Yogi Ajaynath: मानव अधिकारों को सुरक्षित रखने में अग्रणी भूमिका निभाने वाले बाबा गोरखनाथ पीठ के संत योगी अजयनाथ जी महाराज को सम्मानित किया गया।
- हाइलाइट : Yogi Ajaynath
- मानव अधिकार दिवस हमें याद दिलाता है कि सभी मनुष्य समान हैं: योगी अजयनाथ
Yogi Ajaynath: विश्व मानवाधिकार स्थापना दिवस के अवसर पर मंगलवार को उतर प्रदेश के मथुरा जनपद में आयोजित कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार एसोसिएशन, मथुरा शाखा द्वारा मानव अधिकारों को सुरक्षित रखने में अग्रणी भूमिका निभाने वाले बाबा गोरखनाथ पीठ के संत योगी अजयनाथ जी महाराज को सम्मानित किया गया।
मालूम हो की हर साल 10 दिसंबर को दुनिया भर में मानव अधिकार दिवस (Human Rights Day) मनाया जाता है। यह दिन इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसी दिन 1948 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) ने मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा (UDHR) को अपनाया था। यह घोषणा मानव अधिकारों के लिए एक आधारशिला है और सभी लोगों को समान अधिकार और गरिमा प्रदान करने की बात करती है।
मानव अधिकार दिवस का इतिहास क्या है? द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुए अत्याचारों ने दुनिया को मानव अधिकारों के महत्व को समझने के लिए मजबूर किया। युद्ध के बाद, संयुक्त राष्ट्र की स्थापना हुई और मानव अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय ढांचा बनाने का प्रयास किया गया। यूडीएचआर को इसी प्रयास का परिणाम माना जा सकता है। यह घोषणा सभी लोगों के लिए समान अधिकारों की देने की घोषणा करती है, जैसे कि जीवन का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, विचार व्यक्त करने का अधिकार, और भेदभाव से मुक्ति का अधिकार।
मानव अधिकार दिवस पर क्या बोले योगी अजयनाथ ? मानव अधिकार दिवस हमें याद दिलाता है कि सभी मनुष्य समान हैं और सभी को समान अधिकार प्राप्त हैं। यह दिन हमें उन लोगों के बारे में सोचने और उनके लिए काम करने का अवसर देता है जिन्हें अपने अधिकार नहीं मिल पाते हैं। यह दिन हमें यह भी याद दिलाता है कि हमें अपने अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए और दूसरों के अधिकारों का सम्मान करना चाहिए।
- जागरूकता बढ़ाना– यह दिन लोगों को मानव अधिकारों के बारे में जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह लोगों को उनके अधिकारों के बारे में बताता है और उन्हें यह समझने में मदद करता है कि वे इन अधिकारों का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं।
- समाज में बदलाव लाना- मानव अधिकार दिवस समाज में बदलाव लाने का भी एक अवसर है। यह दिन लोगों को एक साथ आने और उन मुद्दों के खिलाफ आवाज उठाने का अवसर देता है, जो मानव अधिकारों का उल्लंघन करते हैं।
- अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना- मानव अधिकार दिवस अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने में मदद करता है। यह दिन देशों को एक साथ आने और मानव अधिकारों की रक्षा के लिए काम करने का अवसर देता है।
- शांति और स्थिरता को बढ़ावा देना– मानव अधिकारों की रक्षा करना शांति और स्थिरता के लिए जरूरी है। जब लोगों के अधिकारों का सम्मान किया जाता है, तो वे ज्यादा सुरक्षित और समृद्ध महसूस करते हैं।
भारत में मानव अधिकार दिवस: भारत में भी मानव अधिकार दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। भारत सरकार और अलग-अलग गैर सरकारी संगठन इस दिन कई कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। इन कार्यक्रमों में सेमिनार, वर्कशॉप, एक्जीबिशन आदि शामिल हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य लोगों को मानव अधिकारों के बारे में जागरूक करना और उन्हें अपने अधिकारों के लिए लड़ने के लिए प्रेरित करना है।