आरा। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर यस नेटवर्क और आर पीएफ पोस्ट, आरा के संयुक्त तत्वावधान में आरा रेलवे स्टेशन के सभी प्लेटफॉर्मों पर सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग नहीं करने के लिये जागरूकता अभियान चलाया गया। “प्लास्टिक को ना कहें” अभियान के अंतर्गत आर पी एफ पोस्ट, आरा की थाना प्रभारी सुमन कुमारी और यस नेटवर्क के सुनील कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में आरपीएफ एवं आरपीएसएफ के पदाधिकारियों और स्टाफ तथा यस नेटवर्क के कार्यकर्ताओं द्वारा दो हजार से ज्यादा यात्रियों के बीच हैंडबिल बांटकर और उनसे अनुरोध कर सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने का अनुरोध किया गया। यात्रियों को संबोधित करते हुए सुमन कुमारी ने कहा कि इस अभियान की सार्थकता तभी होगी जब प्रत्येक नागरिक स्वयं को जिम्मेदार बनाये। पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार द्वारा निर्धारित किये गए 19 वस्तुओं से हमें दूरी बनानी होगी। अभियान का नेतृत्व कर रहे अवलि के सुनील कुमार पाण्डेय ने यात्रियों को आह्वान करते हुए कहा कि हम अपनी पृथ्वी और अपने पर्यावरण को अपने हाथों से हंसते-हंसते बर्बाद कर रहे हैं। वर्तमान में पर्यावरण के प्रति लापरवाही की हमारी यही स्थिति रही तो एक समय ऐसा आएगा कि हम केवल अपनी की गई मूर्खता पर अफसोस के सिवा कुछ भी नहीं कर पाएंगे। वरिष्ठ रंगकर्मी कृष्णेन्दु ने बताया कि प्लास्टिक आज मानवता के लिए भस्मासुर बन गया है। पूरी दुनिया इसके दुष्प्रभाव से प्रभावित हो रही है। पत्रकार संजय शाश्वत ने कहा कि जिस गति से हम प्लास्टिक से निर्मित सामग्रियों का अत्यधिक उपयोग कर रहे हैं, उससे हर चौथे घर में एक कैंसर का मरीज अवश्य मिलेगा। यथार्थ के भास्कर मिश्र ने लोगों को सचेत करते हुए कहा कि प्लास्टिक की पहुंच अब पहाड़ से समुद्र और खेत से हमारे पेट तक हो गई है जो हमारे विनाश का कारण बनेगा। कविंद्र कुमार राय ने कहा कि हम सबको अपने दैनिक जीवन में प्लास्टिक की अति निर्भरता से मुक्त होना होगा, नहीं तो हमारी अगली पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी क्योंकि हम उनके लिए जहर बन चुकी पृथ्वी को उनके लिए छोड़ जाएंगे। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए संजय कुमार सिंह ने सभी से अनुरोध किया कि आज हम सब शपथ लें कि अब हम प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करेंगे। इस अवसर पर आरपीएसएफ 4 बटालियन के एएसआई एलटी साइलो और उनके 6 युवा और उत्साही जवान, आरपीएफ की सविता कुमारी, प्रिंस कुमार झा, संजीव कुमार आदि ने सराहनीय योगदान दिया।