Security guard Video – Ara: आरा में तैनात प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों का दु:साहस एक बार फिर सामने आया है। सुरक्षा कर्मियों द्वारा इस बार घायल बुजुर्ग का इलाज कराने अस्पताल पहुंचे डायल- 112 के एक सिपाही की जमकर पिटाई कर दी।
- हाइलाइट : Security guard Video – Ara
- घायल बुजुर्ग का इलाज कराने पहुंचे डायल 112 के जवान को अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों ने पीटा
- आरा सदर अस्पताल के न्यू इमरजेंसी वार्ड की गुरुवार की दोपहर की घटना
- जवान को सिर सहित अन्य जगहों पर आयी गंभीर चोट, सदर अस्पताल में कराया गया इलाज
- मौके पर पहुंची पुलिस ने सुरक्षा इंचार्ज सहित पांच सुरक्षा कर्मियों को किया गिरफ्तार
- एसपी बोले: फुटेज के आधार पर की जा रही कार्रवाई, नहीं बख्शे जाएंगे कोई दोषी
आरा। सदर अस्पताल, आरा में तैनात प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों का दु:साहस एक बार फिर सामने आया है। सुरक्षा कर्मियों द्वारा इस बार घायल बुजुर्ग का इलाज कराने अस्पताल पहुंचे डायल- 112 के एक सिपाही की जमकर पिटाई कर दी। करीब आधा दर्जन की संख्या में रहे सुरक्षा कर्मियों द्वारा थप्पड़ और लाठी-डंडे से सिपाही को पीटा गया। उसमें सिपाही को काफी चोटें आयी है। जख्मी सिपाही जहानाबाद जिले के पालीगंज थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव निवासी हारुन अशरफ के 39 वर्षीय पुत्र साबिर रजा हैं। वह जिला बल के सिपाही हैं और फिलहाल नवादा थाना के डायल-112 नंबर वाहन में तैनात हैं। उनका इलाज आरा सदर अस्पताल में कराया गया। मारपीट का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
इधर, पुलिस कर्मी के साथ मारपीट की घटना से अस्पताल में देर तक अफरातफरी मची रही। सूचना मिलने पर एएसपी परिचय कुमार, नगर थानाध्यक्ष देवराज राय और नवादा थानाध्यक्ष कमलजीत पुलिस बल के साथ पहुंचे। उसके बाद मामला शांत हुआ। पुलिस द्वारा सुरक्षा एजेंसी के सुपरवाइजर और इंचार्ज सहित पांच सुरक्षा कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनमें इंचार्ज संजय कुमार सिंह, सुपरवाइजर घनश्याम उपाध्याय, गार्ड महेश चौधरी, मैनुद्दीन अंसारी और राजेश सिंह शामिल हैं। इस मामले में सिपाही के बयान पर सभी के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है।
एसपी प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि शुरुआती जांच के अनुसार गुरुवार की दोपहर नवादा थाना के डायल -112 नंबर पुलिस द्वारा जख्मी हालत में एक लावारिस व्यक्ति को इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया था। घायल को एडमिट करने को लेकर अस्पताल के सुरक्षा कर्मी सिपाही से उलझ गए। उसी दौरान सिपाही की पिटाई कर दी गई। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पहचान करने के बाद मारपीट करने वाले सभी पांचों प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सीसीटीवी और वीडियो फुटेज की जांच की जा रही है। इस मामले में अन्य गार्ड भी आरोपित होंगे, तो उनके खिलाफ भी विधि-संगत कार्रवाई की जाएगी।
घायल के परिजनों को बुलाने की मांग पर बिगड़ा मामला और सुरक्षा कर्मियों करने लगे मारपीट
घायल के परिजनों को बुलाने को लेकर मामला बिगड़ गया। उसके बाद सुरक्षा कर्मियों द्वारा सिपाही की पिटाई कर दी गई। सिपाही साबिर राजा ने बताया कि उन्हें मोबाइल पर सूचना मिली कि नवादा थाना क्षेत्र के अनाइठ मोहल्ले में सड़क किनारे एक बुजुर्ग लावारिस अवस्था में गिरे हैं। सूचना मिलने पर वह डायल-112 वाहन के साथ पहुंचे और बुजुर्ग को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। वहां प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों द्वारा मरीज के परिजनों को बुलाने को कहा गया। कहा जाने लगा कि परिजनों के आने के बाद ही घायल को एडमिट किया जायेगा। उसी बात को लेकर उनके बीच कहासुनी होने लगी। उसके बाद सुरक्षा कर्मियों द्वारा लाठी-डंडे से उनकी पिटाई की जाने लगी। उसमें उनके सिर और आंखों के पास गंभीर चोटें आयी हैं ।उसके आंख के बगल से खून भी बह रहा था। बाद में एएसपी सहित नगर और नवादा थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ पहुंचे। उसके बाद उनकी जान बच सकी।
पंद्रह रोज पहले अस्पताल कर्मचारी के साथ की गयी थी मारपीट, कार्रवाई नहीं होने से बढ़ा मनोबल
सुरक्षा कर्मियों द्वारा करीब पंद्रह रोज अस्पताल के एक कर्मचारी के साथ भी मारपीट की गयी थी। उसे लेकर नगर थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी थी। अस्पताल में ऐसी चर्चा है कि उस मामले में कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण सुरक्षा कर्मियों का मनोबल बढ़ गया। उसका नतीजा हुआ कि घायल का इलाज कराने पहुंचे सिपाही की पिटाई कर दी गई। लोगों का कहना है कि सुरक्षा कर्मियों द्वारा इलाज कराने आने वाले मरीज के परिजनों के साथ भी ठीक व्यवहार नहीं किया जाता था। बता दें कि 12 जून को सदर अस्पताल के एक चतुर्थवर्गीय कर्मचारी परमेश्वर प्रसाद के साथ भी मारपीट की गई थी। तब एक डाक्टर के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया था। उसके बाद पुलिस और अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी। ऐसे में अस्पताल प्रशासन पर भी सवाल उठने लगे हैं।