइक की नंबर के जरिए शूटरों तक पहुंची थी। उसमें एक हम प्रवक्ता का करीबी भी बताया जा रहा है। सभी से पूछताछ के बाद मामला क्लीयर हुआ और पुलिस हम प्रवक्ता तक पहुंच गयी।
Sushma Baraik firing पुलिस सूत्रों के अनुसार बीते 13 दिसंबर 2022 को रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र वीर कुंवर सिंह चौक हरमू निवासी सुषमा बड़ाइक उर्फ पदमा बड़ाइक अपने बॉडीगार्ड हिलारियूष तोपनो के साथ बाइक से हाईकोर्ट डोरंडा जा रही थी। इसी बीच हरमू चौक व सहजानंद चौक के बीच बाइक सवार तीन अपराधियों ने उसे गोली मार दी थी।
उसमें एक गोली उसके सीने में लगी थी और आरपार हो गई थी। दूसरी गोली पेट में दाएं ओर लगी थी, जो अंदर फंसी हुई थी। इस संबंध में सुषमा के भाई सिकंदर बडाइक की ओर से केस दर्ज कराया गया था। उसमें दानिश रिजवान, नजीर सुनील बादल, नीरज सिन्हा और अजय कच्छप को नामजद किया गया था। अन्य अज्ञात को भी आरोपित बनाया गया था। प्राथमिकी में षड़यंत्र करने वालों में एक आईपीएस भी नाम लिया गया था।
बताया जाता है कि पुलिस ने इस मामले में जांच पड़ताल शुरू की। जांच के दौरान युवती के बॉडीगार्ड द्वारा पराधियों की बाइक का नंबर बताया। उस आधार पर पुलिस ने एक होटल में दबिश दी। वहां यूपी के एक युवक का आधार कार्ड मिला, जो शुटरों के साथ होटल में ठहरा था। वह हम प्रवक्ता दानिश रिजवान का करीबी बताया गया था। उसके बाद पुलिस ने इस हमले में दो शूटरों को दबोचा। पूछताछ में दोनों ने पूरी कहानी उगल दी। उसके बाद रांची पुलिस आरा पहुंची और हम प्रवक्ता को गिरफ्तार कर लिया गया।