Shahpur Nagar Panchayat – Arrangements: शाहपुर नगर पंचायत के पूर्व मुख्य पार्षद ने कहा कि नगर पंचायत का समस्याओं पर ध्यान नहीं है। विगत कई दिनों से जलमिनार से पानी सप्लाई बंद है।
- हाइलाइट :- Shahpur Nagar Panchayat – Arrangements
- शाहपुर की जनता के बीच पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है- बिजय
- सुविधा देने के बजाए नगर पंचायत लोगों से सिर्फ टैक्स ले रहा है- कमेश्वर राज
आरा/शाहपुर: गर्मी अपने पूरे शबाब पर है दिन ब दिन गर्मी अपने चरम पर होती जा रही है आम जनमानस को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। नल जल की अनेक योजना के बावजूद नगर पंचायत शाहपुर में गर्मी में पानी के लिए त्राहिमाम मचा हुआ है। आज नगरवासी पानी जैसे विकराल समस्या से जूझ रहे है। वही नगर के लोगों की समस्याओं का समाधान के बजाए पार्षद, अध्यक्ष अपनी अपनी राजनीति में मशगूल है।
“जब रोम जल रहा था, तो नीरो सुख और चैन की बाँसुरी बजा रहा था.”
नगर पंचायत के पूर्व मुख्य पार्षद ने कहा कि नगर पंचायत का समस्याओं पर ध्यान नहीं है। विगत कई दिनों से जलमिनार से पानी सप्लाई बंद है। शाहपुर की जनता के बीच पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। जब सुविधा नहीं है तो टैक्स लेने का औचित्य ही नहीं होता है। एक कहावत प्रचलित है की “जब रोम जल रहा था, तो नीरो सुख और चैन की बाँसुरी बजा रहा था.” कुछ ऐसा ही हाल नगर पंचायत शाहपुर का हो गया है।
टैक्स के पैसों का किया जा रहा है बंदरबाँट – कामेश्वर राज
नगर पंचायत शाहपुर के वार्ड पार्षद कामेश्वर राज ने कहा कि नगर की प्रकाश व्यवस्था महीनों से खराब है। बाजार और रास्तों में अंधेरा छाए रहने से चोरी होने की आशंका बनी रहती है। नगर पंचायत क्षेत्र में लगी अधिकांश स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। नगर के अधिकतर कलवर्ट और नालियां बंद हैं, चपाकल खराब है, वार्डों में कूड़ा फैला हुआ है। लोगों को पहले सुविधा देने के बजाए नगर पंचायत लोगों से सिर्फ टैक्स ले रहा है और टैक्स के पैसों का बंदरबाँट किया जा रहा है ।
मोटर की मरम्मत करने में जुटे हुए हैं मिस्त्री – कनीय अभियंता
निकाय के कनीय अभियंता ने बताया कि मिस्त्री मोटर की मरम्मत करने में जुटे हुए हैं। मोटर की मरम्मत शीघ्र ही कराने का प्रयास किया जा रहा है। वही पूर्व उपमुख्यपार्षद गुपतेश्वर साह ने कहा की नगर पंचायत क्षेत्र में अब तक जलापूर्ति की स्थिति बेहतर नहीं हो पाई है। नगर पंचायत के तहत करोड़ों की जलापूर्ति योजना अब तक अधर में लटकी हुई है।