Tati Tatva Pan – Protest: सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति से हटाकर अत्यंत पिछड़ा जाति में वर्गीकरण के फैसले के खिलाफ पान ताती तत्वा के लोगों ने बैठक कर जनांदोलन करने का निर्णय लिया है।
- हाइलाइट : Tati Tatva Pan – Protest
- पान जाति को अनुसूचित जाति से हटाने पर नेताओं व कार्यकर्ताओं ने की बैठक
- अनुसूचित जाति का दर्जा पाने के लिए संघर्ष और एकजुटता पर जोर
- जिला मुख्यालय आरा में एक अक्टूबर को धरना-प्रदर्शन करने का फैसला
Tati Tatva Pan – Protest आरा/शाहपुर: सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति से हटाकर अत्यंत पिछड़ा जाति में वर्गीकरण के फैसले के खिलाफ पान ताती तत्वा के लोगों ने पूर्व वार्ड पार्षद विवेक कुमार के दालान में प्रखंड स्तरीय बैठक कर जनांदोलन करने का निर्णय लिया है। बैठक की अध्यक्षता हीरालाल पान तथा संचालन अक्षयबर पान ने किया। बैठक में पान ताती तत्वा समाज के लोगों ने इस फैसले के विरुद्ध जिला मुख्यालय आरा में एक अक्टूबर को धरना-प्रदर्शन करने का फैसला लिया है।
बैठक में पान नेताओं ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय उनके अधिकारों और स्वतंत्रता का उल्लंघन करता है। उनका कहना है कि अनुसूचित जाति का दर्जा हटाने से उन्हें सामाजिक सुरक्षा और विकास के अवसरों से वंचित किया जाएगा। इस निर्णय के विरोध में उठाई गई आवाज़ें केवल न्याय के लिए नहीं, बल्कि समानता और सामाजिक न्याय की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
जनांदोलन की शुरुआत इस विश्वास पर आधारित है कि केवल संघर्ष और एकजुटता के माध्यम से ही वे अपनी आवाज को बुलंद कर सकते हैं। आंदोलन में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी मूलभूत समस्याओं को उजागर करने पर जोर दिया जाएगा, जिनका सामना उनकी जाति के लोग कर रहे हैं।
पान ताती तत्वा जाति का यह जनांदोलन न सिर्फ उनके अधिकारों की सुरक्षा के लिए आवश्यक है, बल्कि यह पूरे समाज को समानता, न्याय और एकता की दिशा में आगे बढ़ाने में भी सहायक होगा। इसलिए, यह आवश्यक है कि हमारे समाज के सभी लोग संगठित होकर एकजुटता के साथ इस आंदोलन में भाग लें, ताकि सामाजिक न्याय की इस लड़ाई को सफल बनाया जा सके।
बैठक में हीरालाल पान,अक्षयबर पान, धर्मेंद्र पान,जयप्रकाश नारायण पान,जीतेन्द्र पान,जयहरी पान,ललन पान,कृष्ण पान,वर्माशंकर पान, विवेक कुमार पान,गणेश प्रसाद पान,ललन प्रसाद पान,कृष्ण कुमार, विजय कुमार पान,संतोष प्रसाद पान,मरकरध्वज पान, सहित पान समुदाय के बडी संख्या में पान ताती तत्वा जाति लोग उपस्थित थे।